सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ कल्याण समिति द्वारा एनके एरिया का दो दिवसीय निरीक्षण के बाद टीम सदस्यों ने पत्रकारों को बताया कि एरिया में सीसीएल का वेलफेयर का काम पूरी तरह फेल है। कल्याण समिति के राजीव रंजन सिंह ने बताया कि कायाकल्प योजना के अंतर्गत हो रहे।
आवासीय कॉलोनियों के कार्यों में भारी अनियमितता है, इस योजना में पूरी तरह से लूट मची है ,यही वजह है कि लोग कपड़ा का पर्दा गिरा कर शौच के लिए जाते हैं, वहीं टाइल्स मरम्मत, दरवाजा, खिड़की ,छत तारपेंटिंग आदि आधे अधूरे तो है ही ,साथ ही सामग्री भी घटिया किस्म का लगाया जा रहा है।
तमाम गड़बड़ी के बावजूद विभागीय अधिकारी मौन साधे है। वही पेयजल गंभीर समस्या है बनी है। मजदूरो के आवासों में महीनों बाद भी पानी नहीं पहुंच रही है। पानी के लिए मजदूर आंदोलन कर रहे हैं यह कंपनी के लिए शर्मनाक की बात है।
केंद्रीय अस्पताल रेफरल अस्पताल बनकर कर रह गया है। अस्पताल में भी काफी अनियमितता देखी गई मरीजों की देखरेख व खान पान में त्रुटि देखी गई, बंद पड़े केंद्रीय विद्यालय को जल्द खुलवाने का प्रयास किया जाएगा इस प्रस्ताव को कोल इंडिया वेलफेयर कमेटी में रखा जाएगा। कल्याण समिति के सदस्यों ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जो भी त्रुटियां पाई गई है उसका रिपोर्ट तैयार कर जल्द कोल इंडिया के ऊंच अधिकारियों और कोयला मंत्रालय को अवगत कराया जाएगा। और कोयला मंत्रालय को अवगत कराया जाएगा।