वाशिंगटन। पाकिस्तान ने हाल ही में भारत पर उसके एयरस्पेस का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था। दावा किया गया था पाकिस्तान में 262 किलोमीटर अंदर भारत की तरफ से आया ऑब्जेक्ट खानेवाल जिले के मियां चन्नू इलाके में जा गिरा। भारत ने इस पर स्पष्टीकरण दिया था कि यह तकनीकी खराबी के कारण हुई एक घटना थी। अब अमेरिका भी भारत के पक्ष में आ गया है। अमेरिका ने कहा कि यह महज एक आकस्मिक घटना थी, यह जानबूझकर किया गया अटैक नहीं था। अमेरिका ने कहा है कि मिसाइल के दुर्घटनावश चलने के अलावा अन्य कोई कारण नजर नहीं आता।
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भारत ने दी थी सफाई
भारत सरकार ने शुक्रवार को कहा था कि दो दिन पहले गलती से एक मिसाइल चल गई थी, जो पाकिस्तान में गिरी और यह 'अत्यंत खेदजनक' घटना नियमित रख रखाव के दौरान एक तकनीकी खराबी के कारण हुई थी।
हादसे के अलावा और कुछ भी नहीं
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने सोमवार को दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'जैसा कि आपने हमारे भारतीय साथियों से भी सुना है कि यह घटना एक गलती के अलावा और कुछ भी नहीं थी, हमें भी इसके पीछे और कोई कारण नजर नहीं आता।'
प्राइस ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'आप इस संबंध में अन्य कोई भी सवाल भारतीय रक्षा मंत्रालय से करें। उन्होंने 9 मार्च को एक बयान जारी कर स्पष्ट किया था कि वास्तव में उस दिन क्या हुआ था। हम उससे इतर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।'
पाकिस्तान ने किया था ये दावा
पाकिस्तान की सेना ने दावा किया था कि ये मिसाइल भारत के सिरसा से उड़ान भरी थी और कुछ देर बाद ही मिसाइल ने अपनी दिशा बदल ली थी और पाक की तरफ मुड़ गई थी।
ये मिसाइल पाकिस्तान के मियां चन्नू इलाके में गिरी थी। हालांकि, भारत और पाकिस्तान दोनों की ओर से ये स्पष्ट नहीं किया गया कि किस मिसाइल ने पाकिस्तान की हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। पाकिस्तान ने पूछा था भारत बताए कि उसने कौन सी मिसाइल दागी थी। पाकिस्तान की तरफ से ये भी कहा गया था कि पाकिस्तानी वायुसेना भारत की ओर से आए ऑब्जेक्ट की निगरानी कर रही थी। भारत ने इसे टेक्निकल खराबी की वजह से हुई एक दुर्घटना बताया था।
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