रूस से फ्यूल खरीदना चाहता है PAK:फाइनेंस मिनिस्टर बोले- भारत ने जिस रेट पर तेल खरीदा, वही दाम हमें भी दें पुतिन

वॉशिंगटन5 महीने पहले
  • कॉपी लिंक

पाकिस्तान की तरफ से एक बार फिर ऐसा बयान आया है जो अमेरिका को नाराज कर सकता है। अमेरिका की ऑफिशियल विजिट पर वॉशिंगटन पहुंचे पाकिस्तान के नए फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार ने कहा- पाकिस्तान भी रूस से ईंधन यानी फ्यूल खरीदना चाहता है, लेकिन हम चाहते हैं कि रूस की व्लादिमिर पुतिन सरकार हमें उसी रेट पर ऑयल सप्लाई करे, जिस कीमत भारत ने यह खरीदा है।

फरवरी में रूस-यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद भारत ने रूस से काफी कम दाम पर क्रूड ऑयल खरीदा है। अमेरिका ने इस पर काफी आपत्ति जताई थी। भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिकी विरोध को खारिज करते हुए कहा था- यूरोप एक दिन में जितना ऑयल और गैस रूस से खरीदता है, हम उतना एक महीने में भी नहीं खरीदते।

मुश्किल में पाकिस्तान

  • इशाक डार ने अक्टूबर की शुरुआत में ही वित्त मंत्री का पद संभाला है। इसके पहले मिफ्ताह इस्माइल फाइनेंस मिनिस्टर थे। उनके दौर में पाकिस्तान की इकोनॉमी बेहद खस्ताहाल हो गई थी। आज पाकिस्तान के पास सिर्फ 8 अरब डॉलर का फॉरेन रिजर्व है। बहुत जल्द सर्दियां शुरू होने वाली हैं और इस दौरान फ्यूल की खपत करीब-करीब दोगुनी हो जाती है।
  • वॉशिंगटन में मीडिया ने इसी के मद्देनजर डार से सवाल किया कि क्या पाकिस्तान भी रूस से सस्ता तेल खरीदना चाहता है। इसके जवाब में डार ने कहा- भारत ने जब रूस से ऑयल खरीदा तो पश्चिमी देशों ने कोई विरोध नहीं किया। पाकिस्तान की इकोनॉमी बेहद मुश्किल दौर से गुजर रही है। अगर रूस हमें भी उसी दाम पर तेल देता, जिस कीमत पर उसने भारत को दिया तो बेहतर होगा। मुझे उम्मीद है कि पश्चिमी देशों को ऐतराज नहीं होगा।
  • डार ने एक बार फिर मुल्क में आर्थिक बदहाली का राग अलापा। कहा- आप देख सकते हैं कि पाकिस्तान में पिछले दिनों आई बाढ़ से किस कदर तबाही हुई है। दुनिया को भी ये देखना चाहिए।

हार के बाद वापसी करेंगे

  • हालिया उपचुनाव में गठबंधन सरकार को मिली हार के बारे में पूछे गए एक सवाल पर डार ने कहा- हम वापसी करेंगे और इसके लिए अभी 10 महीने हैं। हमारा फोकस अभी मुल्क बचाने पर है। आप ही बताएं- सियासत बचाना जरूरी है या मुल्क? हमने दूसरा ऑप्शन चुना है।
  • पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पाकिस्तान को दुनिया का सबसे खतरनाक मुल्क बताया था। इस बारे में पूछे गए एक सवाल पर डार ने कहा- प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ साफ कर चुके हैं कि पाकिस्तान में एटमी हथियार बिल्कुल महफूज हैं। इसका एक सिस्टम है। इस बारे में मुझे और कुछ नहीं कहना। वैसे भी मैं यहां फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन के साथ 58 मीटिंग करने आया हूं।
  • FATF की ग्रे लिस्ट के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में डार ने कहा- पाकिस्तान ने इससे बाहर आने के लिए हर मुश्किल कदम उठाया है। 20 अक्टूबर से पेरिस में FATF की मीटिंग शुरू होने वाली है।

भारत ने क्या जवाब दिया था
24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पश्चिमी देशों ने उसकी घेराबंदी के लिए ताबड़तोड़ प्रतिबंधों का ऐलान किया था। भारत को भी चेतावनी दी गई कि अगर नई दिल्ली मॉस्को से ऑयल खरीदता है तो नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं।

दूसरी तरफ, ने पश्चिमी देशों के ऐतराज यह कहते हुए खारिज कर दिए थे कि पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों ने विकासशील देशों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। भारत ने महंगाई को काबू करने के लिए रूस से क्रूड ऑयल खरीदने का बचाव किया था। पाकिस्तान भी अब यही दलीलें दे रहा है।