​​​​​​​IMF ने रोका पाकिस्तान का कर्ज:फ्यूल प्राइस बढ़ाने की शर्त नहीं मानी, आर्थिक संकट से निकलने के लिए मदद काे माेहताज

इस्लामाबाद2 महीने पहले
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आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान की जनता खाने के सामान की किल्लत के साथ महंगाई का सामना कर रही है। कहीं से भी उसे जरूरी मदद नहीं मिल पा रही है। विदेशी मुद्रा भंडार 4.3 अरब डाॅलर रह गया है जिससे सिर्फ तीन हफ्ते का आयात ही किया जा सकता है।

विदेशी मुद्रा संकट के कारण आटा जैसी जरूरी सामग्री का आयात नहीं हाे पा रहा है। बंदरगाहाें पर खाद्य सामग्री और दवाएं अटकी हुई हैं।

पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम बढ़वाना चाहता है IMF
पाक सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा काेष (IMF) से 6 अरब डाॅलर की मदद मांगी थी लेकिन उसने पेट्राेल, डीजल के दाम बढ़ाने की शर्तें रखी हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते दुनिया भर में एनर्जी कीमताें में वृद्धि के बीच पाकिस्तान में पिछली इमरान सरकार ने एनर्जी कीमताें में सब्सिडी का ऐलान कर दिया था। अब इस साल चुनाव काे देखते हुए शहबाज शरीफ सरकार कीमतें बढ़ाने जैसा काेई अलाेकप्रिय कदम उठाने में हिचक रही है।

किल्लत: आटा सहित जरूरी सामान की कमी, इससे महंगाई बढ़ी
साेयाबीन का शिपमेंट ढाई महीने से रुका है। बैंकाे के क्रेडिट देने में राेड़े अटकाने से आयातित सामग्री बंदरगाहों पर अटक गई। प्याज के कंटेनर बंदरगाहाें पर रुकने से दाम बेतहाशा बढ़ गए। साेयाबीन का शिपमेंट ढाई महीने से रुका है जिससे 45% दाम बढ़ गए हैं। दवाओं की कच्ची सामग्री का आयात न हाेने के कारण स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने जीवनरक्षक दवाओं की किल्लत की चेतावनी दी है।

पाकिस्तान में आटे की किल्लत हो गई है। 35 साल के हरसिंह कोल्ही 5 किलो आटा खरीदने गए थे, भगदड़ में उनकी मौत हो गई।
पाकिस्तान में आटे की किल्लत हो गई है। 35 साल के हरसिंह कोल्ही 5 किलो आटा खरीदने गए थे, भगदड़ में उनकी मौत हो गई।

पाक पर जीडीपी का 84% हुआ कर्ज
पाकिस्तान के ऊपर आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक, चीन और अन्य देशों से मिला कर्ज उसकी कुल जीडीपी का 84 फीसदी तक पहुंच चुका है। डॉलर के मुकाबले पाकिस्‍तानी रु. की कीमत में गिरावट आई है। वर्तमान में 1 अमेरिकी डॉलर खरीदने के लिए पाकितान को 224 रु. खर्च करने पड़ रहे हैं। भ्रष्‍टाचार, राजनीतिक अस्थिरता ने हालत बदतर कर दी है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान पर अगस्त, 2022 तक कुल कर्ज और देनदारी 59.7 लाख करोड़ रु. थी। यह पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 11.9 लाख करोड़ रु. यानी 25 % अधिक है।

मांग न होने से प्लांट बंद
टाेयाेटा, सुजुकी ने कार प्लांट बंद कर दिए हैं। प्रमुख उद्याेग टेक्सटाइल के भी कई प्लांट बंद हैं। मंजूरी में देरी से टाेयाेटा निर्माता कंपनी ने 30 दिसंबर से उत्पादन राेक दिया है। मांग न हाेने से कार, ट्रैक्टर और फाइबर का उत्पादन बंद है या कटाैती की गई है। खाद्य तेल आयातकों के लिए क्रेडिट काे मंजूरी नहीं मिल रही है।

कर्ज बढ़ा, हर साल चुकाने हैं 24 अरब डॉलर
इस साल के आखिर तक पाकिस्तान पर कर्ज बढ़कर 140 अरब डाॅलर हाे जाएगा। 2025 तक उसे 73 अरब डाॅलर का भुगतान करना हाेगा। यानी अगले तीन साल तक प्रति वर्ष करीब 24 अरब डाॅलर। अगले तीन महीनाें में 8.3 अरब डाॅलर अदा करने हैं। जारी वित्त वर्ष में 32 अरब डाॅलर कर्ज की व्यवस्था करना है।