ब्रिटेन सरकार ने विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे को अमेरिका को लौटाने की मंजूरी दी है। असांजे ऑस्ट्रेलिया के नागरिक हैं। उन पर जासूसी का आरोप है। वह 2019 से लंदन की बेल्मार्श जेल में बंद हैं। उनकी गिरफ्तारी के बाद अमेरिका की तरफ से उन्हें लौटने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी।
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि होम मिनिस्टर प्रीति पटेल ने अमेरिका को वापस लौटाने के आदेश पर सिग्नेचर कर दिए हैं।
फैसले के खिलाफ असांजे अपील कर सकते हैं
अमेरिका भेजे जाने से बचने के लिए असांजे कई सालों से कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने हमेशा ही जासूसी के आरोपों को इनकार किया है। हालांकि असांजे के पास अभी एक और मौका है। असांजे इस फैसले के खिलाफ 14 दिन के अंदर अपील कर सकते हैं।
कोर्ट ने सरकार पर छोड़ा था फैसला
अमेरिका को वापस लौटाने के लिए ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने अप्रैल में अंतिम फैसला सरकार पर छोड़ दिया था। अमेरिकी प्रॉसिक्यूटर का कहना है कि असांजे ने उनके देश की जासूसी की है। आरोप हैं कि सैन्य फाइल चुराने में चेल्सी मैनिंग की मदद की, जिन्हें बाद में विकीलीक्स ने पब्लिश कर दिया किया था। सीक्रेट फ़ाइल के पब्लिश होने से कई लोगों लाइफ रिस्क में आ गई थी।
कई पत्रकार और मानवाधिकार ग्रुप असांजे के साथ
दुनिया भर के पत्रकार संगठन और मानवाधिकार ग्रुप ने असांजे को अमेरिका को देने की अर्जी को रिजेक्ट करने की अपील की है। असांजे के सपोर्टर और वकीलों का तर्क है कि वह एक पत्रकार के रूप में काम कर रहे थे और इराक और अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के गलत कामों को उजागर कर रहे थे।
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