कोरोना महामारी को आए करीब ढाई साल हो चुके हैं। आज पूरी दुनिया ओपन-अप हो चुकी है, फिलहाल चीन को छोड़कर किसी भी देश में लॉकडाउन नहीं है। 5 दिन के भीतर ही चीन के 20 और शहरों में लॉकडाउन लगाना पड़ा है। चीन में अब लॉकडाउन वाले शहरों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। साथ ही लॉकडाउन में आबादी भी 21 करोड़ से बढ़कर अब 34 करोड़ हो गई है।
करीब 2.5 करोड़ की आबादी वाला शंघाई शहर पहले से लॉकडाउन में है और अब 2.15 करोड़ की आबादी वाली राजधानी बीजिंग में भी लॉकडाउन का खतरा बढ़ रहा है। शंघाई में अब भी लगभग 5 हजार से ज्यादा लोग रोज पॉजिटिव आ रहे हैं। चीन में जीरो कोविड पॉलिसी फेल होने के बावजूद राष्ट्रपति जिनपिंग अपनी जीरो कोविड पॉलिसी पर अड़े हुए हैं।
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जिनपिंग बोले- कोई भी देश चीन की पॉलिसी पर उंगली न उठाए
जिनपिंग ने शुक्रवार को पहली बार राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि जीरो कोविड पॉलिसी से ही कोरोना संक्रमण पर काबू पाया जा सकता है। कोई भी देश चीन की इस पॉलिसी पर उंगली न उठाए। जीरो कोविड पॉलिसी में संक्रमण का केस आने पर मरीज को अनिवार्य रूप से अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।
चीन अपनी जीरो कोविड पॉलिसी को कड़ाई से लागू करने पर आमादा है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और राष्ट्रपति जिनपिंग के करीबी ली क्वांग ने शुक्रवार को कोरोना के खिलाफ मुकाबले के लिए अब सभी स्तरों पर सैन्य आदेश जारी करने की आवश्यकता जताई जिससे प्रतिबंधों को कड़ाई से लागू किया जा सके।
बीजिंग में स्कूल बंद और टेस्टिंग के आदेश
शंघाई के जेसे ही संक्रमण बेकाबू न हो जाए, इसके लिए बीजिंग में और भी सख्ती कर दी गई है। अभी बीजिंग में लॉकडाउन नहीं लगाया गया है, लेकिन रोज 1000 से ज्यादा केस आने के कारण 2 साल से 90 साल तक के सभी लोगों की टेस्टिंग के आदेश जारी किए गए हैं। बीजिंग के 60 सबवे को बिना लॉकडाउन की घोषणा के ही बंद कर दिया गया है। स्कूल, रेस्टोरेंट-बार और जिम बंद कर दिए गए हैं।
पड़ोसी हॉन्गकॉन्ग में जिंदगी पटरी पर लौटी
चीन के पड़ोसी हॉन्गकॉन्ग में जिंदगी पटरी पर लौट गई है। इसका बड़ा कारण हॉन्गकॉन्ग द्वारा जीरो कोविड नीति की पालन नहीं करना है। हॉन्गकॉन्ग में 5 मई से सभी होटल-रेस्टोरेंट खुल गए हैं। वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके लोगों के लिए एयर ट्रेवल भी बिना रोकटोक खोल दिया। 300 केस औसत रोज हॉन्गकॉन्ग में आ रहे हैं। जबकि 2 महीमे पहले यहां रोज औसत 12 हजार केस आ रहे थे।
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