मुंबई से 20 साल पहले दुबई गई 50 साल की महिला पाकिस्तान में मिली है। सोशल मीडिया के जरिए लापता हुई महिला हमीदा बानो का पता लगाया गया। पाक के यूट्यूबर्स की वजह से वे अपने परिवार से मिलीं और वीडियो कॉल के जरिए बात भी की। हमीदा बानो के परिवार वाले अब उन्हें पाकिस्तान से भारत वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि हमीदा के पास न तो पैसे हैं और न ही उनका पासपोर्ट।
सोशल मीडिया की वजह से परिवार से मिली
पाकिस्तान के यूट्यूबर मारूफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर हमीदा बानो का वीडियो अपलोड किया। उन्होंने बताया कि ये महिला अभी पाकिस्तान के हैदराबाद में रहती हैं और अपने परिवार से बिछड़ गई हैं। इनका परिवार मुंबई के कुर्ला में रहता है।
वीडियो में बानो ने बताया कि 20 साल पहले वो दुबई गई थीं और वहां से पाकिस्तान के लिए उनकी तस्करी की गई थी। यूट्यूबर मारूफ ने हैशटैग मुंबई के साथ अपने सब्सक्राइबर्स से पूछा कि अगर कोई हमीदा को जनता है तो उनसे संपर्क करे।
आधे घंटे में ही बेटी का पता चला
सोशल मीडिया में मुहिम चलने के आधे घंटे बाद ही बानो की बेटी यास्मीन बशीर शेख का पता चला, जो कुर्ला के कसाईवाड़ा इलाके में रहती हैं।
यास्मीन ने कहा कि साल 2002 में काम के सिलसिले में एक एजेंट के जरिए मेरी मां दुबई गई थीं, तब से उनके बारे में कुछ पता नहीं चला सका है। हमें खुशी है कि हमारी मां जीवित हैं। अब हम चाहते हैं कि सरकार उन्हें वापस लाने में हमारी मदद करे।
पेट पालने के लिए की शादी
हमीदा बानो ने बताया कि जब उन्हें पाकिस्तान लाया गया तो एक तमिल महिला के साथ एक झोपड़ी में बंद कर दिया गया था। जब तस्करी का पता चला तो दोनों भागकर कराची आ गईं। उन्होंने फुटपाथों पर अपनी रातें बिताई और कुछ सामान बेचकर पेट भरने लगीं।
2010 में बानो ने पाकिस्तानी आदमी से शादी की। उसके पहले से ही 4 बेटे थे। उनमे से बड़ा बेटा अभी तक हमीदा का ख्याल रख रहा है।
कैसे की गई तस्करी?
हमीदा की भारत में पहली शादी मोहम्मद हनीफ शेख से हुई थी और उनके दो बेटे और दो बेटियां हुई थीं। पति शराबी था। इसी वजह से अपने बच्चों का पेट पालने के लिए हमीदा को नौकरानी का काम करना पड़ता था। बानो ने बताया कि 2002 में मुंबई में एक महिला मिली, जिसने उनसे दुबई में नौकरी लगवाने का वादा किया। इसके बाद महिला ने हमीदा का पासपोर्ट अपने पास रखकर उन्हें दुबई भेज दिया। दुबई पहुंचने के तुरंत बाद, हमीदा को पाकिस्तान के लिए एक फ्लाइट में बैठाकर सिंध भेज दिया गया।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.