चीन ने UNSC में वीटो पावर का इस्तेमाल करके लश्कर आतंकी हाफिज तलहा सईद को ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में शामिल होने से बचा लिया है। तलहा 5वां आतंकी है जिसे चीन ने 4 महीने में ब्लैकलिस्ट होने से बचाया है। इसी हफ्ते 19 अक्टूबर को चीन ने आतंकी शाहिद महमूद को ब्लैक लिस्ट होने से बचाया था।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत और अमेरिका इसके लिए प्रस्ताव लाए थे। हाफिज तलहा सईद आतंकवादी समूह लश्कर का एक बड़ा सरगना और 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा है। इस साल अप्रैल में उसे भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया था।
आतंकियों की भर्ती करता था हाफिज तलहा सईद
हाफिज तलहा सईद आतंकियों को भर्ती करने, धन जुटाने और भारत व अफगानिस्तान में भारतीय हितों पर आतंकी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने में सक्रिय रूप से शामिल रहता है। वह पाकिस्तान में खुलेआम आता-जाता है और सभाओं में भारत, इजराइल, अमेरिका और पश्चिमी देशों में भारतीय हितों के खिलाफ जिहाद को भड़काता है।
चीन ने 4 महीने में 5 आतंकियों को बचाया
1267 अल कायदा सैंक्शन कमेटी के जरिए आतंकियों को ब्लैकलिस्ट किया जाता है
संयुक्त राष्ट्र अपराधियों पर प्रतिबंध लगाकर आतंकवाद का जवाब देता है। UN सुरक्षा परिषद 1267 समिति (सैंक्शन रिजीम) के तहत आतंकियों पर प्रतिबंध लगाता है। साल 1999 में इस कमेटी का बनाया गया था। सितंबर 2001 में अमेरिका में हुए आतंकी हमलों के बाद इसे और मजबूती दी गई। इसे अब इस्लामिक स्टेट समूह और अल कायदा सैंक्शन कमेटी के रूप में जाना जाता है।
वैश्विक आतंकी घोषित होने के बाद क्या होता है
सभी सदस्यों की सहमति के बाद प्रस्ताव पारित होता है
सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों में से कोई भी देश इसका प्रस्ताव ला सकता है। स्थाई सदस्य देशों के पास वीटो का भी अधिकार होता है। ऐसा प्रस्ताव तभी पास होता है, जब सभी सदस्यों की सहमति मिल जाए। कोई भी सदस्य आपत्ति दर्ज करवाता है तो प्रस्ताव लागू नहीं हो पाता।
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