तुर्किये-सीरिया त्रासदी:तुर्किये के 10 राज्यों में 3 महीने के लिए इमरजेंसी लगाई गई, दोनों देशों में अब तक 6,256 मौतें

अंकारा4 महीने पहले
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तस्वीर तुर्किये के हताय इलाके की है। यहां 100 से ज्यादा बिल्डिंग भूकंप की वजह से गिर गईं। - Dainik Bhaskar
तस्वीर तुर्किये के हताय इलाके की है। यहां 100 से ज्यादा बिल्डिंग भूकंप की वजह से गिर गईं।

तुर्किये और सीरिया में सोमवार सुबह 4 बजे आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 6,256 हो गई है। हजारों लोग अभी भी लापता हैं। इस बीच तुर्किये के राष्ट्रपति रिसेप तैयप एर्दोआन ने 10 राज्यों में तीन महीने के लिए इमरजेंसी लगा दी है। यह इलाके भूकंप से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। एर्दोआन ने बताया कि तुर्किये में 70 देशों ने मदद भेजने का ऐलान किया है।

इधर, भारत ने भी तुर्किये को मदद भेजी है। इंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ वहां पहुंच चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तुर्किये के हालात पर चिंता जाहिर की। मोदी मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक में पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक मोदी ने कहा, 'आज तुर्किये जिस हालात से गुजर रहा है, उसे मैं समझ सकता हूं। 2001 में भुज में जब भूकंप आया था, तब मैं मुख्यमंत्री था। मुझे पता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या दिक्कतें आती हैं।' भुज में आए भूकंप में 16 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी। घायलों का आंकड़ा 68 हजार से ज्यादा था।

भूकंप के बड़े अपडेट्स

  • ​​​​​तुर्किये में 4,544 लोगों की जान जा चुकी है और 20 हजार 534 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
  • सीरिया में 1,712 लोग मारे गए और 2 हजार से ज्यादा जख्मी हैं।
  • WHO ने बताया कि भूकंप प्रभावितों की संख्या 2 करोड़ 30 लाख तक हो सकती है। वहीं मरने वालों का आंकड़ा 20 हजार तक पहुंच सकता है।
  • तुर्किये की डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी ने बताया कि 11 हजार 342 इमारतों के धराशायी होने की खबर है।
  • तुर्किये में 8 हजार लोगों को मलबे से निकाला गया है। देश के एक करोड़ 30 लाख लोग किसी न किसी तरीके से भूकंप से प्रभावित हुए हैं।
  • भारत में तुर्किये में हुई मौतों पर शोक व्यक्त करने के लिए दिल्ली में तुर्कीये के दूतावास में उसका झंडा आधा झुकाया गया है।

2 तस्वीरों में समझिए, वहां के हालात...

तुर्किये: सानलिउर्फा प्रांत में रेस्क्यू टीम ने 3 घंटे की मशक्कत के बाद महिला को जिंदा निकाला। महिला छत के नीचे दबी मिली थी।
तुर्किये: सानलिउर्फा प्रांत में रेस्क्यू टीम ने 3 घंटे की मशक्कत के बाद महिला को जिंदा निकाला। महिला छत के नीचे दबी मिली थी।
सीरिया: जंदरिस में एक व्यक्ति काे तीसरी मंजिल से निकाला गया है। यहां अभी भी कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है।
सीरिया: जंदरिस में एक व्यक्ति काे तीसरी मंजिल से निकाला गया है। यहां अभी भी कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है।

अब तक 243 आफ्टर शॉक्स, तुर्किये में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक
तुर्किये और सीरिया में सोमवार सुबह 3 बड़े भूकंप आए थे। तुर्किये के वक्त के मुताबिक, पहला भूकंप सोमवार सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स भी दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही। तुर्किये में मंगलवार सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसके बाद दोपहर 12.41 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया। तुर्किये में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक है। 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी किया गया है। सभी स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे। 200 फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। 16 हजार लोग बचाव कार्य में लगे हुए हैं।

भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर रहा। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई।
भूकंप का एपिसेंटर तुर्किये का गाजियांटेप शहर रहा। यह सीरिया बॉर्डर से 90 किमी दूर है। इसलिए इसके आसपास के इलाकों में ज्यादा तबाही हुई।

