भारतीय मूल की अमेरिकी स्टूडेंट हरिनी लोगन ने स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी कॉम्पिटिशन जीत लिया है। 13 साल की हरिनी लोगन ने महज 90 सेकंड में 21 शब्दों की सही स्पेलिंग बताकर ये खिताब अपने नाम कर लिया। इस प्रतियोगिता में हरिनी लोगन का मुकाबला 12 साल के विक्रम राजू से था।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विक्रम राजू और हरिनी लोगन के बीच जबरदस्त टक्कर थी। कुछ राउंड्स में दोनों ने शब्दों की सही स्पैलिंग्स बताई तो कुछ राउंड्स ऐसे भी थे जिसमें दोनों ही शब्दों की स्पैलिंग नहीं बता पाए। हालांकि, स्क्रिप्स नेशनल स्पेलिंग बी कॉम्पिटीशन में जीत का फैसला टाईब्रेकर मुकाबले से हुआ। इस सांसें थमा देने वाले मुकाबले में हरिणी ने सही स्पैलिंग बताकर आखिरकार यह खिताब हासिल कर लिया।
हरिनी लोगन को मिले 38.80 लाख रुपए
इस प्रतियोगिता में हरिनी लोगन ने 21 शब्दों की सही स्पैलिंग बताई। उनके कॉम्पिटीटर विक्रम ने 15 शब्दों की सही स्पैलिंग बताई। हारिनी को जीत हासिल करने पर 50 हजार डॉलर यानी 38 लाख 80 हजार रुपए का ईनाम मिला है। रनरअप रहे 12 साल के विक्रम राजू को 25 हजार डॉलर यानी 19 लाख 40 हजार रुपए का ईनाम दिया गया है।
क्या है स्पेलिंग बी ?
स्पेलिंग बी 1925 में शुरू हुआ था। इसमें कॉम्पिटीटर को 90 सेकंड (डेढ़ मिनट) में ज्यादा से ज्यादा शब्दों की सही स्पैलिंग बतानी होती है। जो भी इतने कम समय में ज्यादा शब्दों की सही स्पैलिंग बताता है, वो कॉम्पिटिशन जीतता है। इसमें प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूलों के स्टूडेंट शामिल होते हैं।
कोरोना के चलते 2020 में इस कॉम्पिटिशन को पोस्टपोन कर दिया गया था। इस बार कॉम्पिटिशन में 234 लोगों ने पार्टिसिपेट किया था, जिनमें से सिर्फ 12 बच्चे फाइनल राउंड के लिए सिलेक्ट हुए थे।
कुछ शब्द जिनकी हरिनी ने सही स्पैलिंग बताई :
स्पेलिंग बी स्पर्धा में 20 साल से भारतवंशियों का दबदबा
पिछले 20 साल से स्पर्धा में भारतीय मूल के बच्चों का वर्चस्व बना हुआ है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत में अकादमिक उपलब्धियों को बेहद सम्मान दिया जाता है। साथ ही उम्दा याद्दाश्त और ऊंचे स्तर की जानकारी रखना एक मान की बात होती है। इसलिए भारतवंशी बच्चे ऐसे कॉम्पिटिशन को जीतने की चाह रखते हैं। बच्चों में स्पेलिंग बी स्पर्धा के प्रति क्रेज बन गया है।
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