तुर्किये-सीरिया में फिर भूकंप-5 मौतें:कई मलबे में दबे; पहले भूकंप में कमजोर पड़ चुकी इमारतों को ज्यादा नुकसान

3 महीने पहले
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सोमवार को अंताक्या शहर में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। ये जमीन से सिर्फ 2 किमी नीचे था जिसके चलते तुर्किये सहित आसपास के देशों में तेज झटके महसूस किए गए। - Dainik Bhaskar
सोमवार को अंताक्या शहर में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। ये जमीन से सिर्फ 2 किमी नीचे था जिसके चलते तुर्किये सहित आसपास के देशों में तेज झटके महसूस किए गए।

तुर्किये और सीरिया में 14 दिन बाद एक बार फिर से सोमवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 रही। इसमें 5 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 294 घायल हो गए।

इसका केंद्र हताय प्रांत का अंताक्या शहर है। भूकंप की गहराई 2 किलोमीटर तक रही। इसके बाद आए आफ्टर शॉक्स की तीव्रता 3.4 से 5.8 रही। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि कई ऐसी इमारतें गिर गई हैं, जो 6 फरवरी को आए तीन भूकंप से कमजोर पड़ गई थीं। कई लोग मलबे में फंसे हैं। बताया जा रहा है कि मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है।

तुर्किये के अंताक्या में भूकंप के बाद बेघर हुए लोग परिवार सहित सड़कों पर रोते हुए नजर आए।
तुर्किये के अंताक्या में भूकंप के बाद बेघर हुए लोग परिवार सहित सड़कों पर रोते हुए नजर आए।

68 घंटे में 11 भूकंप आए
तुर्किये-सीरिया बॉर्डर वाले इलाके में 68 घंटे में 11 भूकंप आए हैं। तुर्किये की अनादोलु समाचार एजेंसी के सरकारी सूत्रों के मुताबिक, 3 जगहों पर खोज और बचाव की कोशिश की जा रही है। सोमवार को आए भूकंप के झटके लेबनान, इजराइल और साइप्रस में भी महसूस किए गए। यूरोपियन मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर के मुताबिक, अभी आगे और आफ्टर शॉक्स झेलने पड़ सकते हैं।

मैप से समझिए कहां आया देर रात भूकंप...

6 फरवरी को तुर्किये-सीरिया में आए 7.8 और 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद 20 फरवरी को अंताक्या शहर में 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। (ये प्रतीकात्मक मैप है। सोर्स- न्यूयॉर्क टाइम्स)
6 फरवरी को तुर्किये-सीरिया में आए 7.8 और 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद 20 फरवरी को अंताक्या शहर में 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। (ये प्रतीकात्मक मैप है। सोर्स- न्यूयॉर्क टाइम्स)

अभी भी कई लोग मलबे में दबे
अंताक्या प्रान्त के हताय शहर में कई लोग मलबे में दबे हैं, जिनकी हालत के बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। वहीं, सीरिया के विरोधियों वाले इलाके में 150 लोग घायल हुए हैं। समांदाग के मेयर रेफिक इरिलमाज ने लोकल टीवी चैनल को बताया कि लोगों के लिए शेल्टर की समस्या काफी बड़ी है। मां-बाप अपने बच्चों के साथ कड़कड़ाती ठंड में रहने को मजबूर हैं। हम पुलिस वालों को हर बिल्डिंग के सामने खड़ा नहीं कर सकते हैं।

सोमवार देर रात आए भूकंप में हयात में कई बिल्डिंग गिर गईं।
सोमवार देर रात आए भूकंप में हयात में कई बिल्डिंग गिर गईं।
भूकंप में घायल हुए बच्चे को इलाज के लिए एम्बुलेंस की तरफ ले जाते बचावकर्मी।
भूकंप में घायल हुए बच्चे को इलाज के लिए एम्बुलेंस की तरफ ले जाते बचावकर्मी।

6 फरवरी को आए 3 बड़े भूकंप में मृतकों की संख्या 47 हजार के पार
6 फरवरी को आए 3 बड़े भूकंप से तुर्किये और सीरिया में मरने वालों की संख्या 47 हजार से ज्यादा हो चुकी है। तुर्किये में 41,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। सीरिया में 5,800 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दोनों देशों में 2 करोड़ 60 लाख लोगों को मदद की जरूरत है। पिछले 75 साल में पहली बार WHO इतने बड़े लेवल पर रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहा है।

