तुर्किये-सीरिया त्रासदी की 12 दर्दनाक कहानियां:मलबे में दबे प्यासे बच्चे को ढक्कन से पानी पिलाया, बेटी मर गई पर पिता ने हाथ नहीं छोड़ा

अंकारा/दमिश्क4 महीने पहले
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यह रूह कंपा देने वाली घटना सीरिया के अलेप्पो शहर की है। रेस्क्यू टीम ने बच्चे को बाहर निकाला। - Dainik Bhaskar
यह रूह कंपा देने वाली घटना सीरिया के अलेप्पो शहर की है। रेस्क्यू टीम ने बच्चे को बाहर निकाला।

तुर्किये और सीरिया में सोमवार को आए तीन बड़े भूकंप से अब तक करीब 10 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) का कहना है कि मरने वालों का आंकड़ा 20 हजार तक पहुंच सकता है। UNICEF के मुताबिक, त्रासदी में हजारों बच्चों की जान जाने की आशंका है।

इस बीच सोशल मीडिया पर कई दर्दनाक कहानियां वायरल हो रही हैं। हम ऐसी ही 12 कहानियां आप तक पहुंचा रहे हैं…

मलबे में फंसे 2 साल के बच्चे को बोतल की कैप से पानी पिलाया

इस तस्वीर में बचावकर्मी बच्चे को पानी पिलाते हुए नजर आ रहा है।
इस तस्वीर में बचावकर्मी बच्चे को पानी पिलाते हुए नजर आ रहा है।

भूकंप के करीब 45 घंटे बाद तुर्किये के हताय शहर में मलबे के नीचे दबे एक 2 साल के बच्चे मोहम्मद को बचावकर्मियों ने बाहर निकाला। रेस्क्यू के दौरान प्यास लगने पर मोहम्मद को बचावकर्मियों ने बोतल की कैप से पानी पिलाया।

मलबे के नीचे बेटी को जन्म देकर मां ने दम तोड़ा
सीरिया के अलेप्पो शहर से रूह कंपा देने वाला मामला सामने आया है। यहां मलबे के ढेर के नीचे किलकारी गूंजी। बताया जा रहा है कि एक मां ने 5 मंजिला बिल्डिंग के मलबे के नीचे बेटी को जन्म दिया और फिर दम तोड़ दिया। जन्म के करीब 10 घंटे बाद जब रेस्क्यू टीम को उसके रोने की आवाज आई, तब उसे बाहर निकाला गया। मलबे के नीचे मिली ये बच्ची अब अपने परिवार की इकलौती सदस्य है।

बच्ची के शरीर पर चोट के कई निशान हैं। मलबे में फंसे रहने से उसे ये चोटें लगीं।
बच्ची के शरीर पर चोट के कई निशान हैं। मलबे में फंसे रहने से उसे ये चोटें लगीं।
यह रूह कंपा देने वाली घटना सीरिया के अलेप्पो शहर की है। रेस्क्यू टीम ने बच्चे को बाहर निकाला।
यह रूह कंपा देने वाली घटना सीरिया के अलेप्पो शहर की है। रेस्क्यू टीम ने बच्चे को बाहर निकाला।

मृत बच्चे से लिपटकर रोया पिता
एक वीडियो मंगलवार से वायरल हो रहा है। यह सीरिया के जिंदरिस का है। इसमें एक पिता को अपने मृत बच्चे को पकड़कर रोता देखा जा सकता है। कहा जा रहा है कि सीरिया में भूकंप ने इस नवजात की जान ले ली। पिता अपने बच्चे को कंबल में लिपटाकर कसकर पकड़े हुए है। उसके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। वह बच्चे को लगातार चूम रहा है।

पिता की हालत को देख आसपास लोग इकट्ठा हो गए और उसे दिलासा देने लगे।
पिता की हालत को देख आसपास लोग इकट्ठा हो गए और उसे दिलासा देने लगे।

जख्मी बच्चे का पूरा परिवार खत्म
भूकंप की तीव्रता केवल रिक्टर स्केल पर ही नहीं, बल्कि लोगों की जिंदगियों पर भी देखने को मिली है। सीरिया में एक छोटे से बच्चे का पूरा परिवार खत्म हो गया। रेस्क्यू टीम ने इस बच्ची को सुरक्षित जगह पहुंचाया। वीडियो में जख्मी बच्चे को एक पालने में लेटे देखा जा सकता है। उसके हाथ में बैंडेड लगी है और वह केले का टुकड़ा खा रहा है। यह पता नहीं चल पाया है कि ये मामला किस जगह का है।

इस त्रासदी में बच्चे का पूरा परिवार खत्म हो गया।
इस त्रासदी में बच्चे का पूरा परिवार खत्म हो गया।

