2 अदालतों ने इमरान पर शिकंजा कसा:इस्लामाबाद HC ने कहा- बचना है तो सरेंडर करो; निचली अदालत का अरेस्ट वॉरंट रद्द करने से इनकार

इस्लामाबाद3 महीने पहले
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15 फरवरी को दोपहर में पुलिस और रेंजर्स की वापसी के बाद इमरान घर से निकले और समर्थकों से बातचीत की। इस दौरान वो टियर गैस से बचाने वाला मास्क लगाए नजर आए। - Dainik Bhaskar
15 फरवरी को दोपहर में पुलिस और रेंजर्स की वापसी के बाद इमरान घर से निकले और समर्थकों से बातचीत की। इस दौरान वो टियर गैस से बचाने वाला मास्क लगाए नजर आए।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर अदालतों ने दबाव बढ़ा दिया। गुरुवार को खान को दो बड़े झटके लगे। पहला- इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने ऑर्डर दिए कि अगर खान को पुलिस के हाथों से गिरफ्तार होने से बचना है तो वो कोर्ट में सरेंडर कर दें। दूसरा- इस्लामाबाद के ही सेशन कोर्ट ने कहा- तोशाखाना मामला बेहद गंभीर है। इमरान के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट बिल्कुल रद्द नहीं किया जा सकता।

इस्लामाबाद हाईकोर्ट में खान की गिरफ्तारी वारंट रद्द करने वाली याचिका पर सुनवाई हुई। जज ने कहा- पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी नहीं रह सकती। उन्हें गिरफ्तारी के ऑर्डर दिए गए थे। खान को अदालत में पेश किया जाना था, उनके खिलाफ नॉन-बेलेबल वॉरेंट जारी किया गया था।

इस पर खान के वकील ख्वाजा हारिस अहमद ने कहा- क्या कोर्ट में पेश होने के लिए खान को गिरफ्तार करना जरूरी है। इसके जवाब में जज ने कहा- हम चाहते हैं कि इमरान कोर्ट में पेश हों। अगर वो गिरफ्तारी से बचना चाहते हैं तो कोर्ट आकर सरेंडर कर दें।

इमरान को सरकारी खजाने (तोशाखाना) के बेशकीमती गिफ्ट्स कौड़ियों के दाम खरीदकर उन्हें अरबों रुपए में बेचने का आरोप है। इसी मामले में उनकी गिरफ्तारी होनी है।
इमरान को सरकारी खजाने (तोशाखाना) के बेशकीमती गिफ्ट्स कौड़ियों के दाम खरीदकर उन्हें अरबों रुपए में बेचने का आरोप है। इसी मामले में उनकी गिरफ्तारी होनी है।

पहले समझिए पूरा मामला...
दरअसल, इमरान खान को तोशाखाना केस में गिरफ्तार किया जाना है। इसके लिए पुलिस 13 मार्च को लाहौर के जमान पार्क में उनके घर गिरफ्तारी के लिए पहुंच गई थी। लेकिन इमरान के समर्थकों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद 15 मार्च को पुलिस उन्हें बिना गिरफ्तार किए वापस चली गई।

इमरान पर सरकारी खजाने (तोशाखाना) के बेशकीमती गिफ्ट्स कौड़ियों के दाम खरीदकर उन्हें अरबों रुपए में बेचने का आरोप है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें 29 मार्च तक अरेस्ट करके अदालत में पेश करने का ऑर्डर जारी किया था। इमरान ने गिरफ्तारी से बचने के लिए कहा था कि उनके पास 18 मार्च तक प्रोटेक्टिव बेल है। लेकिन जब पुलिस उन्हें अरेस्ट करने घर पहुंच गई तो 15 मार्च को उन्होंने हाईकोर्ट में गिरफ्तारी वारंट रद्द करने के लिए याचिका दायर कर दी।

लाहौर के जमान पार्क में इमरान का घर है। 15 फरवरी सुबह सामने आए इस वीडियो में समर्थकों का हिंसक प्रदर्शन और पुलिस का एक्शन दिखाई दिया।
लाहौर के जमान पार्क में इमरान का घर है। 15 फरवरी सुबह सामने आए इस वीडियो में समर्थकों का हिंसक प्रदर्शन और पुलिस का एक्शन दिखाई दिया।

गिरफ्तारी में पेंच- पुलिस VS पुलिस
खैबर पख्तूनख्वा (KP) प्रांत में 10 साल इमरान खान की पार्टी की सरकार रही है। अब यहां केयरटेकर सरकार है। इसके बावजूद इमरान की सुरक्षा में KP राज्य की पुलिस तैनात है। वो इस्लामाबाद पुलिस को रोक रही थी और इस वजह से गिरफ्तारी में देरी हुई। यानी पुलिस vs पुलिस का पेंच फंस गया। बुधवार दोपहर सरकार की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने भी यही वजह बताई।

जानिए तोशखाना केस से जुड़ी जरूरी बातें...

