अमाल नाम की पपेट ब्रिटेन पहुंच गई है। इसकी लंबाई 3.5 मीटर है। इसे सीरिया की 9 वर्षीय शरणार्थी लड़की के प्रतीक के तौर पर पेश किया गया है। अमाल दुनिया का ध्यान शरणार्थी संकट की तरफ दिलाना चाहती है। खासतौर पर उन बच्चों का दर्द, जिन्हें अपना घर छोड़कर दूसरी जगह शरण लेनी पड़ती है और अपनी जान बचाने के लिए मीलों का सफर तय करना पड़ता है। 3 नवंबर को वह केसलफील्ड बाउल में फिल्म समारोह में पहुंचेगी।
सफर उन रास्तों से, जहां से शरणार्थी का पलायन
इसे अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट ‘द वॉक’ के तहत बनाया गया है। हैंडस्प्रिंग पपेट कंपनी ने अमाल को इस तरह डिजाइन किया गया है कि वह खुद चलकर आगे बढ़े। अरबी भाषा में अमाल का मतलब उम्मीद होता है।
यहां तक आने के लिए उसने ग्रीस, इटली, फ्रांस, स्विटजरलैंड, जर्मनी और बेल्जियम होते हुए कई देशों से 8 हजार किलोमीटर की दूरी तय की। इस दौरान वह 65 शहरों से गुजर चुकी है। उसके सफर में उस रास्ते का इस्तेमाल किया, जिसका युद्धग्रस्त देशों से पलायन करने के लिए शरणार्थी करते हैं। अमाल ने अपना ये सफर 27 जुलाई से तुर्की से शुरू किया था।
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