नेपाल में चीन का दबदबा खत्म करेगा US:20 साल बाद अमेरिकी दौरा करेंगे नेपाल के PM; इसके पहले नेपाली आर्मी चीफ वॉशिंगटन जाएंगे

काठमांडूएक वर्ष पहले
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नेपाल में चीन के बढ़ते दबदबे को खत्म करने के लिए अमेरिका कई दिनों से साइलेंट डिप्लोमैसी की स्ट्रैटेजी के तहत काम कर रहा है। अब इसके नतीजे सामने आने लगे हैं। नेपाल और अमेरिका हाईएस्ट लेवल पर बातचीत करने जा रहे हैं। नेपाल के आर्मी चीफ प्रभुराम शर्मा जून में अमेरिका जा रहे हैं। इसके कुछ दिनों बाद प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा वॉशिंगटन पहुंचेंगे। यह 20 साल में नेपाल के किसी प्रधानमंत्री का पहला अमेरिका दौरा होगा।

चुपचाप काम कर रहा है अमेरिका
‘काठमांडू पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के दिनों ने अमेरिका और नेपाल के बीच कई स्तरों पर बातचीत चल रही है। इसमें पॉलिटिकल और मिलिट्री लीडरशिप शामिल है। अब चीजें सामने आने लगी हैं। नेपाल के आर्मी चीफ शर्मा पेंटागन पहुंच रहे हैं। इसके बाद जुलाई के पहले हफ्ते में प्रधानमंत्री देउबा अमेरिका पहुंचेंगे। उनके प्रोग्राम का शेड्यूल जल्द सामने आ सकता है। इसके पहले और बाद में दोनों देशों के आला अफसर बातचीत करेंगे। नेपाल आर्मी ने भी इस यात्रा की पुष्टि कर दी है। नेपाल के आर्मी चीफ अमेरिका के अलावा कुछ और देशों का भी दौरा करेंगे।

अमेरिकी सैन्य कमांडर जेसोफ ट्रुली के साथ नेपाल के आर्मी चीफ प्रभुराम शर्मा। इसके बाद पेंटागन के स्पेशल कमांडर जनरल जॉन भी नेपाल गए थे।
अमेरिकी सैन्य कमांडर जेसोफ ट्रुली के साथ नेपाल के आर्मी चीफ प्रभुराम शर्मा। इसके बाद पेंटागन के स्पेशल कमांडर जनरल जॉन भी नेपाल गए थे।

27 जून को रवाना होंगे शर्मा
आर्मी चीफ 27 जून को अमेरिका रवाना होंगे। यहां वो पेंटागन का दौरा करेंगे। इसके बाद साउथ एशिया के मामले देखने वाले अमेरिका के तमाम आला अफसरों से मुलाकात करेंगे। माना जा रहा है कि अमेरिका नेपाल को पहाड़ी इलाकों के लिए जरूरी मिलिट्री हार्डवेयर देने जा रहा है। कुछ दिन पहले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अमेरिकी कमांडर एडमिरल जॉन अक्विलिनो काठमांडू गए थे। जॉन 36 देशों में अमेरिकी ऑपरेशन्स के हेड हैं। खास बात यह है कि जॉन के काठमांडू दौरे पर अमेरिका ने कुछ नहीं कहा था। बाद में काठमांडू पोस्ट ने इस विजिट की मामूली जानकारी दी।

नेपाल की आर्मी को अमेरिका स्पेशल मिलिट्री हार्डवेयर सप्लाई करने जा रहा है। ये नेपाल जैसे पहाड़ी क्षेत्र वाले देश के लिए बहुत मददगार साबित होंगे।
नेपाल की आर्मी को अमेरिका स्पेशल मिलिट्री हार्डवेयर सप्लाई करने जा रहा है। ये नेपाल जैसे पहाड़ी क्षेत्र वाले देश के लिए बहुत मददगार साबित होंगे।

क्या हैं इस यात्रा के मायने
पिछले हफ्ते अमेरिकी अंडर सेक्रेटरी उजरा जेया समेत तीन आला अफसरों ने गुपचुप नेपाल यात्रा की। 2017 में अमेरिका ने नेपाल को 500 मिलियन डॉलर की मदद दी थी। 2018 में अमेरिका ने कहा- नेपाल हिंद और प्रशांत क्षेत्र में हमारी रणनीति का हिस्सा है।

नेपाल में सिक्योरिटी एक्सपर्ट मानते हैं कि अमेरिका अब चीन को रोकने के लिए बहुत तेजी से काम कर रहे हैं, लेकिन इससे वो दो बड़े देशों के लिए बैटलग्राउंड बन सकता है। रिटायर्ड मेजर जनरल बिनोज बन्सायत ने कहा- नेपाल में अमेरिकी हित बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे चीन को परेशानी होना स्वाभाविक है। नेपाली आर्मी चीफ और प्रधानमंत्री का यात्रा बेहद अहम है।