इमरान पर अब तक 80 केस दर्ज

  • खान पर अब तक कुल 80 केस दर्ज हो चुके हैं। खान पर तोशाखाना में जमा गिफ्ट्स को सस्ते में खरीदने और ज्यादा दामों में बेचने का आरोप है। इसे लेकर पाकिस्‍तान के चुनाव आयोग ने उन्हें 5 साल के लिए अयोग्‍य घोषित किया है। उनकी संसद सदस्यता भी रद्द कर दी गई है।
  • इस फैसले के खिलाफ इमरान समर्थकों ने चुनाव आयोग (EC) के ऑफिस के बाहर हिंसक प्रदर्शन किया था, जिसमें कुछ लोग घायल भी हुए थे। इस घटना के बाद खान के खिलाफ एंटी टेररिज्म एक्ट के तहत वारंट जारी हुआ था।
  • पिछले साल 20 अगस्त को इस्लामाबाद में एक रैली के दौरान इमरान ने महिला जज और पुलिस अधिकारियों को खुलेआम धमकी दी थी। इसी बीच इमरान की पार्टी PTI की लीगल टीम ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में खान की गिरफ्तारी से पहले जमानत याचिका दायर कर दी थी। ये खारिज हो गई।

तोशखाना केस से जुड़ी 2 तस्वीरें...

जिन तोहफों को इमरान ने बेचा था उनमें एक बेशकीमती घड़ी, कफलिंक का एक जोड़ा, एक महंगा पेन, एक अंगूठी और चार रोलेक्स वॉच शामिल थीं। सरकार के मुताबिक, इमरान ने कुल 111 तोहफे 2.23 करोड़ रुपए (पाकिस्तानी करंसी) में खरीदे और इन्हें करीब 2.07 अरब रुपए में बेचा। इसके लिए जाली रसीदें बनवाईं गईं।
जिन तोहफों को इमरान ने बेचा था उनमें एक बेशकीमती घड़ी, कफलिंक का एक जोड़ा, एक महंगा पेन, एक अंगूठी और चार रोलेक्स वॉच शामिल थीं। सरकार के मुताबिक, इमरान ने कुल 111 तोहफे 2.23 करोड़ रुपए (पाकिस्तानी करंसी) में खरीदे और इन्हें करीब 2.07 अरब रुपए में बेचा। इसके लिए जाली रसीदें बनवाईं गईं।
तस्वीर जनवरी 2019 की है। फोटो में गवर्नर तबुक प्रिंस फहद बिन सुल्तान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद ने इमरान को 'गोल्ड कलाश्निकोव' का तोहफा और गोलियां गिफ्ट की थीं।
तस्वीर जनवरी 2019 की है। फोटो में गवर्नर तबुक प्रिंस फहद बिन सुल्तान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद ने इमरान को 'गोल्ड कलाश्निकोव' का तोहफा और गोलियां गिफ्ट की थीं।

तोशखाना केस: इन्फॉर्मेशन कमीशन में अर्जी, बुशरा का मंत्री को निर्देश और कड़ियां जुड़ती गईं

1. इन्फॉर्मेशन कमीशन में अर्जी

करीब ढाई साल पहले अबरार खालिद नाम के एक पाकिस्तानी शख्स ने इन्फॉर्मेशन कमीशन में एक अर्जी दायर की थी। कहा- इमरान को दूसरे देशों से मिले गिफ्ट्स की जानकारी दी जाए। जवाब मिला- गिफ्ट्स की जानकारी नहीं दी जा सकती। खालिद भी जिद्दी निकले। उन्होंने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी।

2. कोर्ट ने पूछा था- तोहफों की जानकारी क्यों नहीं देते

इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने इमरान से पूछा था- आप तोहफों की जानकारी क्यों नहीं देते? इस पर खान के वकील का जवाब था- इससे मुल्क की सलामती यानी सुरक्षा को खतरा है। दूसरे देशों से रिश्ते खराब हो सकते हैं। इसलिए अवाम को दूसरे देशों से मिले तोहफों की जानकारी नहीं दे सकते।

3. तीसरी पत्नी बुशरा ने घड़ी बेचने को कहा था

पाकिस्तानी पत्रकार आरिफ अजाकिया और इमदाद अली शूमरो के मुताबिक- इमरान को सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने गोल्ड से बनी और हीरों से जड़ी बेशकीमती रिस्ट वॉच गिफ्ट की थी। उन्होंने दो लिमिटेड एडिशन घड़ियां बनवाईं थीं। एक खुद के पास रखी थी। दूसरी इमरान को गिफ्ट की थी। इसकी कीमत करीब 16 करोड़ रुपए थी।

इमरान ने घर आकर यह रिस्ट वॉच पिंकी पीरनी (तीसरी पत्नी बुशरा बीबी) को रखने के लिए दे दी। बुशरा ने यह घड़ी उस वक्त के एक मंत्री जुल्फी बुखारी को देकर कीमत पता करने को कहा। मंत्री ने बताया कि यह तो बेहद महंगी है।

बुशरा ने उसे बेचने को कहा। ब्रांडेड घड़ी देखकर शोरूम के मालिक ने इसकी मैन्यूफेक्चरिंग कंपनी को फोन कर दिया और यहीं से इमरान की कलई खुल गई। मेकर्स ने सीधे MBS के ऑफिस से संपर्क किया और बता दिया कि आपने जो 2 घड़ियां बनवाईं थीं, उनमें से एक बिकने के लिए आई है। ये आपने भेजी है या चोरी हुई है?

