यूक्रेनी सैनिकों को प्रशिक्षण देने और उनकी मदद के लिए भेजे गए अमेरिकी वैगनर ग्रुप मोजार्ट समूह पर घोटाले और यूक्रेन की लीडरशिप के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने का आरोप लगा है। इस संबंध में अमेरिका के पूर्व मरीन और मोजार्ट के लीडर एंड्रयू मिलबर्न ने कंपनी के फंड को डायवर्ट कर दिया। वहीं, यूक्रेन के लीडर्स के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी भी की। मिलबर्न ने बताया कि यूक्रेन पर टिप्पणी करने के दौरान वे नशे में थे।
हालांकि, वित्तीय अनियमितताओं के बारे में अधिकांश आरोपों को उन्होंने निराधार बताया। उन्होंने बताया कि मार्च से मोजार्ट के लड़ाके यूक्रेन में रूसी सेना का डटकर मुकाबला कर रहे है। वहां सेना को प्रशिक्षण दिया, नागरिकों को जंग के लिए तैयार किया और यूक्रेनी सेना के साथ फ्रंट लाइन में खड़े रहे, लेकिन यूक्रेन के लीडर्स ने भुगतान नहीं किया।
मोजार्ट को फंड उपलब्ध कराने वाले एक छोटे से पूल पर निर्भर छोड़ दिया। जिसमें ईस्ट कोस्ट फाइनेंसरों का एक समूह और एक टेक्सास टाइकून शामिल था। मोजार्ट के अन्य लोगों ने भी बताया कि सभी लड़ाके रूस के निशाने पर हैं। मोजार्ट को एक व्यवसाय की तरह चलाना होता है, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया।
सैकड़ों नहीं तो हजारों विदेशी दिग्गज और स्वयंसेवक यूक्रेन से होकर गुजरे हैं। उनमें से कई नशेड़ी भी रहे हैं। नागरिकों को बचाया और 9 करोड़ रुपए से अधिक जुटाए, लेकिन फिर पैसे खत्म होने लगे है और पर्याप्त फंड नहीं दिया गया।
सितंबर से फंडिंग खत्म, नवंबर में हालात बिगड़ने लगे
मोजार्ट को सितंबर से फंड मिलना बंद हो गया था। तब एलाइड एक्सट्रैक्ट चैरिटी ग्रुप ने कम खर्च पर नागरिकों को बचाने का फैसला किया। नवंबर तक मोजार्ट के पास नकदी की इतनी कमी थी कि एक दिन की सैलरी नहीं निकल पा रही थी। खर्च चलना मुश्किल हो गया।
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