अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का विवादों से गहरा नाता है। अक्सर किसी न किसी विवाद की वजह से सुर्खियों में रहने वाले ट्रम्प एक बार फिर से चर्चा में हैं। आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के तौर पर अपनी पहचान का इस्तेमाल व्यक्तिगत फायदे के लिए किया। ट्रम्प ने पॉलिटिकल फंड रेजिंग के लिए जो प्रोग्राम किए थे वो पैसा उनके जेब में गया।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प पिछले साल दिसंबर में नेपल्स (इटली) की एक क्रिसमस पार्टी में शामिल हुए थे। इस पार्टी में शामिल होने और उनके साथ तस्वीर क्लिक करवाने के लिए 7.50 लाख रुपए (10 हजार डॉलर) से लेकर 22.50 लाख रुपए (30 हजार डॉलर) तक वसूल किए गए। इस पैसे का इस्तेमाल पॉलिटकल प्रोग्राम और चैरिटी के लिए होना था, लेकिन ये सारा पैसा ट्रम्प के बैंक अकाउंट में गया।
चैरिटी की कोई वजह नहीं बताई गई
पार्टी में मौजूद लोगों ने बताया कि उन्होंने एक प्राइवेट कंपनी व्हिप फंडराइजिंग से टिकट खरीदे थे। इस कंपनी से फाउंडर ब्रैड केल्टनर का दावा है कि इस प्रोग्राम का बड़ा हिस्सा चैरिटी में दिया गया है। जबकि, इसका विज्ञापन करने वाली वेबसाइट पर चैरिटी की कोई वजह नहीं बताई गई है। केल्टनर से जब इसे लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस मुद्दे पर बात करने से ही इनकार कर दिया। इसके अलावा भी ट्रम्प ने पहचान से फायदा उठाने के लिए कई वेंचर शुरू किए।
अमेरिका के कई पूर्व राष्ट्रपतियों ने उठाया फायदा
ट्रम्प से इतर भी अमेरिका के दूसरे पूर्व राष्ट्रपतियों ने अपनी पहचान को आर्थिक रूप से भुनाया है। बराक और मिशेल ओबामा ने 489 करोड़ रुपए (65 मिलियन डॉलर) में एक ज्वाइंट बुक डील की थी। वहीं, बिल और हिलेरी क्लिंटन ने भी अपने भाषणों के जरिए 2015 तक 1,152 करोड़ रुपए (153 मिलियन डॉलर) की कमाई की। जॉर्ज बुश को भी स्पीकिंग सर्किट से अच्छा फायदा मिला था, लेकिन इन सब के मुकाबले ट्र्म्प अपनी पहचाना को भुनाने के लिए ज्यादा प्रतिबद्ध नजर आते हैं।
ट्रम्प राष्ट्रपति बनने से पहले भी अमीर थे
ट्रम्प के प्रवक्ता टेलर बुडोविच इन सभी आरोपों पर कहा- ट्रम्प सार्वजनिक पद पाने से पहले अमीर थे। राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद भी आम लोगों में उनसे जुड़े आइडियाज और प्रोडक्ट्स की मांग बनी हुई है। ऐसा राजनीति में पहले कभी नहीं हुआ है। फेडरल इलेक्शन कमीशन के पूर्व जनरल काउंसल लॉरेंस नोबल ने कहा कि ट्रम्प के बारे में जो बात अलग है, वह यह है कि वो पैसा कमाने वाली हर बात में शामिल हैं। ऐसा लगता है कि जैसे वो हर वक्त यही सोचते हैं कि मैं फायदा कैसे कमा सकता हूं।
ट्रम्प से पूछताछ राजनीति से प्रेरित है
डोनाल्ड ट्रम्प की बिजनेस प्रैक्टिसेस न्यूयॉर्क में मैनहट्टन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी और स्टेट अटॉर्नी जनरल के लिए भी जांच का विषय है। इस पर ट्रम्प के बेटे एरिक ट्रम्प का कहना है कि यह पूछताछ राजनीति से प्रेरित है। न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स जैसे डेमोक्रेटिक नेता मेरे पिता के पीछे पड़कर सत्ता हासिल करना चाहते हैं। लेटिटिया जेम्स ने तो अपने प्रचार में उन्हें परेशान करने और मुकदमा चलाने का वादा भी किया था। इस तरह के मामले थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज में देखने में आते हैं।
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