जिले के थानों में पांच वर्ष से 78 मामले लंबित
जिले में कुल 78 मामले अबतक अलग-अलग थानाें में फाइल में बंद हैं। इन मामलों के आरोपियों के बारे में पुलिस ने अभी तक पता नहीं लगाया है। पांच वर्ष बाद एसएसपी अनूप बिरथरे के आदेश पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। नतीजा यह है कि जांच में कई मामलों में आरोपी के नागालैंड, कन्याकुमारी, दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्से में होने की बात सामने आई है। पूर्व के पुलिस अधिकारी की जांच में लापरवाही बरतने के कारण आरोपी को काफी फायदा मिला है। इधर, कोर्ट द्वारा लंबित मामले में फटकार लगाने के बाद पुलिस मुख्यालय गंभीर है। कोर्ट ने 19 जनवरी तक पांच वर्ष से पूर्व के लंबित मामलों का निष्पादन करने का निर्देश दिया है। एसएसपी के निर्देश के बाद जिले के थानों में पांच वर्ष पूर्व के लंबित मामलों की पुलिस ने लिस्ट तैयार की है, जिसमें 78 मामले अबतक लंबित पाए गए। जांच के दौरान एसएसपी अनूप बिरथरे उस वक्त हैरान हो गए, जब चार से पांच मामले में एफएसएल द्वारा पांच-छह वर्ष बाद भी एफएसएल की रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है और न ही जांच अधिकारी ने एफएसएल रिपोर्ट लाने की कभी कोशिश की। एसएसपी ने डीएसपी को अनुसंधानकर्ता के साथ बैठकर सुलझाने का निर्देश दिया है।
कई मामलों के आरोप देश के अलग-अलग हिस्से में रह रहे
78 मामले पांच वर्ष पूर्व से लंबित हैं। कई मामलों में आरोप देश के अलग-अलग हिस्से में हैं। उसकी जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। डीएसपी को शनिवार को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। अनूप बिरथरे, एसएसपी
डीएसपी हर शनिवार को एसएसपी को सौंपेंगे रिपोर्ट
एसएसपी अनूप बिरथरे ने गुरुवार को लंबित मामलों की समीक्षा के बाद सभी डीएसपी को हर शनिवार को लंबित मामले में कार्रवाई की रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। वहीं हर 10 दिनों पर इसकी समीक्षा करने की बात कही है। समीक्षा बैठक में एसएसपी अनूप बिरथरे के अलावा सिटी एसपी प्रभात कुमार, ग्रामीण एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, एएसपी प्रणवानंद झा समेत सभी डीएसपी व थाना प्रभारी मौजूद थे।