पूर्वी लद्दाख में जहां एक ओर चीन सीमा विवाद को सुलझाने के लिए भारत से बात कर रहा है। वहीं दूसरी ओर पैंगोंग त्सो झील के पास चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) युद्ध की तैयारियों में जुटी है। पैंगोंग झील के पास PLA के सैन्य अभ्यास का एक वीडियो सामने आया है।
दो पहले ही भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को हल करने के लिए लद्दाख के चुशूल-मोल्दो में बैठक हुई थी। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस मीटिंग में दोनों पक्ष सैन्य और राजनयिक माध्यमों से बातचीत जारी रखने और बाकी मुद्दों को आपसी समझ बूझ से हल करने पर सहमत हुए थे। हालांकि, इस वीडियो ने एक बार फिर चीन के नापाक इरादों को उजागर कर दिया है।
वीडियो में नजर आ रहा है कि चीनी सेना के हेलिकॉप्टर झील के ऊपर उड़ान भर रहे हैं। इससे पहले भी चीन की तरफ से झील के ऊपर पुल बनाने की सैटेलाइट इमेज सामने आई थी। चीन यह निर्माण इसलिए कर रहा है कि पैंगोंग झील पर भविष्य में भारत के साथ तकरार हो तो उसे रणनीतिक बढ़त मिल सके।
LAC पर हमारी चौकसी से बौखलाई चीनी सेना
एयर फोर्स चीफ वीआर चौधरी ने एलएसी पर चीनी सैनिकों के भारतीय सेना को उकसाने के बारे में कुछ दिन पहले कहा था- "एलएसी पर होने वाली सभी एक्टिविटीज पर हमारी नजर रहती है। जब भी हमें लगता है कि चीनी विमान एलएसी के बहुत करीब आ रहे हैं, तो हम अपने लड़ाकू विमानों और अपने सिस्टम को हाई अलर्ट पर रखते हैं। इससे वे बौखला गए हैं। हालांकि मैं कोई विशेष कारण नहीं बता सकता कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं। हम वहां अपने लड़ाकों को भेजकर कार्रवाई कर रहे हैं।"
2020 से चीन-भारत के रिश्ते खराब
जून 2020 में चीन और भारत के बीच गलवान घाटी में हिंसक झड़पें हुई थी, जिसमें भारत और चीन दोनों के सैनिक मारे गए थे। इस घटना के बाद 15 से ज्यादा दौर की शांति वार्ता हो चुकी है। मगर, अभी तक दोनों के बीच सुलह नहीं हो सकी है। पैंगोंग त्सो झील का एक भाग तिब्बत और एक भाग लद्दाख में है। सीमा के दोनों ओर करीब 50 हजार से 60 हजार सैनिक जमा हैं।
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