10 मई को बुध वृष राशि में वक्री हुआ। इसके बाद आज यानी 13 तारीख को सूर्य के नजदीक आ जाने से अस्त भी हो जाएगा। इसके दो दिनों बाद ही सूर्य का राशि परिवर्तन होगा। इस कारण अब 15 मई से वृष राशि में बुधादित्य योग बनेगा। जो 15 जून तक रहेगा। इस शुभ योग का फायदा सभी राशियों का मिलेगा। इन दोनों ग्रहों की युति जो तरक्की और खुशहाली लाएगी। इसका शुभ असर देश-दुनिया में अच्छे बदलाव होने का संकेत भी दे रहा है।
समृद्धि देने वाला बुधादित्य योग
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते हैं कि जब भी बुध और सूर्य एक राशि में आ जाते हैं, तब बुधादित्य योग होगा। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बेहद ही शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव के शुभ प्रभाव से सुख में वृद्धि, सरकारी नौकरी के योग, तरक्की और सम्मान की प्राप्ति होती है, जबकि अशुभ प्रभाव से पिता-पुत्र में विवाद, बेरोजगारी, और तरक्की में रुकावट आती है।
नवग्रहों में बुध ग्रह को राजकुमार कहा गया है। ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को बुद्धि प्रदान करने वाला ग्रह भी माना गया है। बुध के शुभ होने पर व्यक्ति की भाषा और बोली मधुर होती है। व्यापार आदि में अच्छी सफलता प्राप्त होती है। मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध ही हैं।
15 मई को सूर्य का वृष राशि में प्रवेश
डॉ. मिश्र का कहना है कि 15 मई को सूर्य अपनी उच्च राशि यानी मेष से निकल कर वृष राशि में जाएगा। यहां 15 जून तक रहेगा। सूर्य का राशि बदलना महत्वपूर्ण माना जाता है। सूर्य के राशि परिवर्तन का असर देश-दुनिया के साथ ही सभी राशियों पर भी पड़ेगा। जिससे कई लोगों की जॉब और बिजनेस में बड़े बदलाव होंगे। सूर्य के शुभ प्रभाव से कर्क, सिंह, धनु और मीन राशि वाले लोगों के लिए अच्छा समय शुरू हो जाएगा।
सूर्य के राशि बदलने के बाद ऋतु परिवर्तन भी होगा और ग्रीष्म ऋतु शुरू हो जाएगी। वहीं मौसमी बदलाव भी होंगे। जिससे देश में कई जगहों पर गर्मी कम होगी। कुछ जगहों पर बारिश होगी और उमस भी बढ़ेगी।सूर्य के वृष राशि में आने के बाद ही नौतपा भी शुरू होता है। इस राशि के रोहिणी नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश करते ही नौ दिनों तक तेज गर्मी पड़ती है। इसे ही नौतपा कहते हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.