पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
पुराने समय में उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य थे। विक्रमादित्य के नाम से ही विक्रम संवत प्रचलित है। इस साल विक्रम संवत् 2077 चल रहा है। विक्रमादित्य से पहले भर्तृहरि ही उज्जैन के राजा थे। मान्यता है कि भर्तृहरि की पत्नी पिंगला ने उन्हें धोखा दिया था। इस वजह से उन्होंने राजपाठ छोड़कर संन्यास धारण किया था। इसके बाद विक्रमादित्य को राजा नियुक्त कर दिया गया था।
भर्तृहरि ने नीति शतकम्, वैराग्य शतकम्, श्रृंगारशतक नाम के 3 महत्वपूर्ण ग्रंथों की रचना की थी। नीति शतकम् में जीवन प्रबंधन के सूत्र बताए गए हैं। जानिए नीति शतक की कुछ खास नीतियां, जिन्हें अपनाने से हमारी कई समस्याएं खत्म हो सकती हैं...
पॉजिटिव- इस समय ग्रह स्थिति पूर्णतः अनुकूल है। बातचीत के माध्यम से आप अपने काम निकलवाने में सक्षम रहेंगे। अपनी किसी कमजोरी पर भी उसे हासिल करने में सक्षम रहेंगे। मित्रों का साथ और सहयोग आपकी हिम्मत और...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.