कड़ाके की ठंड से बचाव कार्य प्रभावित, तापमान माइनस में
UN ने कहा है कि बर्फबारी और बारिश के कारण भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कत हो रही है। तुर्किये के हताय प्रांत में एक आदमी ने रोते हुए रॉयटर्स को बताया कि इमारतों के ढेर में दबे लोग जान बचाने के लिए चीख रहे हैं। भूख, चोट और कड़ाके की ठंड से परेशान हैं।

वहीं, सीरिया में बचाव कार्यों में लगी व्हाइट हेलमेट्स की टीम के सदस्य रायद अल सालेह ने बताया कि जगह-जगह दबे लोगों को बचाने का काम वक्त के खिलाफ रेस की तरह लग रहा है।

अब देखिए तुर्किये के दूसरे दिन के फोटो...

अदाना इलाके में स्थानीय लोगों ने ही इमारत के नीचे दबे लोगों को निकाला।
अदाना इलाके में स्थानीय लोगों ने ही इमारत के नीचे दबे लोगों को निकाला।
हताय में एक बिल्डिंग के मलबे से बच्ची को बाहर निकाला गया।
हताय में एक बिल्डिंग के मलबे से बच्ची को बाहर निकाला गया।
दियारबकीर में भी भारी तबाही हुई है। यहां मंगलवार सुबह रेस्क्यू टीम लोगों की तलाश के लिए पहुंची।
दियारबकीर में भी भारी तबाही हुई है। यहां मंगलवार सुबह रेस्क्यू टीम लोगों की तलाश के लिए पहुंची।
यह फोटो तुर्किये के ओस्मानिया के राहत शिविर की है। हजारों लोगों को इन शिविरों में शिफ्ट किया गया है।
यह फोटो तुर्किये के ओस्मानिया के राहत शिविर की है। हजारों लोगों को इन शिविरों में शिफ्ट किया गया है।
दियारबकीर में एक ट्रेन में शरण लेती एक महिला और बच्चा। BBC के अनुसार, तुर्किये में 3,400 लोगों ने इमरजेंसी में ट्रेनों में शरण ली।
दियारबकीर में एक ट्रेन में शरण लेती एक महिला और बच्चा। BBC के अनुसार, तुर्किये में 3,400 लोगों ने इमरजेंसी में ट्रेनों में शरण ली।

सीरिया के दूसरे दिन के फोटो...

विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके जंदारिस में एक व्यक्ति को बचाया गया।
विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाके जंदारिस में एक व्यक्ति को बचाया गया।
यह फोटो इदलिब इलाके का है। पिता अपने बच्चे के साथ आराम करता हुआ। दोनों को एक बिल्डिंग से बचाया गया।
यह फोटो इदलिब इलाके का है। पिता अपने बच्चे के साथ आराम करता हुआ। दोनों को एक बिल्डिंग से बचाया गया।
जंदारिस में बच्ची को बचाने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया।
जंदारिस में बच्ची को बचाने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया।
सीरिया के इदलिब में भूकंप से चोटिल लोगों को पास के अल -रहमान अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सीरिया के इदलिब में भूकंप से चोटिल लोगों को पास के अल -रहमान अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह फोटो एलप्पो की है। यहां शवों के ढेर में अपनो को खोजते हुए लोग।
यह फोटो एलप्पो की है। यहां शवों के ढेर में अपनो को खोजते हुए लोग।

तुर्किये और सीरिया के लिए दुनियाभर के देशों ने मदद भेजी

देश का नामतुर्किये और सीरिया के लिए मदद
साउथ कोरिया5 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।
चीन6 मिलियन की मदद देन की घोषणा की है।
ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड11 मिलियन की मदद देने की घोषणा की है।
भारतइंडियन एयरफोर्स का C-17 विमान 2 NDRF टीमों, डॉक्टरों और राहत सामग्री के साथ भेजा।
अमेरिका79 लोगों की दो सर्च ऑपरेशन टीम, 100 फायर फाइटर्स और इंजीनियर भेजें।
यूरोपियन यूनियनसर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन टीम भेजी
रूसबचाव कार्य के लिए 300 सैनिक और हेलीकोप्टर्स
इजराइलबचाव कार्य के लिए 150 इंजीनियर, मेडिकल स्टाफ
ब्रिटेन76 रेस्क्यू स्पेशलिस्ट की टीम
पाकिस्तान

