यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की को टाइम मैगजीन ने पर्सन ऑफ द इयर 2022 चुना है। मैगजीन ने जेलेंस्की के साथ स्पिरिट ऑफ यूक्रेन को भी इसी कैटेगरी में जगह दी है। जेलेंस्की के बारे में मैगजीन ने कहा- यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कभी भी बड़ी ताकत के सामने हिम्मत नहीं हारी। जेलेंस्की रूस के हमले के खिलाफ यूक्रेन के विरोध का चेहरा बन गए। उनके मन में दुश्मन को लेकर कोई डर नहीं है। जेलेंस्की ने रूस की हरकत के खिलाफ दुनिया को भी एकजुट किया। इतना ताकतवर नेता कई साल में पहली बार देखा गया है।
पर्सन ऑफ द इयर बनने वालों की दौड़ में जो नाम आखिर तक पहुंचे, उनमें ईरान के हिजाब विरोधी आंदोलनकारी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, एलन मस्क और अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट शामिल हैं। ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलन कर रही महिलाओं को हीरो ऑफ द इयर घोषित किया गया है। 16 सितंबर को शुरू हुए आंदोलन में अब तक करीब 300 लोगों की मौत हो चुकी है।
जेलेंस्की पर आर्टिकल भी
मैगजीन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति पर एक स्पेशल आर्टिकल भी पब्लिश किया गया है। इसमें बताया गया है कि 24 फरवरी को जंग शुरू होने के बाद वो हर दिन कितनी मुश्किलों का सामना करते हैं। इसमें जेलेंस्की के एक सिक्योरिटी अफसर के हवाले से बताया गया है कि वो हमेशा सफर के लिए तैयार होते हैं। ये भी तय नहीं होता कि उनका ठिकाना कहां होगा।
फरवरी में जंग शुरू होने के बाद रूस अब तक सिर्फ खेरसॉन पर ही कब्जा कर पाया है। अब तो यूक्रेन की फौज ने इस प्रॉविंस कैपिटल को भी आजाद करा लिया है। जेलेंस्की बहुत जल्द इस खेरसॉन शहर का दौरा करने वाले हैं।
बॉडीगार्ड्स हमेशा साथ
रूस ने यूक्रेन के कई शहरों को तबाह कर दिया है। इलेक्सिट्री और वॉटर सप्लाई जैसी जरूरी चीजें भी मुहैया नहीं हैं। सरकार की अहम इमारतें भी काफी हद तक तबाह हो चुकी हैं, लेकिन जेलेंस्की अपने बॉडीगार्ड्स के साथ करीब-करीब हर जगह जाते हैं।
रूसी एजेंट्स जेलेंस्की पर पैनी नजर रखने की कोशिश करते हैं, लेकिन अब तक वो कुछ नहीं कर पाए। बहुत मुमकिन है कि रूसी फौज जेलेंस्की को गिरफ्तार करना चाहती हो, लेकिन अब तक उसे कामयाबी नहीं मिली।
पर्सन ऑफ द इयर के बारे में कुछ खास बातें
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