लंदन में भारतीय हाई कमीशन में तोड़फोड़ और तिरंगा उतारने के मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान सामने आया है। जयशंकर ने ब्रिटिश सरकार को सुरक्षा में चूक के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा- UK सरकार सुरक्षा दायित्वों को पूरा करने में विफल रही है।
जयशंकर ने कहा- जिस देश में ऐंबैसी या हाई कमीशन होता है, उस देश की ये जिम्मेदारी होती है कि वहां डिप्लोमैट्स को काम करने के लिए सुरक्षा दी जाए। हाई कमीशन कैंपस की सेफ्टी का ध्यान रखा जाए। लेकिन ब्रिटिश सरकार ऐसा करने में विफल रही है। हम इस पर उनसे बातचीत कर रहे हैं। वहीं सैन फ्रांसिस्को में इंडियन कॉन्सुलेट के सामने भारतीयों ने एक रैली निकाली। इस दौरान लोग भारतीय और अमेरिकी झंडों के साथ नाचते दिखे। वहीं बैरिकेडिंग की दूसरी तरफ खालिस्तानी समर्थक भी झंडे लिए नजर आए।
जयशंकर बोले- ऐसा व्यवहार स्वीकार नहीं
बेंगलुरु में एक युवा संवाद को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि कुछ देशों का अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर अलग रवैया होता है और दूसरे देशों के लोगों को लेकर अलग रवैया। लेकिन बतौर विदेश मंत्री मैं इस तरह का व्यवहार स्वीकार नहीं करूंगा। वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा- हमें सिर्फ आश्वासन नहीं एक्शन चाहिए। सैन फ्रांसिस्को में इंडियन कॉन्सुलेट पर हमले के चलते एक कार्यक्रम रद्द किया गया। हमने इस बारे में कनाडा के अधिकारियों से बात की है।
इंडियन हाई कमीशन पर विशाल तिरंगा फहराया गया
इससे पहले 22 मार्च को लंदन में इंडियन हाई कमीशन के बाहर फिर 2 हजार से ज्यादा खालिस्तान समर्थकों ने प्रदर्शन किया था। हालांकि, इस बार लंदन की मेट्रो पुलिस ने यहां सिक्योरिटी के सख्त इंतजाम किए थे। इंडियन हाई-कमीशन की इमारत पर बुधवार को पहले से बड़ा तिरंगा फहराया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बिल्डिंग से कुछ दूरी पर रोक दिया।
हमले के बाद से हाई-कमीशन के बाहर सुरक्षा बढ़ी
पिछले हमले के बाद हाई-कमीशन के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रदर्शनकारियों में से कई के हाथ में खालिस्तानी झंडे थे। इस घटना को लेकर ब्रिटिश विदेश मंत्री ने भरोसा जताया था कि वे उच्चायोग की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएंगे। ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवर्ली ने कहा था- लंदन में इंडियन हाई-कमीशन के स्टाफ पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जांएगे। हम लंदन में इंडियन हाई-कमीशन और नई दिल्ली में भारत सरकार के संपर्क में हैं। हम इंडियन हाई-कमीशन में सुरक्षा की समीक्षा कर रहे हैं। यहां मौजूद स्टाफ की सुरक्षा के लिए जरूरी बदलाव किए जाएंगे।
अब जानिए लंदन में क्या हुआ था
US में भी इंडियन कॉन्स्यूलेट पर हमला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लंदन के बाद अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भी इंडियन कॉन्स्यूलेट पर हमला किया गया था। 19 मार्च को यहां भी खालिस्तान समर्थक जुटे। इन लोगों ने स्प्रे पेंट्स से अमृतपाल को रिहा करो.. लिख दिया। इन लोगों ने कॉन्स्यूलेट के गेट तोड़ दिए। वहां खालिस्तान के झंडे लगा दिए। भारतीय अमेरिकियों ने हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
लंदन में भारतीयों ने दिखाई एकजुटता
भारतीयों ने मंगलवार को भारतीय हाई कमीशन के बाहर इकट्ठे होकर एकजुटता का संदेश दिया और खालिस्तान समर्थकों का विरोध किया। इस दौरान भारत माता की जय और जय हिंद के नारे गूंजते रहे। प्रदर्शन कर रहे लोग भारतीय फिल्म स्लमडॉग मिलेनियर के ऑस्कर विनिंग सॉन्ग ‘जय हो’ पर झूमते दिखे। वहीं, माहौल तब खुशनुमा नजर आया, जब एक ब्रिटिश पुलिस अफसर एक भारतीय लड़की के साथ डांस करता दिखा। अफसर लड़की से डांस मूव सीख रहा था।
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