तुर्किये-सीरिया में 12 घंटे में भूकंप के 3 बड़े झटके:2300 से ज्यादा मौतें, सैकड़ों मलबे में दबे; रेस्क्यू टीम-राहत सामग्री भेजेगा भारत

अंकारा4 महीने पहले
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भूकंप के बाद कई लोग मलबे में दब गए। इनमें बच्चे भी शामिल हैं। कई लोगों को रेस्क्यू किया गया है। - Dainik Bhaskar
भूकंप के बाद कई लोग मलबे में दब गए। इनमें बच्चे भी शामिल हैं। कई लोगों को रेस्क्यू किया गया है।

मिडिल ईस्ट के चार देश तुर्किये (पुराना नाम तुर्की), सीरिया, लेबनान और इजराइल सोमवार सुबह भूकंप से हिल गए। यहां 12 घंटे में बड़े भूकंप आए। सबसे ज्यादा तबाही एपिसेंटर तुर्किये और उसके नजदीक सीरिया के इलाकों में देखी जा रही है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक- तुर्किये और सीरिया में अब तक 2300 लोगों की मौत हो चुकी है। लेबनान और इजराइल में भी झटके महसूस किए गए, लेकिन यहां नुकसान की खबर नहीं है। तुर्किये में अब तक 1498 लोगों की जान जा चुकी है। 7 हजार लोगों के घायल होने की खबर है। सीरिया में 805 लोग मारे गए और 2 हजार से ज्यादा जख्मी हैं।

टर्किश मीडिया के मुताबिक- 3 बड़े झटके आए। पहला तुर्किये के वक्त के मुताबिक, सुबह करीब चार बजे (7.8) और दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0)। इसके अलावा 78 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही।

ये फुटेज तुर्किये के उर्फा शहर की है। यहां भूकंप से एक 6 मंजिला इमारत गिर गई।
ये फुटेज तुर्किये के उर्फा शहर की है। यहां भूकंप से एक 6 मंजिला इमारत गिर गई।

भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर था
भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर था। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई। इसका असर भी दिख रहा है। दमिश्क​, ​​​​​​अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में इमारतें गिरने की खबर है। वहीं, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्कीये में आए भूकंप में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की संवेदनाएं तुर्किये के साथ हैं। भारत सरकार मदद के लिए राहत सामग्री के साथ NDRF और मेडिकल टीमों के खोज और बचाव दलों को तुर्की भेज रही है।

तुर्की का नाम अब तुर्किये हो गया है। राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोआन की सरकार ने इसके लिए कोशिश शुरू की थी। नए नाम तुर्किये को UN ने मान्यता दी है।

पहले नक्शे से समझिए.... भूकंप का असर

भूकंप का एपिसेंटर तुर्किए का गाजियांटेप शहर रहा। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई।
भूकंप का एपिसेंटर तुर्किए का गाजियांटेप शहर रहा। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई।

भूकंप से जुड़े अन्य अपडेट्स...

  • यूरोपियन यूनियन के साथ भारत भी तुर्किये को मदद भेजेगा। भारत सरकार ने कहा- विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों के साथ 100 कर्मियों वाली NDRF की 2 टीमें भूकंप प्रभावित क्षेत्र में जाने के लिए तैयार हैं।
  • इजराइल, अजरबैजान, रोमानिया, नीदरलैंड्स भी रेस्क्यू के लिए टीम भेज रहे हैं।
  • तुर्किये में भूकंप प्रभावित इलाकों में ब्लड डोनेशन कैंप लगाए गए हैं।
  • रूस ने भी तुर्किये और सीरिया को मदद भेजने का ऐलान किया है। पुतिन फिलहाल 100 बचाव कर्मियों के साथ दो इल्यूशिन-76 एयरक्राफ्ट भेजने की तैयारी कर रहे हैं।
  • अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन भी मदद भेजने के लिए तैयार हैं।

इन शहरों में हुई सबसे ज्यादा तबाही
अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिर, मालट्या, नूरदगी समेत 10 शहरों में भारी तबाही हुई। यहां 1,710 से ज्यादा बिल्डिंग गिरने की खबर है। कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। कई इलाकों में इमरजेंसी लागू कर दी गई है।

स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे
तुर्किये के वाइस प्रेसिडेंट फुआत ओक्ते के ऑफिस की तरफ से एक बयान जारी किया गया। कहा- देश के 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी रहेगा। सभी स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे। फिलहाल, 200 फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। हम मिलिट्री के लिए एयर कॉरिडोर बना रहे हैं। इसमें सिर्फ एयरक्राफ्ट को लैंड और टेकऑफ की मंजूरी दी जाएगी।

ये फुटेज तुर्किये के गाजियांटेप शहर का है। यहां मलबे से एक व्यक्ति को निकाला गया।
ये फुटेज तुर्किये के गाजियांटेप शहर का है। यहां मलबे से एक व्यक्ति को निकाला गया।

100 साल बाद आया इतना खतरनाक भूकंप, 10 हजार लोग मर सकते हैं
उधर, यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने चौंकाने वाली बात कही है। इसके आंकड़ों के मुताबिक, तुर्किये में मरने वालों की संख्या एक हजार से ज्यादा हो गई है। यह संख्या 10 हजार तक पहुंच सकती है।

USGS ने इसके पीछे तर्क दिया कि 1939 में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। तब 30 हजार लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 1999 में 7.2 तीव्रता का भूकंप आया था, तब 17 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी।

अब फोटो में देखिए तबाही...

