अमेरिका से लेकर कनाडा, चिली और अर्जेंटीना के विभिन्न हिस्सों मे पाया जाना वाला खतरनाक कीट दक्षिण भारत के बाद झारखंड भी पहुंच गया है। फॉल आर्मीवर्म नामक यह कीट मक्का, चावल, ज्वार, बंदगोभी, चुकंदर, मूंगफली, सोयाबीन, प्याज, टमाटर, आलू और कपास सहित लगभग सभी महत्वपूर्ण फसलों के लिए काफी खतरनाक है। सबसे पहले यह कीट इसी साल रामगढ़ जिले के गोला मे देखा गया था। दो दिन पहले इस कीट को चान्हो के लुंडरी गांव के एक किसान ने पकड़ा। बाद में रांची से आए विशेषज्ञों की टीम ने फॉल आर्मीवर्म की पुष्टि की। उन्होंने किसानों से कहा है कि इससे भयभीत होने की जरूरत नहीं है, क्योकि इससे बचने के लिए रासायनिक और जैविक दवा यहां उपलब्ध है। लुंडरी गांव के किसान विकास प्रसाद ने बताया कि उन्होंने स्वीट कॉर्न की खेती थी, जिसे फॉल आर्मीवर्म ने लगभग 50 प्रतिशत नष्ट कर दिया। लगभग चार हजार रुपए कीलो बीज खरीद कर खेती करने वाले किसान विकास इस कीट की मार से हुए नुकसान से काफी परेशान हैं। उन्होने बताया कि फॉल आर्मीवर्म मक्का की फसल को बर्बाद करने के बाद धान व गेंहूं की फसल को भी तेजी से नुकसान पहुंचाता है।