ग्लोबल टेररिस्ट घोषित मक्की की सफाई, VIDEO:बोला- लादेन और अलजवाहिरी से कभी नहीं मिला; भारत ने ये अफवाहें फैलाई

इस्लामाबाद2 महीने पहले
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पाकिस्तान की जेल से वीडियो जारी कर अब्दुल रहमान मक्की ने अपनी सफाई पेश की है।

संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) के ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने के बाद अब्दुल रहमान मक्की ने पाकिस्तान की कोट लखपत जेल से अपना एक वीडियो जारी किया है।

मक्की ने वीडियो में कहा है कि जिन आरोपों के आधार पर उसे ग्लोबल आतंकी घोषित किया है वो सब भारत सरकार की तरफ से फैलाई गई अफवाहे हैं। मक्की ने कहा कि मैं कभी ओसामा बिन लादेन या अलकायदा के सरगना अयमान अल-जवाहिरी से नहीं मिला।

ग्लोबल आतंकी घोषित होने के बाद पाकिस्तान की जेल से अपने समर्थन में बयान पढ़ता हुआ अब्दुल रहमान मक्की
ग्लोबल आतंकी घोषित होने के बाद पाकिस्तान की जेल से अपने समर्थन में बयान पढ़ता हुआ अब्दुल रहमान मक्की

इस्लामिक स्टेट और अल कायदा से मिले होने की बात नकारी
पाकिस्तान लश्कर ए तैयबा के लीडर अब्दुल रहमान मक्की ने आतंकी संगठन अलकायदा और इस्लामिक स्टेट से जुड़े होने के आरोपों को खारिज किया। उसने कहा कि इन दोनों आतंकी संगठनों की विचारधारा उससे बिल्कुल अलग है। कई आतंकी हमलों के आरोपी मक्की ने यह भी कहा कि वो अलकायदा और ISIS की ओर से किए गए सभी हमलों की निंदा करता है।

अब्दुल रहमान मक्की की यह तस्वीर पाकिस्तान के लाहौर में एक सभा की है, जहां वह भारत विरोधी बयान दे रहा था।
अब्दुल रहमान मक्की की यह तस्वीर पाकिस्तान के लाहौर में एक सभा की है, जहां वह भारत विरोधी बयान दे रहा था।

कश्मीर को भी घसीटा
पाकिस्तान के सभी आतंकियों की तरह मक्की ने भी अपनी वीडियो में कश्मीर को घसीटा। उसने कहा कि वो पाकिस्तान के कश्मीर पर लिए गए स्टैंड से पूरी तरह सहमत है। खुद को ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने के फैसले पर मक्की ने UNSC पर सही प्रोसेस को फॉलो नहीं करने का आरोप लगाया।

साल 2019 से जेल में है मक्की
आतंकी अब्दुल रहमान मक्की ने अपने वीडियो में इस बात को भी नकारा है कि वो साल 1980 में इस्लामिक युनिवर्सिटी ऑफ इस्लामाबाद में फैकल्टी मेंबर रहते हुए अल कायदा और अफगान कमांडरों से मिला था। मक्की पाकिस्तान के पंजाब राज्य की जेल में साल 2019 से कैद है। साल 2020 में मक्की को दो और आतंकी हमलों का भी दोषी ठहराया जा चुका है।

UN में भारत के राजदूत बोले-अभी और आतंकियों को इस लिस्ट में शामिल कराएंगे
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि और राजदूत सैयद अकबरुद्दीन ने अब्दुल रहमान मक्की के ग्लोबल आतंकी घोषित किए जाने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था की इससे दुनिया में ये समझ बन रही है कि चीन भारत को रोक नहीं सकता है। उन्होंने कहा था कि अभी कई और भी हैं जिन्हें ग्लोबल आतंकी घोषित करवाना है।

अब्दुल रहमान को ग्लोबल आतंकी घोषित करने वाली कमेटी ने उसे भारत में कई हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया था। जिसमें 22 दिसंबर 2000 में लाल किले पर हुआ हमला भी शामिल किया गया। लश्कर ए तैयबा के 6 आतंकियों ने लाल किले में घुसकर सुरक्षाबलों पर फायरिंग की थी। इस अटैक में सेना के दो जवान समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी।