भारत ने दिसंबर 2022 में सबसे ज्यादा क्रूड ऑयल रूस से खरीदा। इससे पहले अक्टूबर और नवंबर में भी यही हुआ था। एनर्जी कार्गो ट्रैकर वोरटेक्सा के मुताबिक, दिसंबर में भारत ने हर दिन औसतन 11 लाख 90 हजार बैरल क्रूड ऑयल रूस से खरीदा। इससे एक साल पहले दिसंबर 2021 में भारत प्रतिदिन 36,255 बैरल तेल ही रूस से खरीदता था। यानी एक साल में रूस से तेल की खरीद करीब 32 गुना बढ़ गई।
जरूरत का 25% क्रूड ऑयल रूस से इंपोर्ट
भारत अब अपनी जरूरत का 25% तेल रूस से ही मंगाता है। मार्च 2022 तक भारत अपनी जरूरत का बेहद छोटा हिस्सा ही रूस से खरीदता था। लेकिन अप्रैल से स्थिति बदलना शुरू हुई। अक्टूबर में रूस ने भारत को तेल बेचने के मामले में इराक और सऊदी अरब को पीछे छोड़ दिया था।
नीचे दिए ग्राफ में देखें कि अप्रैल से लेकर दिसंबर 2022 तक भारत ने रूस ने कितना तेल खरीदा
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण हुई बढ़ोतरी
इस बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण रूस-यूक्रेन युद्ध है। दरअसल, युद्ध के बाद अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए थे। जिसके बाद रूस ने क्रूड ऑयल पर डिस्काउंट देना शुरू कर दिया। भारत ने भी मौके का जमकर फायदा उठाया और रूस से बड़ी मात्रा में तेल खरीदना शुरू कर दिया। भारत की तरह चीन ने इस दौरान रूस से बड़ी मात्रा में क्रूड ऑयल खरीदा है।
प्राइस कैप से कम नहीं हुई तेल खरीद
जी 7 देशों ने दिसंबर की शुरुआत में रूसी क्रूड ऑयल पर प्राइस कैप लगा दिया था। इसके तहत 60 डॉलर/बैरल या इससे कम कीमत पर ही रूस से तेल खरीदा जा सकता था। इस प्राइस कैप का रूस से भारत की तेल खरीद पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। दिसंबर में भारत ने पहली बार प्रतिदिन 10 लाख बैरल से ज्यादा तेल रूस से खरीदा था। इंडस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक, भारत को प्राइस कैप से कम कीमत पर ही रूसी तेल मिल रहा है।
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