सर्च रेस्क्यू टीम और 25 टन की राहत सामग्री भेजी।

इनके अलावा चेक रिपब्लिक, फ्रांस, माल्ता, नीदरलैंड, पोलैंड, अल्जेरिया, इटली, मोल्दोवा, अल्बानिया, उज्बेकिस्तान, हंगरी, जर्मनी, सर्बिया, स्लोवाकिया, आर्मेनिया और कतर ने भी तुर्किये और सीरिया में मदद भेजने का ऐलान किया है।

2017 में आया था क्रॉस-बॉर्डर भूकंप
2017 में ईरान-इराक में क्रॉस-बॉर्डर भूकंप आया था। इराक के कुर्दिश शहर हलाबजा से इरान के कर्मानशाह प्रांत में झटके महसूस किए गए थे। इसमें 630 लोगों की मौत हुई थी। 8 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

दुनिया में हर साल 20 हजार भूकंप आते हैं
हर साल दुनिया में कई भूकंप आते हैं, लेकिन इनकी तीव्रता कम होती है। नेशनल अर्थक्वेक इन्फॉर्मेशन सेंटर हर साल करीब 20 हजार भूकंप रिकॉर्ड करता है। इसमें से 100 भूकंप ऐसे होते हैं जिनसे नुकसान ज्यादा होता है। यह कुछ सेकेंड तक रहता है। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप 2004 में हिंद महासागर में आया था। यह भूकंप 10 मिनट तक रहा था।

तुर्किये-सीरिया में आए भूकंप से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें...

1. नवंबर में आया था 6.1 तीव्रता का भूकंप, चश्मदीद बोला- ऐसा लग रहा था बिल्डिंग गिर जाएगी

नवंबर में तुर्किये में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके झटके इतने तेज थे कि राजधानी अंकारा, इस्तांबुल और आस-पास के इलाकों में महसूस किए गए थे। हेल्थ मिनिस्टर फहार्टिन कोका ने कहा- 22 लोग घायल हुए। ये लोग भूकंप के डर से एक ऊंची इमारत से कूद गए थे। पढ़ें पूरी खबर...

2. तुर्किये-सीरिया में भूकंप से भरभराकर गिरी इमारतें; नींद में ही कई परिवारों ने जान गंवा दी, देखें PHOTOS

तुर्किये और सीरिया में सोमवार को आए 7.8 और 7.6 तीव्रता के दो भूकंपों से अब तक 2300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस भूकंप के झटके लेबनान और इजराइल में भी महसूस किए गए। तुर्किये और सीरिया में लोग नींद में ही थे जब यह जलजला आया। इसके बाद 78 आफ्टर शॉक्स भी आए। इमारतें ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर गईं। देखें फोटोज और वीडियो...

3. तीन टैक्टोनिक प्लेट्स के बीच सैंडविच बना तुर्किये:खेत जोतने जैसी भूकंप की रेली तरंगों ने ढेर कर दी इमारतें​​​​​​

तुर्किये के लाखों लोगों को सोमवार सुबह 7.8 तीव्रता के भयंकर भूकंप ने झकझोर दिया। अब तक 912 लोगों की जान जा चुकी है। तुर्किये के बाहर सीरिया, लेबनान और इजराइल तक की धरती हिल गई। भास्कर एक्सप्लेनर में बताएंगे कि तुर्किये में क्यों आते हैं इतने भूकंप और इस बार का भूकंप 1939 के बाद सबसे खतरनाक क्यों है? पूरी खबर पढ़ें...

4. भूकंप से तुर्किये की इकोनॉमी को भी झटका: करेंसी लीरा में रिकॉर्ड गिरावट, महंगाई से घर का किराया 19,700 से 1,31,000 रु. पहुंचा

तुर्किये इस वक्त आर्थिक संकट से गुजर रहा है। देश की करेंसी लीरा लगातार कमजोर हो रही है और महंगाई दर 57% के करीब है। कॉस्ट ऑफ लिविंग के बढ़ने से जनता परेशान है। वहीं तुर्किये और सीरिया में सोमवार सुबह आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने परेशानी को और ज्यादा बढ़ा दिया है। इस भूकंप से अब तक 4000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। पूरी खबर पढ़ें...

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