सीरिया के एजाज इलाके में भूकंप के बाद मलबे में दबे मासूम को बचाव दल ने सुरक्षित बाहर निकाला।
सीरिया के एजाज इलाके में भूकंप के बाद मलबे में दबे मासूम को बचाव दल ने सुरक्षित बाहर निकाला।
ये गाजियांटेप शहर के एक स्टोर में लगे CCTV का फुटेज है। इसमें देखा जा सकता है कि करीब 1 मिनट 30 सेकेंड तक आए झटकों में स्टोर में रखा सामान फर्श पर नीचे गिर गया।
ये गाजियांटेप शहर के एक स्टोर में लगे CCTV का फुटेज है। इसमें देखा जा सकता है कि करीब 1 मिनट 30 सेकेंड तक आए झटकों में स्टोर में रखा सामान फर्श पर नीचे गिर गया।
तुर्किये की मीडिया के मुताबिक, भूकंप के बाद नैचुरल गैस की पाइपलाइन में आग लग गई।
तुर्किये की मीडिया के मुताबिक, भूकंप के बाद नैचुरल गैस की पाइपलाइन में आग लग गई।
तुर्किये के हैटे में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे के बीचों-बीच दरार आ गई।
तुर्किये के हैटे में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे के बीचों-बीच दरार आ गई।
तुर्किये में 2200 साल पुराना गजियांटेप कैसल तबाह हो गया। इसे रोमन्स ने बनाया था।
तुर्किये में 2200 साल पुराना गजियांटेप कैसल तबाह हो गया। इसे रोमन्स ने बनाया था।
सीरिया-तुर्की सीमा के पास इदलिब प्रांत के अस्पतालों में घायलों का इलाज किया जा रहा है।
सीरिया-तुर्की सीमा के पास इदलिब प्रांत के अस्पतालों में घायलों का इलाज किया जा रहा है।
कहरामनमारस शहर में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। CNN के मुताबिक, एक हजार रेस्क्यू वॉलंटियर्स को मदद के लिए भेजा गया है।
कहरामनमारस शहर में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। CNN के मुताबिक, एक हजार रेस्क्यू वॉलंटियर्स को मदद के लिए भेजा गया है।
गाजियांटेप शहर की एक बिल्डिंग। यह बिल्डिंग पूरी तरह धराशायी हो गई।
गाजियांटेप शहर की एक बिल्डिंग। यह बिल्डिंग पूरी तरह धराशायी हो गई।
राहत और बचाव कार्य के लिए सेना को तैनात किया गया है। इस तस्वीर में सैनिक मलबे से लोगों को निकालते हुए दिख रहे हैं।
राहत और बचाव कार्य के लिए सेना को तैनात किया गया है। इस तस्वीर में सैनिक मलबे से लोगों को निकालते हुए दिख रहे हैं।
ये तस्वीर एर्बिल शहर की है। यहां भूकंप आने के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए।
ये तस्वीर एर्बिल शहर की है। यहां भूकंप आने के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए।

सीरिया में... ट्रेन सेवाएं रद्द, 40 सेकेंड तक झटके महसूस हुए
सीरिया के दमिश्क​, ​​​​​​अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में इमारतें गिरने की खबर है। ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। भूकंप से प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यहां के कई इलाकों में लोगों ने बताया कि करीब 40 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।

सीरिया में तबाही का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यहां लोगों ने बताया कि करीब 40 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।
सीरिया में तबाही का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यहां लोगों ने बताया कि करीब 40 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप के बाद सीरिया के दमिश्क में लोगों को जान बचाने के लिए यहां-वहां भागते देखा गया।
भूकंप के बाद सीरिया के दमिश्क में लोगों को जान बचाने के लिए यहां-वहां भागते देखा गया।
ये वीडियो अल-दाना शहर का है। यहां एक अस्पताल ढह गया। मलबे में दबे लोगों को मुश्किल से निकाला गया।
ये वीडियो अल-दाना शहर का है। यहां एक अस्पताल ढह गया। मलबे में दबे लोगों को मुश्किल से निकाला गया।
अजमरीन शहर में पेट्रोल पंप के पास एक इमारत गिर गई। मलबे में लोगों को ढूंढा जा रहा है।
अजमरीन शहर में पेट्रोल पंप के पास एक इमारत गिर गई। मलबे में लोगों को ढूंढा जा रहा है।

2017 में आया था क्रॉस-बॉर्डर भूकंप
2017 में ईरान-इराक में क्रॉस-बॉर्डर भूकंप आया था। इराक के कुर्दिश शहर हलाबजा से इरान के कर्मानशाह प्रांत में झटके महसूस किए गए थे। इसमें 630 लोगों की मौत हुई थी। 8 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

दुनिया में हर साल 20,000 भूकंप आते हैं
हर साल दुनिया में कई भूकंप आते हैं, लेकिन इनकी तीव्रता कम होती है। नेशनल अर्थक्वेक इन्फॉर्मेशन सेंटर हर साल करीब 20,000 भूकंप रिकॉर्ड करता है। इसमें से 100 भूकंप ऐसे होते हैं जिनसे नुकसान ज्यादा होता है। भूकंप कुछ सेकेंड या कुछ मिनट तक रहता है। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप 2004 में हिंद महासागर में आया था। यह भूकंप 10 मिनट तक रहा था।

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