जायर बोल्सोनारो ब्राजील चुनाव में मिली हार के बाद सत्ता हस्तांतरण के लिए तैयार हो गए हैं। हालांकि, उन्होंने साफ तौर पर अपनी हार स्वीकार नहीं की है। उन्होंने चुनाव रिजल्ट आने के 2 दिन बाद देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने न तो इलेक्शन फ्रॉड की बात कही और न ही लूला डा सिल्वा को जीत की बधाई दी।
2 मिनट की स्पीच में बोल्सोनारो ने अपने समर्थकों से देश में शांति बनाए रखने के लिए कहा और अपनी सरकार की उपलब्धियों की सराहना की। साथ ही उन्होंने कहा- 'मैंने हमेशा संविधान के मुताबिक काम किया और करता रहूंगा।'
उन्होंने एक बार भी ये नहीं कि उन्हें अपनी हार कबूल है या फिर चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से हुए हैं। बोल्सोनारो के चीफ ऑफ स्टाफ सिरो नोगिरा ने कहा कि सरकार आने वाली सरकार को सत्ता सौंप देगी। उन्होंने कहा- वर्तमान राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने मुझे कानून के आधार पर सत्ता हस्तांतरण प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा है।
हार नहीं मानना चाहते थे बोल्सोनारो
लूला की जीत के बाद दुनिया की नजरें बोल्सोनारो के रिएक्शन पर थीं। बोल्सोनारो पहले ही ये साफ कर चुके थे कि अगर वो चुनाव हारे तो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का रास्ता अपनाएंगे और नतीजों को कबूल नहीं करेंगे। उनका दावा था कि वो सिर्फ एक ही सूरत में इलेक्शन हार सकते हैं, यानी धांधली होने पर।
उन्होंने अपने समर्थकों से भी चुनाव के नतीजे नहीं मानने के लिए कहा था। इसके बाद मतदान केंद्रों से 100 मीटर की दूरी तक हथियार नहीं ले जाने के आदेशों के बावजूद कई जगह बोल्सोनारो समर्थक खुलेआम हथियारों के साथ घूमते दिखे। वो वोटरों को धमकाने में लगे हुए थे।
चुनाव का फैसला आने के बाद देश में प्रदर्शन
बोल्सोनारो की हार के बाद देश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिले। उनके समर्थकों ने सड़कें जाम कर दीं। कुछ शहरों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई। फेडरल हाईवे पुलिस (PRF) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मार्को टोनियो टेरिटो डी बैरोसो ने कहा- प्रदर्शनकारियों ने 267 सड़कें ब्लॉक की हैं। देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट जाने का रास्ता भी ब्लॉक था, इसके चलते कई फ्लाइट्स कैंसल की गईं। लोग 'लूला नो' लिखे बैनर लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
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