• Hindi News
  • Jeevan mantra
  • Jyotish
  • Sun's Zodiac Change On January 14: Budhaditya Yoga Will End, And The Inauspicious Effect Of Sun Saturn Will Remain Till April 14

14 जनवरी को सूर्य का राशि परिवर्तन:खत्म होगा बुधादित्य योग, 14 अप्रैल तक रहेगा सूर्य-शनि का अशुभ असर

5 महीने पहले
  • कॉपी लिंक

14 जनवरी को बुधादित्य शुभ योग खत्म होगा। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा और शनि के साथ रहेगा। लेकिन अब अगले तीन महीनों तक सूर्य-शनि का अशुभ योग बना रहेगा। जिससे राजनीतिक, प्रशासनिक और बड़े मौसमी बदलाव हो सकते हैं।

14 जनवरी की रात को सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर शनि के साथ हो जाएगा। फिर दो दिन बाद यानी 17 को शनि राशि बदलकर कुंभ में चला जाएगा। जिससे सूर्य-शनि का अशुभ द्विर्द्वादश योग एक महीने तक रहेगा। 13 फरवरी से फिर सूर्य-शनि एकसाथ कुंभ राशि में रहेंगे। इसके बाद 15 मार्च को सूर्य मीन राशि में चला जाएगा। जिससे 14 अप्रैल तक फिर से सूर्य-शनि का अशुभ द्विर्द्वादश योग रहेगा।

देश-दुनिया में तनाव और डर का माहौल
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र ने बताया कि इस राशि परिवर्तन के साथ ही सूर्य-शनि कुछ दिन एकसाथ रहेंगे और थोड़े दिन द्विर्द्वादश योग बनेगा। यानी ये दोनों ग्रह एक-दूसरे से बारहवीं राशि में रहेंगे। ज्योतिष में सूर्य और शनि को एक-दूसरे का शत्रु माना जाता है। जब भी ऐसे योग बनते हैं तब देश-दुनिया में अनचाहे बदलाव और दुर्घटनाएं होती हैं। तनाव, अशांति और डर का माहौल भी बनता है। पिछले साल भी इन दिनों ये अशुभ योग बना था।

राजनीति में बड़े बदलाव और विवाद की आशंका
इन दिनों शनि अपनी ही राशि में है। सूर्य पर राहु की दृष्टि भी पड़ रही है। ग्रहों की ये स्थिति ठीक नहीं है। सूर्य के राशि बदलने का असर सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। जिससे ज्यादातर लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कई लोग मानसिक और शारीरिक तौर से तो परेशान रहेंगे ही साथ ही सेहत संबंधी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ सकता है। शनि-सूर्य का अशुभ योग बनने से राजनीतिक नजरिये से समय अनुकूल नहीं रहेगा। बड़े बदलाव और विवाद होने की आशंका है।

अशुभ असर से बचने के उपाय
रोज सुबह पानी में तिल और लाल चंदन डालकर नहाएं। उगते हुए सूरज को जल चढ़ाएं। सूर्य और शनि के अशुभ असर से बचने के लिए पीपल के पेड़ मे जल चढ़ाएं और घी का दीपक लगाकर उसकी परिक्रमा करें। शाम को हनुमानजी और शनि देव के मंदिर में तिल के तेल का दीपक लगाएं। शनि देव को तिल या सरसों का तेल चढ़ाएं। जरुरतमंद लोगों को भोजन और गर्म कपड़ों का दान करें।