5 दिवसीय दुबई एयरशो का दुबई वर्ल्ड सेंट्रल और अल मकतूम एयरपोर्ट पर प्रदर्शन चल रहा हैै। यूएई के रक्षा मंत्रालय ने वैश्विक रक्षा आपूर्तिकर्ताओं के साथ कुल 5.23 बिलियन डॉलर (38 हजार करोड़ रु.) के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। 1989 में शो शुरू होने के बाद से यह अब तक सबसे बड़ा शो है। इसमें 370 से अधिक नए प्रदर्शक और 150 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। पहली बार इजराइल दुबई एयर शो में शिरकत कर रहा है।
140 से अधिक देशों के नागरिक और सैन्य प्रतिनिधिमंडल यहां मौजूद हैं। 18 नवंबर तक चलने वाले इस शो में 85,000 लोगों के आने की उम्मीद है। स्काईव्यू ग्रैंडस्टैंड से दुनिया के कुछ सबसे प्रभावशाली सैन्य लड़ाकू विमानों और बड़े वाणिज्यिक विमानों की उड़ान देखना दर्शकों में एक रोमांचक पैदा करता है। यदि भारत के भागीदारी की बात करें तो भारतीय वायु सेना की एरोबेटिक्स प्रदर्शन टीम मौजूद है। सारंग के साथ सूर्यकिरण और तेजस की एरोबेटिक्स टीमें अपना दम खम दिखा रही हैं।
भारतीय कैंप में डीआरडीओ, एचएएल और भारत डायनामिक लिमिटेड के प्रतिनिधि मौजूद हैं। भारतीय डिफेंस इंडस्ट्री की तरफ से एचएएल के विपिन मेनन बताते हैं कि एयर शो के दौरान सारंग, तेजस और सूर्यकिरण ने करतब दिखाए। जैसा कि भारत सरकार ने भारतीय हथियारों को वैश्विक बाजार में उतारने का फैसला किया है और हम यहां देख सकते हैं कि हमारे हथियार और उपकरण इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी के लिहाज से काफी बेहतर हैं।
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