सोमवार को हुए ड्रामे के बाद इस्लामाबाद पुलिस और रेंजर्स कमांडो मंगलवार को एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने उनके लाहौर वाले घर पहुंचे। दूसरी तरफ, इमरान ने एक बार फिर समर्थकों के नाम सोशल मीडिया पर अपील जारी की। कहा- आपके नेता की जान को खतरा है। पार्टी ने सोशल मीडिया पर कहा- जल्द से जल्द खान साहब के लाहौर में जमान पार्क वाले घर पहुंचें।
दोपहर करीब 4 बजे पुलिस और रेंजर्स कमांडोज की कार्रवाई शुरू हुई, लेकिन अब तक इमरान गिरफ्त से बाहर हैं। उनके समर्थक लगातार पथराव कर रहे हैं। फायरिंग की भी खबरें हैं।
अपडेट्स...
लाहौर में पुलिस VS पुलिस
पुलिस ने जमान पार्क के इलाके में इंटरनेट बंद किया। दो हेलिकॉप्टर आसमान से निगरानी कर रहे हैं। कुछ खबरों में कहा गया है कि इमरान के घर पुलिस बनाम पुलिस का मामला गिरफ्तारी में देरी की वजह बन रहा है। दरअसल, खैबर पख्तूनख्वा (KP) प्रांत में 10 साल इमरान खान की पार्टी की सरकार रही है। अब यहां केयरटेकर सरकार है। इसके बावजूद इमरान की सुरक्षा में KP राज्य की पुलिस तैनात है। वो इस्लाबाद पुलिस को रोक रही है और इस वजह से गिरफ्तारी में देरी हो रही है।
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का बयान
शाहबाज शरीफ ने जियो न्यूज के प्रोग्राम कैपिटल टॉक को दिए इंटरव्यू में कहा- हमने खान पर कोई केस दर्ज नहीं किया। अब अगर अदालत के आदेश का पालन भी नहीं करेंगे तो क्या होगा। इमरान कहते हैं कि वो 72 साल के बुजुर्ग हैं तो शांति से गिरफ्तारी क्यों नहीं देते।
‘डॉन न्यूज’ के मुताबिक, इमरान के समर्थक पुलिस पर पत्थर फेंक रहे हैं। पुलिस के पास आंसू गैस के अलावा वॉटर कैनन भी मौजूद हैं। पत्थरबाजी में कुछ पुलिस वाले जख्मी हो गए हैं। इन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया है।
इस्लामाबाद के पुलिस कमिश्नर ने कहा- हम सिर्फ अदालत के ऑर्डर की तामीली कर रहे हैं। इसमें किसी ने दिक्कत पैदा की तो कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ, इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने कहा- पुलिस और सरकार खान की जान लेना चाहते हैं।
नवाज बोले- इमरान बुजदिल, मरियम ने गीदड़ बताया
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इमरान खान को बुजदिल और कायर बताया है। मंगलवार को लंदन में मीडिया से बातचीत में शरीफ ने कहा- सियासतदान तो अकसर जेल जाते हैं, इसमें नया क्या है। मैं खुद भी लंबे वक्त जेल में रहा। बेनजीर और आसिफ अली जरदारी के अलावा मेरी बेटी मरियम भी जेल में रहे। इमरान बुजदिल हैं, जो पुलिस और अदालत से घबरा रहे हैं। दूसरी तरफ, नवाज की बेटी मरियम ने रावलपिंडी के करीब कसूरी में एक रैली में इमरान को गीदड़ और कातिल बताया।
लाहौर पुलिस ने कहा- हम इमरान को गिरफ्तार करने आए हैं और उन्हें लेकर ही जाएंगे। जो लोग पत्थरबाजी कर रहे हैं। उन्हें आखिरी वॉर्निंग दे दी गई है। पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा- पुलिस को लौट जाना चाहिए। अगर हालात बिगड़े तो इसकी जिम्मेदार पुलिस और सरकार की होगी। यहां लाशें गिरने का खतरा है।
इमरान को महिला जज को धमकी देने के मामले में सोमवार को गिरफ्तार किया जाना था। बाद में ऐन वक्त पर उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट से राहत मिल गई थी। अब उन्हें तोशाखाना केस में गिरफ्तार किया जाना है। जज ने 29 मार्च तक उन्हें अदालत के सामने पेश करने को कहा है।
भीड़ की ओट में पुलिस से बच रहे खान
‘जियो न्यूज’ की लाइव रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को गिरफ्तारी वॉरंट जारी होने के बाद इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने इलेक्शन कैम्पेन शुरू करने का ऐलान किया। चंद मिनट बाद ही आनन-फानन में एक रैली भी प्लान कर ली गई। इमरान काले रंग की बुलेट प्रूफ गाड़ी में घर से निकले और रैली की।
रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान किसी भी तरह से गिरफ्तारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए वो समर्थकों की भीड़ का सहारा ले रहे हैं। दूसरी तरफ, सिक्योरिटी फोर्सेस और पुलिस उनको गिरफ्तार करने की सॉलिड स्ट्रैटेजी बनाने में जुटी है।
पुलिस और रेंजर्स कमांडो की एक टीम खान की हर हरकत पर नजर रख रही है। खान के लाहौर स्थित ‘जमान पार्क’ वाले घर को घेरा जा चुका है। माना जा रहा है कि खान को गिरफ्तारी के बाद हेलिकॉप्टर से इस्लामाबाद लाया जाएगा।
अब तक 80 केस दर्ज
पैंतरे आजमा कर बच रहे इमरान
इमरान पर कई महीने पहले कथित हमला हुआ था और तब से वो पैर में प्लास्टर लगाकर अदालतों से तरह-तरह की राहत हासिल कर रहे थे। एक गैरकानूनी पार्टी फंडिंग और दूसरा टेरेरिज्म से जुड़ा है। इनमें भी उनकी गिरफ्तारी होनी है।
तोशाखाना केस में भी इमरान के वकील ने सुनवाई टालने की मांग की थी। इस पर जज ने कहा- अगर वो दूसरी अदालतों के सामने पेश हो सकते हैं, तो यहां आने में क्या दिक्कत है। इमरान जब प्रधानमंत्री थे तब विपक्षी सांसदों ने उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी। इमरान पर आरोप था कि उन्होंने तोशाखाना में जमा गिफ्ट्स को सस्ते में खरीदा और ज्यादा दामों में बेच दिया।
क्या है तोशाखाना केस
चुनाव आयोग के सामने सत्ताधारी पाकिस्तानी डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने तोशाखाना गिफ्ट मामला उठाया था। कहा था कि इमरान ने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न देशों से मिले गिफ्ट को बेच दिया था। इमरान ने चुनाव आयोग को बताया था कि उन्होंने तोशाखाने से इन सभी गिफ्ट्स को 2.15 करोड़ रुपए में खरीदा था, बेचने पर उन्हें 5.8 करोड़ रुपए मिले थे। बाद में खुलासा हुआ कि यह रकम 20 करोड़ से ज्यादा थी।
कैसे हुआ था खुलासा
करीब दो साल पहले अबरार खालिद नाम के एक पाकिस्तानी शख्स ने इन्फॉर्मेशन कमीशन में एक अर्जी दायर की थी। कहा- इमरान को दूसरे देशों से मिले गिफ्ट्स की जानकारी दी जाए। जवाब मिला- गिफ्ट्स की जानकारी नहीं दी जा सकती। खालिद भी जिद्दी निकले। उन्होंने इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने इमरान से पूछा था- आप तोहफों की जानकारी क्यों नहीं देते? इस पर खान के वकील का जवाब था- इससे मुल्क की सलामती यानी सुरक्षा को खतरा है। दूसरे देशों से रिश्ते खराब हो सकते हैं। इसलिए अवाम को दूसरे देशों से मिले तोहफों की जानकारी नहीं दे सकते।
चोरी कैसे पकड़ी गई थी
सबूत मिलते चले गए
तोशाखाना का नियम क्या है
पाकिस्तान की पत्रकार आलिया शाह के मुताबिक- पाकिस्तान में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या दूसरे पद पर रहने वालों को मिले तोहफों की जानकारी नेशनल आर्काइव को देनी होती है। इन्हें तोशाखाना में जमा कराना होता है। अगर तोहफा 10 हजार पाकिस्तानी रुपए की कीमत वाला होता है तो बिना कोई पैसा चुकाए इसे संबंधित व्यक्ति रख सकता है।
तोहफे की अनुमानित कीमत अगर 10 हजार से ज्यादा है तो 20% कीमत देकर गिफ्ट अपने पास रखा जा सकता है। अगर 4 लाख से ज्यादा का गिफ्ट है तो इसे सिर्फ वजीर-ए-आजम (प्रधानमंत्री) या सदर-ए-रियासत (राष्ट्रपति) ही खरीद सकता है। अगर कोई नहीं खरीदता तो नीलामी होती है। इमरान ने यहां भी खेल कर दिया। 2 करोड़ का तोहफा कहीं 5 लाख तो कहीं 7 लाख का बता दिया। इसी कीमत पर इन्हें खरीदा और फिर ओरिजनल कीमत से भी कई गुना ज्यादा पर बेच दिया। यह काम जुल्फी बुखारी और बुशरा बीबी की दोस्त फराह खान उर्फ फराह गोगी ने किया था।
एक और खास बात यह है कि फराह गोगी उसी दिन (10 अप्रैल 2022) पाकिस्तान से एक प्राईवेट जेट से फरार होकर दुबई पहुंच गईं थीं, जिस दिन इमरान खान की सरकार गिरी थी।
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