ब्रिटिश PM ने 3 दिन बाद चुप्पी तोड़ी:कहा- वादाखिलाफी के लिए माफी चाहती हूं; विपक्ष ने कहा- जिम्मेदारी से क्यों भाग रही हैं

लंदन8 महीने पहले
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टैक्स में कटौती समेत कई मुद्दों पर वादाखिलाफी करने वाली ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने आखिरकार चुप्पी तोड़ दी। एक इंटरव्यू में ट्रस ने कहा- अगले चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी मेरी ही लीडरशिप में उतरेगी। मैं मानती हूं कि हमसे कुछ गलतियां हुई हैं, इनके लिए माफी चाहती हूं।

लिज को प्रधानमंंत्री बने 40 दिन ही हुए हैं। इस दौरान उन पर चुनाव वादों से मुकरने के आरोप लग रहे हैं। खुद लिज की पार्टी के ही सांसद सवालिया निशान लगा रहे थे। खबरें तो इस तरह की भी हैं कि ट्रस की जगह किसी और नेता को प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है।

गलतियां तो हुई हैं

  • लिज ट्रस ने संसद और पार्टी में उठ रहे सवालों के बीच मंगलवार को BBC को इंटरव्यू दिया। कहा- मुझसे जो गलतियां हुई हैं, उनके लिए माफी चाहती हूं। मैं ब्रिटेन के लोगों से किया गया हर वादा पूरा करना चाहती हूं, लेकिन अब इसमें वक्त लगेगा।
  • लिज की पार्टी के सांसद और बड़े नेता जेरेमी हंट ने सोमवार को कहा था- प्रधानमंत्री ने सत्ता संभालते ही टैक्स में कटौती का वादा किया था। इसका क्या हुआ? लोगों को हम क्या मैसेज दे रहे हैं? बाजार और शेयर मार्केट में मंदी क्यों आई। जवाब क्यों नहीं मिल रहा।
  • लिज ने हंट का नाम लिए बगैर कहा- मुझे प्रधानमंत्री बने एक महीना हुआ है। मैं मानती हूं कि चीजें परफेक्ट तरीके से नहीं हुईं। हम इन्हें जल्द ठीक करेंगे। अब ट्रैक पर आने के लिए दूसरे तरीके अपनाने होंगे।
  • कुछ ब्रिटिश सांसद लिज ट्रस पर मौकापरस्त होने का आरोप लगा रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि बोरिस जॉनसन सरकार में वो आखिर तक मंत्री बनी रहीं, जबकि पिछले चुनाव में उन्हें चुनौती देने वाले भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने अपनी बात पर कायम रहते हुए पद छोड़ दिया था।

पुराने वादे दोहराए
इकोनॉमी से जुड़े सवाल पर लिज ने कहा- हम बहुत जल्द, बहुत दूर जाने का प्लान लेकर आए थे। इस दौरान गलतियां हुईं। इसके लिए माफी चाहती हूं। मैं आज भी वादों पर कायम हूं। कम टैक्स और ऊंची ग्रोथ का फॉर्मूला लागू रहेगा। फिलहाल, इकोनॉमी को रास्ते पर लाना ही प्रॉयोरिटी है।

लिज ने आगे कहा- एक ईमानदार पॉलिटिशियन ही गलतियां कबूल करने की हिम्मत कर सकता है। मैंने भी यही किया और अब लोगों के लिए काम करना ही पहली जरूरत है।

अपोजिशन भी हमलावर

  • अपनी पार्टी में आलोचना के बाद लिज को विपक्षी लेबर पार्टी ने भी घेरा। उसके सीनियर लीडर केर र्स्टामर ने सोमवार को संसद में कहा- प्रधानमंत्री कहां हैं? सरकार कहां है? क्या वो संसद में किसी बेंच के नीचे छिप गई हैं।
  • संसद में फजीहत के बाद मीडिया में कयास लगने लगे कि कंजर्वेटिव पार्टी ट्रस की बजाए ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री बना सकती है। वो पूर्व वित्त मंत्री हैं और एक महीने पहले लिज ने सुनक को ही हराया था। सुनक ने तब टैक्स कम करने के बजाए, ग्रोथ बढ़ाने पर फोकस किया था। सुनक ने तब ये भी कहा था कि लिज के लिए वादे पूरा करना बेहद मुश्किल होगा। अब सुनक की बात बिल्कुल सच साबित हो रही है। हालांकि, अब सुनक खामोश हैं।
  • दूसरी तरफ, लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता एड डेवी ने मंगलवार को कहा- कंजर्वेटिव पार्टी कब तक प्रधानमंत्री बदलेगी। देश का नुकसान तो हो चुका है। अब हालात सुधारने का सिर्फ एक तरीका ही तरीका है- जल्द से जल्द आम चुनाव कराए जाएं।