तस्वीरों से जानिए सोमवार को आए भूकंप के बाद के हालात

तीसरे बड़े भूकंप के बाद तुर्किये के लोगों में डर का माहौल है। वे रातभर अपने घरों के बाहर ही अलाव जलाकर बैठे रहे।
तीसरे बड़े भूकंप के बाद तुर्किये के लोगों में डर का माहौल है। वे रातभर अपने घरों के बाहर ही अलाव जलाकर बैठे रहे।
तुर्किये के भूकंप में बेघर हुए लोग शेल्टर्स के बाहर रोते हुए नजर आए।
तुर्किये के भूकंप में बेघर हुए लोग शेल्टर्स के बाहर रोते हुए नजर आए।
सोमवार को तुर्किये के हताय में भूकंप के बाद रेस्क्यू वर्कर्स एक घायल व्यक्ति को इलाज के लिए ले जा रहे हैं।
सोमवार को तुर्किये के हताय में भूकंप के बाद रेस्क्यू वर्कर्स एक घायल व्यक्ति को इलाज के लिए ले जा रहे हैं।
हताय प्रांत के अंताक्या में दोबारा भूकंप के बाद मलबे के बीच लोगों को ढूंढते दिखे बचावकर्मी।
हताय प्रांत के अंताक्या में दोबारा भूकंप के बाद मलबे के बीच लोगों को ढूंढते दिखे बचावकर्मी।

मलबे में बैलून बांधकर दी जा रही श्रद्धांजलि
तुर्किये में समाज सेवियों ने त्रासदी में मारे गए बच्चों को मलबे में लाल गुब्बारे लगाकर श्रद्धांजलि दी। प्रोजेक्ट के लीडर ओगुएन सीवर ओकुर ने बताया कि उन्होंने 1000-1500 गुब्बारे मलबे में जगह-जगह बांधे। हर एक गुब्बारा भूकंप में जान गंवाने वाले बच्चों की याद दिलाता है। इस प्रोजेक्ट के तहत अभी और गुब्बारे लगाए जाएंगे।

तुर्किये में मलबे में अब तक करीब 1500 गुब्बारे लगाए गए हैं।
तुर्किये में मलबे में अब तक करीब 1500 गुब्बारे लगाए गए हैं।

6 हजार से ज्यादा आफ्टर शॉक आए

तुर्किये में करीब 3.5 लाख अपार्टमेंट्स तबाह हो चुके हैं।
तुर्किये में करीब 3.5 लाख अपार्टमेंट्स तबाह हो चुके हैं।

वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो हफ्ते में तुर्किये के 11 राज्यों में 6,040 आफ्टर शॉक आ चुके हैं। इन इलाकों को डिजास्टर जोन कहा जा रहा है। 6 हजार में से 40 आफ्टर शॉक 5 से 6 तीव्रता के थे। वहीं एक 6.6 तीव्रता का था। तुर्किये की स्थिति इतनी खराब है कि यहां एक लाख से ज्यादा इमारतें नष्ट हो गई हैं। अधिकारी लोगों को इनसे दूर रहने की सलाह दे रहे हैं।

6 फरवरी को आए थे 3 बड़े भूकंप
तुर्किये और सीरिया में 6 फरवरी को सुबह 3 बड़े भूकंप आए थे। तुर्किये के वक्त के मुताबिक, पहला भूकंप सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया। इसके बाद आफ्टर शॉक्स भी दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही। तुर्किये में 7 फरवरी सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसके बाद दोपहर 12.41 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया।

भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर रहा। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई।
भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर रहा। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई।

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तस्वीर तुर्किये के हासा कस्बे की है, यहां भी भूकंप की वजह से आई दरार को देखा गया है।
तस्वीर तुर्किये के हासा कस्बे की है, यहां भी भूकंप की वजह से आई दरार को देखा गया है।

6 फरवरी को सीरिया और तुर्किये में आए 7.8 और 7.5 तीव्रता के भूकंपों से बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। घातक भूकंप से मरने वालों की संख्या 24 हजार से ज्यादा हो चुकी है। अब UK के रिसर्चरों ने विनाशकारी भूकंप से पहले और बाद की स्पेस से ली गई दो इमेज जारी की हैं।

सेंटर फॉर द ऑब्जर्वेशन एंड मॉडलिंग ऑफ अर्थक्वेक यानी COMET के रिसर्चरों ने बताया कि ये इमेज सेंटिनल -1 सैटेलाइट से ली गई हैं। भूकंप के बाद की तस्वीरों में धरती में आई काफी बड़ी-बड़ी दो दरारें दिख रही हैं। सबसे बड़ी दरार 300 किलोमीटर लंबी है। जो मेडिटरेनियन सी यानी भूमध्य सागर की टिप से नॉर्थ ईस्ट तक फैली है। पूरी खबर यहां पढ़ें..