पाकिस्तान PM का वीडियो वायरल:कहा- UAE के प्रेसिडेंट से कर्ज मांगते वक्त शर्म आ रही थी, उन्हें बताया भी कि मैं मजबूर हूं

इस्लामाबाद2 महीने पहले

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वो बता रहे हैं कि पिछले दिनों UAE विजिट के दौरान उन्हें मुल्क के लिए कर्ज मांगते वक्त किस मानसिक तनाव और कश्मकश से जूझना पड़ा।

शाहबाज के मुताबिक पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम के तौर पर UAE में मुझे जिन चीजों को सामना करना पड़ा उसका जिक्र जरूरी है। वहां मुझे बेहद शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा।

शाहबाज एक हफ्ते पहले विदेश दौरे पर गए थे। उन्होंने जिनेवा में क्लाइमेट समिट में हिस्सा लिया था। इसके बाद वो सऊदी अरब और फिर UAE गए थे। तीनों ही जगहों पर उन्होंने कर्ज मांगा था। सऊदी ने 2 और UAE ने 1 अरब डॉलर गारंटी डिपॉजिट देने का भरोसा दिलाया था। पाकिस्तान सरकार इसे खर्च नहीं कर सकती।

पहले जानिए वीडियो में शाहबाज क्या कह रहे हैं...
दो दिन पहले UAE से होकर आया हूं। वहां के जो सदर (राष्ट्रपति) हैं, मेरे बड़े भाई मोहम्मद बिन जायद। वो बेइंतहां मोहब्बत से पेश आए। पहले मैंने ये फैसला किया था कि मैं उनसे और कर्ज नहीं मांगूंगा, लेकिन फिर आखिरी वक्त फैसला किया और हिम्मत जुटाई कि उनसे और कर्ज मांगूं। मैंने उनसे कहा- जनाब आप मेरे बड़े भाई हैं। मुझे बड़ी शर्म आ रही है, लेकिन क्या करूं बड़ी मजबूरी है। हमारी इकोनॉमी के बारे में तो आप सब जानते हैं। आप मुझे एक अरब डॉलर और दे दें।

फौज के सामने कर्ज का रोना
पिछले हफ्ते शरीफ पाकिस्तानी फौज की पासिंग आउट परेड सेरेमनी में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे। तब भी उन्होंने मुल्क के कर्ज का रोना रोया था। यहां आर्मी और ISI चीफ के साथ प्रेसिडेंट आरिफ अल्वी भी मौजूद थे। आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर और ISI चीफ लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम के सामने शाहबाज शरीफ का यह बयान अहम माना गया, क्योंकि पाकिस्तान के कुल बजट का सबसे बड़ा हिस्सा फौज पर ही खर्च होता है और हर साल यह 10% बढ़ जाता है।

परेड में शरीफ ने कहा था- मेरे लिए यह बहुत शर्मिंदगी की बात है कि हर बार हमें कर्ज मांगना पड़ता है। यह इसलिए और ज्यादा खराब लगता है कि पाकिस्तान एटमी ताकत है। मैं कहना ये चाहता हूं कि आखिर कब तक हम बतौर मुल्क कर्ज के भरोसे रहेंगे। ये तो देश चलाने का सही तरीका नहीं है और न ही इस तरह से हम मुल्क को सही डायरेक्शन में ले जा सकते हैं। हमें ये भी सोचना चाहिए कि आज नहीं तो कल, ये कर्ज इस मुल्क को वापस भी तो करने हैं।

शाहबाज शरीफ के UAE पहुंचने से पहले पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर वहां पहुंच चुके थे। उन्होंने भी शेख जायद से बातचीत की थी।
शाहबाज शरीफ के UAE पहुंचने से पहले पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर वहां पहुंच चुके थे। उन्होंने भी शेख जायद से बातचीत की थी।

