अफगानिस्तान में एक चौंका देने वाला घटनाक्रम हुआ। रविवार को यहां इस्लामिक स्टेट के 35 आतंकियों ने तालिबान के सामने सरेंडर कर दिया। यह घटना नांगरहार प्रॉविन्स में हुई। इस राज्य को इस्लामिक स्टेट का सबसे बड़ा गढ़ माना जाता है। हाल के महीनों में इस्लामिक स्टेट और तालिबान के बीच यहां कई झड़पें भी हुईं। आईएस ने अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद कई जगह आतंकी हमले किए हैं और इनमें कई लोग मारे गए हैं।
इंटेलिजेंस एजेंसी की नजर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान के सुरक्षा दस्ते नांगरहार में बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाने जा रहे थे। इसके पहले ही रविवार को इस्लामिक स्टेट के 35 आतंकियों ने तालिबान के लोकल कमांडर्स के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
नांगरहार के लोकल कमांडर और तालिबान के इंटेलिजेंस चीफ बशीर खान ने कहा- 35 इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने सरेंडर किया है। इनमें से कुछ पूर्व आतंकी हैं जो फिलहाल एक्टिव नहीं थे। जलालाबाद में इन लोगों ने सरेंडर का फैसला किया। इनमें से कुछ हाल ही में कोटरी और स्पिंगहार जैसे हिंसा प्रभावित जिलों में एक्टिव थे और हालिया कुछ हमलों में उनका नाम सामने आया था।
अभी कुछ और आतंकी सक्रिय
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस्लामिक स्टेट के कुछ और आतंकी इस इलाके में सक्रिय हैं। इनकी एक लिस्ट बनाई गई है। सूत्रों के मुताबिक, 149 आतंकियों की लिस्ट तैयार है। ये सभी इस्लामिक स्टेट से जुड़े हैं। स्थानीय लोग इस्लामिक स्टेट को दाइश कहा जाता है।
तालिबान और दाइश के बीच गहरी दुश्मनी मानी जाती है। 15 अगस्त को काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद इस्लामिक स्टेट ने एक बयान में कहा था कि तालिबान ने अमेरिका से सीक्रेट डील के तहत अफगानिस्तान पर कब्जा किया है।
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