जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का आज राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया। 8 जुलाई को जापान के ही नारा शहर में एक बंदूकधारी ने आबे की हत्या कर दी थी। 12 जुलाई को पारिवारिक तौर पर उनका अंतिम संस्कार बौद्ध परंपरा के हिसाब से किया जा चुका है।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने तब 27 सितंबर को राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार का ऐलान किया था। दूसरे शब्दों में कहें तो यह प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार होगा। सरकार के मुताबिक, स्टेट फ्यूनरल पर करीब 97 करोड़ रुपए खर्च होंगे। टैक्सपेयर्स के पैसे से अंतिम संस्कार का काफी विरोध हो रहा है। बहरहाल, यहां हम दुनिया के सबसे महंगे फ्यूनरल्स के बारे में बता रहे हैं।
रीगन का निधन 5 जून को लॉस एंजलिस में लंबी बीमारी के बाद हो गया था। वो 93 वर्ष के थे। 7 दिन के राजकीय शोक के साथ कैलिफोर्निया और वॉशिंगटन डीसी में तमाम रस्में हुईं। यहां कार्यक्रम खत्म होने के बाद रीगन के पार्थिव शरीर को उनके होम स्टेट कैलिफोर्निया लाया गया। यहीं उनका अंतिम संस्कार हुआ।
sunlife.co.uk की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रीगन का ताबूत दो दिन वॉशिंगटन डीसी में रखा गया। इसके बाद उसे कैलिफोर्निया लाया गया। 7 दिन तक जैसे अमेरिका थमा रहा। हालांकि, इस अंतिम संस्कार के सबसे महंगे होने की एक और बड़ी वजह थी। दरअसल, तब के राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक रखा। इस दिन स्टॉक मार्केट बंद रहा और फेडरल गवर्नमेंट के हर इम्पलॉई को छुट्टी दी गई। इनका खर्च भी रीगन के स्टेट फ्यूनरल के खर्च में जोड़ा जाता है। इसके बाद अब तक अमेरिका में ऐसा नहीं हुआ है।
किम जोंग इल के अंतिम संस्कार के दौरान लोग ‘फादर-फादर’ के नारे लगाकर रोते दिखे। कहा जाता है कि लोगों को जबरदस्ती रोने को भी कहा गया था। स्टेट फ्यूनरल पर 325.02 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। उनके पार्थिव शरीर को नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के कुमसुसान मेमोरियल पैलेस में कांच से बने कॉफिन में रखा गया था।
कैनेडी को सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि दुनिया के ज्यादातर देशों में सम्मान के साथ देखा जाता है। कैनेडी की हत्या की खबर मिलने के बाद दुनिया शॉक्ड थी। आज तक उनकी हत्या से जुड़े कई किस्से अमेरिका में सुनाए जाते हैं। जॉन एफ कैनेडी का अंतिम संस्कार एरलिंग्टन नेशनल सिमिट्री में किया गया था। इस दौरान मेमोरियल ब्रिज से उनकी अंतिन यात्रा निकाली गई। इस दौरान लाखों लोग मौजूद थे।
कोल्ड वॉर खत्म करने और कैथोलिक चर्च को दूसरे धर्मों के करीब लाने में पोप जॉन पॉल II की भूमिका आज भी याद की जाती है। पोप ने चर्च में सुधार के लिए भी कई बड़े कदम उठाए थे। रोम के सेंट पीटर्स बेसेलिया में पोप का अंतिम संस्कार हुआ। जॉन पॉल II के ताबूत को वेटिकन सिटी के सेंट पीटर बसिलिका के क्रिप्ट में दफनाया गया था। इसके पहले हजारों की संख्या में लोग यहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आए थे।
2002 में क्वीन एलिजाबेथ II की मां क्वीन एलिजाबेथ (क्वीन मदर) के स्टेट फ्यूनरल पर करीब 47.64 करोड़ रुपए ब्रिटिश सरकार के खजाने से खर्च हुए थे। उनका पार्थिव शरीर वेस्टमिंस्टर हाल में रखा गया था। इस दौरान क्वीन एलिजाबेथ II उनके अंतिम दर्शन के लिए वहां मौजूद थीं।
रॉयल फैमिली के लिए वो विवादित थीं, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि वो सेलेब्रिटी थीं। उनके अंतिम संस्कार पर करीब 44.11 करोड़ रुपए खर्च हुए। इस दौरान बकिंघम पैलेस के बाहर लाखों की संख्या में लोग मौजूद थे।
मौजूदा प्रधानमंत्री लिज ट्रस थैचर को आईडियल फिगर कहती हैं। उनके अंतिम संस्कार में कुल खर्च 10.58 करोड़ रुपए रहा। मार्गरेट थैचर को राजकीय सम्मान के साथ सेंट पॉल कैथिड्रल में दफनाया गया। इस दौरान उनका परिवार और 2000 से ज्यादा स्टेट गेस्ट्स चर्च में मौजूद रहे।
पॉप स्टार माइकल जैक्सन का ताबूत कांसे से बनाया गया था। उनके फैन्स की डिमांड पर पब्लिक मेमोरियल भी बनाया गया। मारिया कैरी, स्टीव वंडर और अशर जैसे कलाकारों ने इस पर परफॉर्म किया। कुल खर्च 8.12 करोड़ रुपए रहा। माइकल जैक्सन की मौत की वजह आज तक रहस्य है। उनकी मौत की खबर सामने आने के बाद अस्पताल के बाहर उनके फैन्स की भीड़ जमा होने लगी थी। लोगों ने उनके घर के बाहर उन्होंने श्रद्धांजलि देने के लिए जमा हुए थे।
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