छत्तीसगढ़ के माइनिंग घपला मामले में ईडी की टीम जिले के ढिबरा थाना के बरंडा गांव में रेड की। जिसमें लाखों रुपये के जेवर, करोड़ों निवेश के कागजात बरामद हुआ है। हालांकि आरोपी रौशन सिंह ईडी की टीम से बचकर भाग निकला। ईडी की टीम एक दिन पहले ही औरंगाबाद में सटीक सूचना पर पहुंच गई। इसके बाद अल सुबह बरंडा गांव में पहुंची और चारो तरफ से रौशन सिंह के घर को घेर लिया। इस दौरान लोकल पुलिस मदद कर रही थी।
हालांकि रौशन को भनक लगते ही वह भागने में सफल रहा, लेकिन घरवालों को अपने कब्जे में लेकर ईडी एक कमरा में बैठाया। इसके बाद बारी-बारी कमरों की तलाशी ली। आलमीरा, बक्सा, ब्रीफकेश और अनाज भंडारण करने वाले ड्राम तक को खंगाला। इस दौरान आलमीरा और ब्रीफकेश से लाखों के जेवर, कुछ नगदी और करोड़ों निवेश के अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। यह दस्तावेज बड़े राजनीतिक घरानों से बेनामी संपत्ति से भी जुड़ा हो सकता है।
छत्तीसगढ़ में पकड़े जा चुके हैं कई अफ्सर, पूछताछ के आधार पर औरंगाबाद में हुई छापेमारी
छत्तीसगढ़ कोल माइनिंग मामले में हुई छापेमारी, आरोपी फरार
वक्त करीब सुबह 4:00 बज रहा था। बरंडा गांव के ग्रामीण सुबह जगकर आंखे मल रहे थे। कुछ लोग नींद के आगोश में थे। इसी दौरान ईडी की टीम लोकल पुलिस के साथ गांव में धावा बोली। पुलिस को देखकर लोग समझें शराब के मामले में पुलिस पेट्रोलिंग कर रही है। तभी देखा कि रौशन के घर को अचानक ईडी की टीम ने घेर लिया। सुबह चार बजे से दस बजे तक छह घंटा तक ईडी ने पूरे मकान को चप्पे-चप्पे खंगाला। ग्रामीणों को सिर्फ ईडी ने बताया कि छत्तीसगढ के एक मामले में यह रेड डाली गई है। माइनिंग घपला हुआ है, लेकिन लोकल पुलिस इतना भी बताने से इनकार कर रही है।
नाम न छापने के शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि रौशन छत्तीसगढ के एक बड़े कारोबारी तिवारी जी के यहां मैनेजर का काम देखता था। तिवारी किसी बड़े नेता के संपर्क में थे। शायद माइनिंग का काम चलता था, लेकिन रौशन गांव में सरीफ है। किसी से कोई दुश्मनी नहीं। कभी किसी से व्यवहार गंदा नहीं है। हर किसी से प्यार से बात करता है, लेकिन ईडी की रेड ने सबको हैरान कर दिया।
पूरा मामला हाई प्रोफाइल, कई अफसर हो चुके हैं गिरफ्तार
पुलिस सूत्रों की मानें तो छत्तीसगढ के कई माइनिंग अफसर घपला मामले में ईडी और आईटी के हत्थे चढ़ चुके हैं। पूछताछ में बड़े-बड़े नेताओं के नाम भी सामने आयी है। उन नेताओं के संपर्क चेन भी ईडी खंगाल रही है। उसी संपर्क चेन में रौशन भी शामिल है। जिसको लेकर उसके घर छापेमारी की गई, लेकिन रौशन भाग निकला। अब रौशन की गिरफ्तारी के बाद ही ईडी को आगे सफलता मिलेगी। सूत्रों की मानें तो ईडी की टीम लौटी जरूर होगी, लेकिन यहां नजर जरूर होगा। एक दो टीम इस इलाके में रौशन को पकड़ने के लिए काम कर रही होगी।
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