भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं। वे फिलहाल ब्रिटेन के वित्त मंत्री हैं। सुनक का भारत से गहरा संबंध है। उनकी शादी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से हुई है। 2015 में पहली बार ब्रिटिश संसद पहुंचे सुनक ने ब्रेक्जिट का पुरजोर समर्थन कर टोरी पार्टी में जगह बनाई। उन्होंने यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर होने की बोरिस जॉनसन की रणनीति का समर्थन किया था।
पार्टीगेट संकट के बीच नए पीएम की मांग
ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के सदस्य मौजूदा PM बोरिस जॉनसन के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इस राजनीतिक संकट को ब्रिटेन का पार्टीगेट संकट बताया जा रहा है। इसी बीच पीएम का पदभार संभालने के लिए सुनक का नाम सबसे आगे चल रहा है।
कौन है ऋषि सुनक?
ऋषि सुनक के पैरेंट्स पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए। सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैम्पशायर में हुआ था। ऋषि ने अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। राजनीति में आने से पहले ऋषि ने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम किया। इसके बाद उन्होंने इन्वेस्टमेंट फर्म की भी स्थापना की। उनकी मां एक फार्मासिस्ट और राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (NHS) में काम करती हैं। सुनक के पिता ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं।
नारायण मूर्ति के दामाद हैं
ऋषि भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के दामाद हैं। ऋषि और अक्षता की दो बेटियां हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का हैं। दोनों की शादी साल 2009 में हुई थी।
राजनीतिक सफर पर एक नजर
ऋषि को कंजर्वेटिव पार्टी का उभरता सितारा माना जाता है। ऋषि 2015 में पहली बार सांसद चुने गए। 2018 में स्थानीय सरकार में बतौर मंत्री शामिल हुए। 2019 में उन्हें ट्रेजरी का चीफ सेक्रेटरी बनाया गया। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के चुनाव प्रचार कैम्पेन में ऋषि का अहम रोल रहा है। मीडिया इंटरव्यू के लिए सरकार अक्सर उन्हें ही आगे रखती है। इसके अलावा PM बोरिस जॉनसन के चुनाव प्रचार में भी उन्होंने अहम रोल दिखाया। कई मौकों पर टीवी डिबेट में बोरिस की जगह पर ऋषि ने हिस्सा लिया।
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