चीन में कोरोना से हालात बेकाबू हो चुके हैं। एचके पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर के शुरुआती तीन हफ्ते में ही यहां 25 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। यह आबादी का 18% है। हेल्थ एक्सपर्ट्स चेतावनी दे रहे हैं कि इसका असर पूरी दुनिया में देखने को मिल सकता है। अमेरिका, भारत समेत यूरोप के कई देशों में कोविड सुनामी आ सकती है।
13 जनवरी को कोरोना का पीक आएगा
लंदन की ग्लोबल हेल्थ इंटेलिजेंस कंपनी एयरफिनिटी ने भी चौंकाने वाला दावा किया है। रिसर्चर्स ने एक अनुमान में बताया है कि चीन में 13 जनवरी को कोरोना का पहला पीक आएगा। इस दिन यहां 37 लाख केसेस सामने आएंगे। साथ ही कोरोना से होने वाली मौतों का पीक 23 जनवरी को आएगा। इस दिन 25 हजार मरीजों की मौत होगी।
एयरफिनिटी का मानना है कि चीन में जीरो कोविड पॉलिसी खत्म होने के बाद से कोरोना विस्फोट हुआ है। 1 दिसंबर से अब तक 1 करोड़ 86 लाख मामले सामने आए हैं, वहीं मरने वालों का आंकड़ा 1 लाख तक पहुंच गया है। कंपनी के मुताबिक, अभी चीन में हर दिन 9 हजार कोरोना मरीज अपनी जान गंवा रहे हैं। यह संख्या पिछले हफ्ते से लगभग दोगुनी है।
छुपाए जा रहे आंकड़ों पर WHO ने मांगा जवाब
चीन में बिगड़ते हालात देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) की चिंता भी बढ़ गई है। डायरेक्टर जनरल टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने चीन से कोरोना से जुड़ी जानकारी मांगी है। इसमें कोरोना केसेस, मौतें, ICU हॉस्पिटलाइजेशन, वैक्सीनशन स्टेटस और जीनोम सीक्वेंसिंग जैसा डेटा शामिल है।
दबाव में आकार चीन के अधिकारियों ने शुक्रवार को WHO एक्सपर्ट्स के साथ ऑनलाइन मीटिंग की। चीन ने अपने बचाव में कहा- हमने हमेशा से ही सही आंकड़े बताए हैं। सरकार केवल उन्हीं मौतों को गिन रही हैं, जिसमें मरीज को कोरोना इन्फेक्शन के बाद रेस्पिरेटरी फेलियर हुआ हो।
मुर्दा घर में रखी जा रहीं हजारों लाशें
चाइना कम्युनिस्ट पार्टी पर नजर रखने वाली ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट जेनिफर जेंग ने सोशल मीडिया पर दिल दहलाने वाला वीडियो शेयर किया है। उनके मुताबिक, क्लिप तोंगजी यूनिवर्सिटी के शंघाई ईस्ट हॉस्पिटल के मुर्दा घर का है। जेंग का दावा है कि 28 दिसंबर को यहां एक दिन में 10 हजार से ज्यादा लाशें स्टोर की गईं।
जेंग और भी कई वीडियोज शेयर कर रही हैं, जिनमें लोगों को खुदकुशी करते, श्मशान के बाहर शवों के अंबार और डॉक्टरों को बयान देते देखा जा सकता है।
चीन के आंकड़ों ने दुनिया का शक बढ़ाया
चीन के हेल्थ डिपार्टमेंट ने हाल ही में डेली कोरोना केस रिपोर्ट जारी करना बंद कर दिया है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो यह रिपोर्ट वैसे भी भरोसेमंद नहीं थी। चीन से लीक हुई रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां हर दिन हजारों कोरोना मरीजों की मौत हो रही है, लेकिन सरकारी आंकड़े 5-10 मौतें ही बताते थे।
फिलहाल चीन में बिगड़े हालात को देखते हुए कई देशों ने कोरोना प्रोटोकॉल की लिस्ट जारी कर दी है। अब फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, ताइवान, जापान, भारत, इटली, साउथ कोरिया और पाकिस्तान में चीन से आने वाले लोगों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी होगा। कुछ देशों में वैक्सीनेशन स्टेटस भी बताना होगा।
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