4. बुशरा और दोस्त जुल्फी का ऑडियो लीक हुआ

कुछ महीने पहले इमरान की पत्नी बुशरा और दोस्त जुल्फी बुखारी का ऑडियो लीक हुआ। इसमें साफ हो गया कि इमरान के कहने पर ही बुशरा ने जुल्फी बुखारी से संपर्क किया था और उन्हें घड़ियां बिकवाने को कहा था। जुल्फी इमरान सरकार में मंत्री रह चुके हैं और उनके बड़े राजदार माने जाते हैं।

और सबूत मिलते चले गए

  • जब इमरान पर सरकारी खजाने (तोशाखाना) के गिफ्ट्स बेचने के आरोप लगे तो उनकी पार्टी ने बचाव में फर्जी सबूत पेश किए। कहा- तमाम गिफ्ट्स नियमों के मुताबिक, तोशाखाना से खरीदे गए थे। एक घड़ी इस्लामाबाद के एक शोरूम में बेची गई थी। इसके बिल भी मौजूद हैं।
  • खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने जो बिल मीडिया को दिखाया, वो दरअसल हाथ से लिखा एक कागज था। मजे की बात यह है कि जिस दुकान का यह बिल था, उसके मालिक ने वीडियो जारी करके साफ कर दिया कि यह फर्जी बिल है। अशफाक नाम के शोरूम मालिक ने कहा था- हम प्रॉपर बिल देते हैं। जो बिल दिखाया जा रहा है, वो जाली है। न तो वो हैंडराइटिंग मेरी है और न सिग्नेचर। मैं PTI पर केस दायर कर रहा हूं।
  • खान एक और जगह फंस गए। दरअसल, उन्होंने दावा किया कि घड़ी इस्लामाबाद में बेची गई थी। लेकिन, दुबई के एक अमीर कारोबारी ने वीडियो जारी करके उनके झूठ की कलई खोल दी। पाकिस्तानी मूल के इस बिजनेसमैन ने कहा- इमरान की पत्नी बुशरा की दोस्त फराह गोगी ने मुझे सऊदी क्राउन प्रिंस की घड़ी और एक गिफ्ट सेट 2 लाख डॉलर में बेचा। मैंने इसका कैश पेमेंट किया। इसके सबूत मेरे पास मौजूद हैं।
  • कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि सऊदी सरकार ने इस बिजनेसमैन से यह घड़ी और गिफ्ट आयटम्स वापस खरीद लिए हैं।
फोटो 17 फरवरी 2019 की है। तब सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान यानी MBS पाकिस्तान दौरे पर आए थे। इमरान खुद प्रिंस को न सिर्फ रिसीव करने पहुंचे, बल्कि कार भी खुद ही ड्राइव की थी। MBS की गिफ्ट रिस्ट वॉच ही इमरान ने करोड़ों रुपए में बेच दी।
फोटो 17 फरवरी 2019 की है। तब सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान यानी MBS पाकिस्तान दौरे पर आए थे। इमरान खुद प्रिंस को न सिर्फ रिसीव करने पहुंचे, बल्कि कार भी खुद ही ड्राइव की थी। MBS की गिफ्ट रिस्ट वॉच ही इमरान ने करोड़ों रुपए में बेच दी।

तोशाखाना का नियम क्या है

  • पाकिस्तान की पत्रकार आलिया शाह के मुताबिक- पाकिस्तान में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या दूसरे पद पर रहने वालों को मिले तोहफों की जानकारी नेशनल आर्काइव को देनी होती है। इन्हें तोशाखाना में जमा कराना होता है। अगर तोहफा 10 हजार पाकिस्तानी रुपए की कीमत वाला होता है तो बिना कोई पैसा चुकाए इसे संबंधित व्यक्ति रख सकता है।
  • तोहफे की अनुमानित कीमत अगर 10 हजार से ज्यादा है तो 20% कीमत देकर गिफ्ट अपने पास रखा जा सकता है। अगर 4 लाख से ज्यादा का गिफ्ट है तो इसे सिर्फ वजीर-ए-आजम (प्रधानमंत्री) या सदर-ए-रियासत (राष्ट्रपति) ही खरीद सकता है। अगर कोई नहीं खरीदता तो नीलामी होती है। इमरान ने यहां भी खेल कर दिया। 2 करोड़ का तोहफा कहीं 5 लाख, तो कहीं 7 लाख का बता दिया। इसी कीमत पर इन्हें खरीदा और फिर ओरिजनल कीमत से भी कई गुना ज्यादा पर बेच दिया। यह काम जुल्फी बुखारी और बुशरा बीबी की दोस्त फराह खान उर्फ फराह गोगी ने किया था।
  • एक और खास बात यह है कि फराह गोगी उसी दिन (10 अप्रैल 2022) पाकिस्तान से एक प्राईवेट जेट से फरार होकर दुबई पहुंच गईं थीं, जिस दिन इमरान खान की सरकार गिरी थी।