3 साल बाद US दौरे पर पाकिस्तान आर्मी चीफ:खराब रिश्तों को पटरी पर लाने की कोशिश करेंगे, मुल्क के लिए मदद मांगेंगे

वॉशिंगटन/इस्लामाबाद8 महीने पहले
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2019 के बाद पहली बार पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा अमेरिका के दौरे पर पहुंच गए हैं। मुल्क में जारी सियासी उथलपुथल और इसके पहले बाढ़ ने हालात बद से बदतर कर दिए हैं। पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के दौर में अमेरिका से रिश्ते काफी खराब हो गए थे।

अमेरिका में पाकिस्तान के एम्बेसेडर सरदार मसूद खान ने कहा- हम जानते हैं कि अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्ते फिलहाल किस मोड़ पर हैं। जनरल बाजवा अमेरिका के साथ रिश्तों में नए दौर की शुरुआत करना चाहते हैं।

एक हफ्ते का दौरा
हैरानी की बात यह है कि जनरल बाजवा के अमेरिका दौरे की जानकारी पाकिस्तान की आर्मी या फॉरेन मिनिस्ट्री की तरफ से नहीं दी गई। अमूमन स्टेट विजिट के बारे में यही दो डिपार्टमेंट मीडिया को ब्रीफिंग देते हैं। इस बार ऐसा नहीं हुआ।

कहा जा रहा है कि बाजवा शुक्रवार को ही लंदन से न्यूयॉर्क पहुंच गए थे। रविवार को जब अमेरिका में पाकिस्तान के एम्बेसेडर सरदार मसूद खान से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने इसकी पुष्टि की। कहा- हां, जनरल बाजवा अमेरिका आए हैं। मैं इससे ज्यादा जानकारी आपको नहीं दे सकता।

बाजवा शुक्रवार को ही लंदन से न्यूयॉर्क पहुंच गए थे। हालांकि, पाकिस्तान आर्मी और विदेश विभाग ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। (फाइल)
बाजवा शुक्रवार को ही लंदन से न्यूयॉर्क पहुंच गए थे। हालांकि, पाकिस्तान आर्मी और विदेश विभाग ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। (फाइल)

किन लोगों से मुलाकात होगी

  • बाजवा के दौरे पर अब भी कोई फॉर्मल ब्रीफिंग नहीं दी गई है। माना जा रहा है कि वो अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन, नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर एवरिल हेन्स और सीआईए चीफ विलियम बर्न्स से बातचीत करेंगे।
  • एक मुद्दे पर पेंच फंसा हुआ है, या कहें कि तस्वीर साफ नहीं है कि क्या बाजवा और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की मुलाकात होगी। पाकिस्तान का सबसे ज्यादा फोकस इसी मुलाकात पर है और अब तक इसी मुलाकात पर चारों तरफ खामोशी है।
  • दरअसल, पिछले हफ्ते पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी अमेरिका दौरे पर आए थे। यहां बिलावल से मुलाकात के बाद ब्लिंकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा था कि पाकिस्तान को चीन से कर्ज माफी के बारे में बात करना चाहिए, हम तो हमेशा मदद देते हैं।
  • इसके बाद से ही पाकिस्तान पर दबाव है। शायद यही वजह है कि शाहबाज शरीफ अगले हफ्ते चीन के दौरे पर जा रहे हैं। चीन ने पाकिस्तान को बाढ़ में मदद के नाम पर सिर्फ 2 हजार टैंट्स दिए हैं। दूसरी तरफ, अमेरिका ने लाखों डॉलर और दवाइयां दी हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बिलावल। ब्लिंकन ने साफ तौर पर कहा था कि पाकिस्तान को इस मुश्किल वक्त में चीन से कर्ज माफी की मांग करनी चाहिए।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बिलावल। ब्लिंकन ने साफ तौर पर कहा था कि पाकिस्तान को इस मुश्किल वक्त में चीन से कर्ज माफी की मांग करनी चाहिए।

इमरान के मुद्दे पर भी चर्चा होगी
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान मार्च से ही आरोप लगा रहे हैं कि उनकी सरकार को अमेरिका ने गिराया। खान लगातार एक चिट्ठी का जिक्र कर रहे हैं जो कथित तौर पर अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत ने सरकार को लिखी थी। डिप्लोमैटिक लैंग्वेज में इस सीक्रेट लेटर को सायफर कहा जाता है। यह दूसरे मुल्क में तैनात एम्बेसेडर अपनी सरकार को लिखता है।

इमरान के आरोपों से अमेरिकी सरकार सख्त नाराज है। उसने एक बयान में कहा था- हम किसी देश के अंदरूनी मामलों और सियासत में दखलंदाजी नहीं करते। इस तरह के आरोप लगाए जाने से बचना चाहिए। खास बात यह है कि यह सायफर अब पाकिस्तान के प्राइम मिनिस्टर ऑफिस से गायब हो चुका है। कई एक्सपर्ट्स इसे पहले ही जाली बता चुके हैं।