श्रीलंका में प्रेसिडेंट हाउस पर कब्जे के PHOTOS:शाही स्वीमिंग पूल में नहाने लगे प्रदर्शनकारी, गोटबाया के कर्मचारी लगेज लेकर भागते दिखे

कोलंबो8 महीने पहले

गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के हालात अब बेकाबू हो गए हैं। एक दिन पहले सरकार ने ऐलान किया था कि देश दिवालिया हो गया है, आज लोगों का गुस्सा परवान चढ़ गया। हजारों की संख्या में श्रीलंकाई नागरिक सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का बिगुल बजा दिया। प्रदर्शनकारियों ने काले-नीले कपड़े पहन रखे थे और सभी ने अपने हाथों में देश का झंडा थामा हुआ था।

सरकारी नीतियों से परेशान लोगों ने आखिरकार कोलंबो में राष्ट्रपति भवन को चारों तरफ से घेर लिया। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को यहां से भागना पड़ा। इसके बाद ल लोग भवन के हॉल में, कमरों में यहां तक कि स्विमिंग पूल में उतर गए। वहीं, नौसेना के जहाज पर गोटबाया का सामान रखे जाने के फुटेज सामने आए हैं।

12 फोटोज में देखिए श्रीलंका में जनता का विरोध प्रदर्शन...

ये श्रीलंका का राष्ट्रपति भवन है और इसके सामने खड़े हैं प्रदर्शनकारी। हजारों लोगों की यह भीड़ देश के कई शहरों से कोलंबो पहुंची।
ये श्रीलंका का राष्ट्रपति भवन है और इसके सामने खड़े हैं प्रदर्शनकारी। हजारों लोगों की यह भीड़ देश के कई शहरों से कोलंबो पहुंची।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। लोग सरकारी आवास के मेन गेट पर चढ़ गए और बढ़ती महंगाई को लेकर विरोध जताया।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। लोग सरकारी आवास के मेन गेट पर चढ़ गए और बढ़ती महंगाई को लेकर विरोध जताया।
राष्ट्रपति भवन के अंदर घुसकर प्रदर्शनकारियों को जहां जगह मिली, वहीं दीवारों, दरवाजों के ऊपर चढ़ गए और श्रीलंकाई झंडे थामे नारे लगाते हुए नजर आए।
राष्ट्रपति भवन के अंदर घुसकर प्रदर्शनकारियों को जहां जगह मिली, वहीं दीवारों, दरवाजों के ऊपर चढ़ गए और श्रीलंकाई झंडे थामे नारे लगाते हुए नजर आए।
राष्ट्रपति भवन के अंदर घुसकर लोगों ने यहां स्विमिंग पूल में छलांग लगा दी। खूब तैरे, मस्ती की और वीडियो भी बनाया।
राष्ट्रपति भवन के अंदर घुसकर लोगों ने यहां स्विमिंग पूल में छलांग लगा दी। खूब तैरे, मस्ती की और वीडियो भी बनाया।
कुछ प्रदर्शनकारी पुलिस की गाड़ियों पर भी चढ़ गए। उन्होंने सरकार के खिलाफ गोटा-गो-गामा के नारे भी लगाए। इसका मतलब है- गोटबाया अपने गांव जाओ।
कुछ प्रदर्शनकारी पुलिस की गाड़ियों पर भी चढ़ गए। उन्होंने सरकार के खिलाफ गोटा-गो-गामा के नारे भी लगाए। इसका मतलब है- गोटबाया अपने गांव जाओ।
सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हवाई फायर किए।
सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हवाई फायर किए।
पुलिस ने प्रदर्शन रोकने के लिए लोगों पर वॉटर कैनन यानी पानी की बौछार भी की, लेकिन लोग फिर भी डटे रहे।
पुलिस ने प्रदर्शन रोकने के लिए लोगों पर वॉटर कैनन यानी पानी की बौछार भी की, लेकिन लोग फिर भी डटे रहे।
सड़क पर प्रदर्शन कर रहा एक शख्स ब्रेड का टुकड़ा दिखाते हुए। यह प्रदर्शन एक तरह से रोटी के लिए ही किया जा रहा है। पिछले कुछ महीने में यहां आर्थिक हालात बेहद खराब हो गए हैं। लोग खाने के लिए मोहताज हो गए।
सड़क पर प्रदर्शन कर रहा एक शख्स ब्रेड का टुकड़ा दिखाते हुए। यह प्रदर्शन एक तरह से रोटी के लिए ही किया जा रहा है। पिछले कुछ महीने में यहां आर्थिक हालात बेहद खराब हो गए हैं। लोग खाने के लिए मोहताज हो गए।
राजधानी कोलंबो में आंदोलन उग्र हो गया। पुलिस के साथ झड़प में कई लोग घायल हो गए। तस्वीर में एक व्यक्ति के सिर से खून निकल रहा है और उसे लोग उठाकर ले जा रहे हैं।
राजधानी कोलंबो में आंदोलन उग्र हो गया। पुलिस के साथ झड़प में कई लोग घायल हो गए। तस्वीर में एक व्यक्ति के सिर से खून निकल रहा है और उसे लोग उठाकर ले जा रहे हैं।
लोकल मीडिया की तरफ से जारी किए गए फुटेज में दिख रहा है कि राष्ट्रपति गोटबाया का सामान नेवी के जहाज में रखा जा रहा है। उनके देश छोड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। फिलहाल उनकी लोकेशन किसी को पता नहीं है।
लोकल मीडिया की तरफ से जारी किए गए फुटेज में दिख रहा है कि राष्ट्रपति गोटबाया का सामान नेवी के जहाज में रखा जा रहा है। उनके देश छोड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। फिलहाल उनकी लोकेशन किसी को पता नहीं है।
देश के मौजूदा आर्थिक संकट के लिए राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को जिम्मेदार बताते हुए प्रदर्शनकारी उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
देश के मौजूदा आर्थिक संकट के लिए राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को जिम्मेदार बताते हुए प्रदर्शनकारी उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका में लोगों को रोजमर्रा से जुड़ी चीजें नहीं मिल पा रही हैं। इसे लेकर लोगों में गुस्सा है।
आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका में लोगों को रोजमर्रा से जुड़ी चीजें नहीं मिल पा रही हैं। इसे लेकर लोगों में गुस्सा है।