सऊदी अरब और UAE का जिक्र

  • जिनेवा में शाहबाज ने पाकिस्तान के लिए 16 अरब डॉलर की मदद मांगी ताकि बाढ़ से तबाह मुल्क की कुछ मदद हो जाए। बहरहाल, यहां से उन्हें 10 अरब डॉलर देने का भरोसा दिलाया गया था। इसमें से एक भी पैसा अब तक पाकिस्तान के सरकारी खजाने में नहीं पहुंचा है।
  • इसके बाद शरीफ सऊदी अरब गए थे। यहां आर्मी चीफ आसिम मुनीर पहले से ही मौजूद थे। सऊदी अरब ने दोनों को एक तरह से टाल दिया। दरअसल, सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने 5 अरब डॉलर देने का भरोसा दिलाया। बात में पता लगा कि सऊदी सिर्फ 3 अरब डॉलर डिपॉजिट के तौर पर देगा। बाकी दो अरब डॉलर पाकिस्तान के पास उसके पहले से हैं। यही काम UAE ने भी किया।
  • मुल्क लौटने के बाद शरीफ ने कहा था- हम इन दोनों मुल्कों के शुक्रगुजार हैं। फ्यूचर में दोनों से अच्छे रिश्ते बने रहने की उम्मीद करते हैं। इमरान खान के दौर में यह रिश्ते काफी खराब हो गए थे।

मांगी खैरात और मिला कर्ज

  • पाकिस्तान के सबसे बड़े अखबार ‘द डॉन’ ने एडिटोरियल और एक स्पेशल रिपोर्ट में खुलासा किया कि जिनेवा में पाकिस्तान को जो 10 अरब डॉलर देने का भरोसा दिलाया गया, वो दान या खैरात नहीं, बल्कि कर्ज है। इतना ही नहीं यह कर्ज भी तीन साल में किश्तों के तौर पर मिलेगा।
  • इस खुलासे के बाद शाहबाज शरीफ, वित्त मंत्री इशहाक डार और कई कैबिनेट मिनिस्टर मीडिया के सामने आए थे। यहां डार ने कहा था- 10 में से 8.7 अरब डॉलर हकीकत में कर्ज है। हमने जिनेवा में बिना शर्त मदद की अपील की थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
  • इससे भी ज्यादा हैरानी की बात डार ने आगे कही थी। फाइनेंस मिनिस्टर ने कहा था- मैं आपको यह नहीं बता सकता कि यह कर्ज हमें किन शर्तों पर मिलेगा। वहीं, शरीफ ने कहा- उम्मीद है कर्ज की शर्तें ज्यादा सख्त नहीं होंगी। ये पैसा हमें कब तक मिलेगा, इस बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
शरीफ के साथ उनके कई कैबिनेट मिनिस्टर भी UAE गए थे। पाकिस्तान मीडिया ने इतना बड़ा डेलिगेशन ले जाने के लिए शाहबाज की आलोचना भी की थी।
शरीफ के साथ उनके कई कैबिनेट मिनिस्टर भी UAE गए थे। पाकिस्तान मीडिया ने इतना बड़ा डेलिगेशन ले जाने के लिए शाहबाज की आलोचना भी की थी।

सऊदी ने कैसे दिया था झटका?
2020 में जब सऊदी ने पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर और उधार पर तेल दिया था, तब एक शर्त रखी थी। सऊदी ने कहा था कि वो 36 घंटे के नोटिस पर यह पैसा वापस ले सकता है। पाकिस्तान को ब्याज भी चुकाना होगा और यह सिर्फ गारंटी मनी होगी। मतलब, पाकिस्तान इसे खर्च नहीं कर सकेगा। इस बार भी शर्तों में बदलाव नहीं हुआ है। लिहाजा, साफ है कि पुरानी शर्तें ही जारी रहेंगी।

2019 में सऊदी क्राउन प्रिंस सलमान पाकिस्तान दौरे पर आए थे। तब इमरान खान प्रधानमंत्री थे और उन्होंने खुद कार ड्राइव की थी। तब भी सलमान ने पाकिस्तान में 10 अरब डॉलर इन्वेस्ट करने का वादा किया था। 3 साल बाद भी वादा पूरा नहीं हुआ है। हां, एक बार फिर क्राउन प्रिंस ने 10 अरब डॉलर इन्वेस्टमेंट की बात दोहराई है।