पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वो बता रहे हैं कि पिछले दिनों UAE विजिट के दौरान उन्हें मुल्क के लिए कर्ज मांगते वक्त किस मानसिक तनाव और कश्मकश से जूझना पड़ा।
शाहबाज के मुताबिक पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम के तौर पर UAE में मुझे जिन चीजों को सामना करना पड़ा उसका जिक्र जरूरी है। वहां मुझे बेहद शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा।
शाहबाज एक हफ्ते पहले विदेश दौरे पर गए थे। उन्होंने जिनेवा में क्लाइमेट समिट में हिस्सा लिया था। इसके बाद वो सऊदी अरब और फिर UAE गए थे। तीनों ही जगहों पर उन्होंने कर्ज मांगा था। सऊदी ने 2 और UAE ने 1 अरब डॉलर गारंटी डिपॉजिट देने का भरोसा दिलाया था। पाकिस्तान सरकार इसे खर्च नहीं कर सकती।
पहले जानिए वीडियो में शाहबाज क्या कह रहे हैं...
दो दिन पहले UAE से होकर आया हूं। वहां के जो सदर (राष्ट्रपति) हैं, मेरे बड़े भाई मोहम्मद बिन जायद। वो बेइंतहां मोहब्बत से पेश आए। पहले मैंने ये फैसला किया था कि मैं उनसे और कर्ज नहीं मांगूंगा, लेकिन फिर आखिरी वक्त फैसला किया और हिम्मत जुटाई कि उनसे और कर्ज मांगूं। मैंने उनसे कहा- जनाब आप मेरे बड़े भाई हैं। मुझे बड़ी शर्म आ रही है, लेकिन क्या करूं बड़ी मजबूरी है। हमारी इकोनॉमी के बारे में तो आप सब जानते हैं। आप मुझे एक अरब डॉलर और दे दें।
फौज के सामने कर्ज का रोना
पिछले हफ्ते शरीफ पाकिस्तानी फौज की पासिंग आउट परेड सेरेमनी में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे। तब भी उन्होंने मुल्क के कर्ज का रोना रोया था। यहां आर्मी और ISI चीफ के साथ प्रेसिडेंट आरिफ अल्वी भी मौजूद थे। आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर और ISI चीफ लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम के सामने शाहबाज शरीफ का यह बयान अहम माना गया, क्योंकि पाकिस्तान के कुल बजट का सबसे बड़ा हिस्सा फौज पर ही खर्च होता है और हर साल यह 10% बढ़ जाता है।
परेड में शरीफ ने कहा था- मेरे लिए यह बहुत शर्मिंदगी की बात है कि हर बार हमें कर्ज मांगना पड़ता है। यह इसलिए और ज्यादा खराब लगता है कि पाकिस्तान एटमी ताकत है। मैं कहना ये चाहता हूं कि आखिर कब तक हम बतौर मुल्क कर्ज के भरोसे रहेंगे। ये तो देश चलाने का सही तरीका नहीं है और न ही इस तरह से हम मुल्क को सही डायरेक्शन में ले जा सकते हैं। हमें ये भी सोचना चाहिए कि आज नहीं तो कल, ये कर्ज इस मुल्क को वापस भी तो करने हैं।
सऊदी अरब और UAE का जिक्र
मांगी खैरात और मिला कर्ज
सऊदी ने कैसे दिया था झटका?
2020 में जब सऊदी ने पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर और उधार पर तेल दिया था, तब एक शर्त रखी थी। सऊदी ने कहा था कि वो 36 घंटे के नोटिस पर यह पैसा वापस ले सकता है। पाकिस्तान को ब्याज भी चुकाना होगा और यह सिर्फ गारंटी मनी होगी। मतलब, पाकिस्तान इसे खर्च नहीं कर सकेगा। इस बार भी शर्तों में बदलाव नहीं हुआ है। लिहाजा, साफ है कि पुरानी शर्तें ही जारी रहेंगी।
2019 में सऊदी क्राउन प्रिंस सलमान पाकिस्तान दौरे पर आए थे। तब इमरान खान प्रधानमंत्री थे और उन्होंने खुद कार ड्राइव की थी। तब भी सलमान ने पाकिस्तान में 10 अरब डॉलर इन्वेस्ट करने का वादा किया था। 3 साल बाद भी वादा पूरा नहीं हुआ है। हां, एक बार फिर क्राउन प्रिंस ने 10 अरब डॉलर इन्वेस्टमेंट की बात दोहराई है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.