भाई-बहन 17 घंटे मलबे के नीचे दबे रहे
सीरिया में एक बच्ची अपने छोटे भाई के साथ 17 घंटे तक मलबे के नीचे दबी रही। जब रेस्क्यू टीम उसे बचाने पहुंची तो उसने बातचीत में कहा- अंकल आप मुझे यहां से बाहर निकालिए, मैं आपकी सेवक बनकर रहूंगी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। दोनों ही बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया है और अब वे सुरक्षित हैं। यह पता नहीं चल पाया है कि ये मामला किस जगह का है।

जब रेस्क्यू टीम पहुंची तो दोनों भाई-बहन घबराए हुए थे। बहन बोली- अंकल आप मुझे यहां से बाहर निकालिए, मैं आपकी सेवक बनकर रहूंगी।
जब रेस्क्यू टीम पहुंची तो दोनों भाई-बहन घबराए हुए थे। बहन बोली- अंकल आप मुझे यहां से बाहर निकालिए, मैं आपकी सेवक बनकर रहूंगी।
रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दोनों बच्चों को राहत शिविर ले जाया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद दोनों बच्चों को राहत शिविर ले जाया गया।

मृत बेटी का हाथ थामकर बैठा रहा पिता
तुर्किये के शहर कहरामनमारस में एक पिता अपनी मृत बेटी का हाथ थामे बैठा रहा। उसकी 15 साल की बेटी की मलबे के नीचे दबने से मौत हो गई। पहले भूकंप का केंद्र दक्षिण-पूर्व तुर्की में स्थित कहारनमारास का पजारसीक जिला ही था।

तस्वीर में पिता मेसुत हैंसर ने अपनी 15 साल की बेटी इरमाक का हाथ पकड़ रखा है।
तस्वीर में पिता मेसुत हैंसर ने अपनी 15 साल की बेटी इरमाक का हाथ पकड़ रखा है।

बच्ची ने पूछा- मेरी मां कहां है?
तुर्किये के हताय शहर से भी दिल को छूने वाली घटना सामने आई। यहां रेस्क्यू ऑपरेशन में एक 7 साल की बच्ची को मलबे से बाहर निकाला गया। बच्ची रो रही थी। जैसे ही बच्ची को बाहर निकाला। उसने रेस्क्यू टीम से पूछा- मेरी मां कहां है? बच्ची के परिवार वालों के मिलने की कोई खबर नहीं है।

बच्ची की उम्र 7 साल है। जैसे ही उसे बाहर निकाला वह रेस्क्यू टीम के सदस्य से चिपक गई।
बच्ची की उम्र 7 साल है। जैसे ही उसे बाहर निकाला वह रेस्क्यू टीम के सदस्य से चिपक गई।

मलबे के नीचे दबे मासूमों का लगातार रेस्क्यू हो रहा है... देखें PHOTOS

सीरिया में 40 घंटे की मशक्कत के बाद एक बिल्डिंग के मलबे के नीचे से एक साथ 3 बच्चों को बचाया गया।
सीरिया में 40 घंटे की मशक्कत के बाद एक बिल्डिंग के मलबे के नीचे से एक साथ 3 बच्चों को बचाया गया।
तुर्किये में भूकंप से सेंलिर्फा में भारी तबाही हुई। यहां 53 घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने एक साल की बच्ची को जिंदा बाहर निकाला।
तुर्किये में भूकंप से सेंलिर्फा में भारी तबाही हुई। यहां 53 घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने एक साल की बच्ची को जिंदा बाहर निकाला।
यह फुटेज सीरिया के जिंदरिस शहर का है। इमारत के मलबे से नूर नाम की एक छोटी सी बच्ची को जिंदा निकाला गया।
यह फुटेज सीरिया के जिंदरिस शहर का है। इमारत के मलबे से नूर नाम की एक छोटी सी बच्ची को जिंदा निकाला गया।
ये वीडियो भी सीरिया के जिंदरिस शहर का है। बच्चा करीब 17 घंटे से मलबे में फंसा था।। सिविल डिफेंस की टीम ने बाहर निकाला।
ये वीडियो भी सीरिया के जिंदरिस शहर का है। बच्चा करीब 17 घंटे से मलबे में फंसा था।। सिविल डिफेंस की टीम ने बाहर निकाला।
तुर्किये में भूकंप से प्रभावित 10 शहरों में से एक हताय है। यहां 37 घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने एक 5 साल की बच्ची को जिंदा बाहर निकाला।
तुर्किये में भूकंप से प्रभावित 10 शहरों में से एक हताय है। यहां 37 घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने एक 5 साल की बच्ची को जिंदा बाहर निकाला।

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तुर्किये: हताय प्रांत में हजारों लोगों के मलबे में दबने की खबर है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
तुर्किये: हताय प्रांत में हजारों लोगों के मलबे में दबने की खबर है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

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