औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलियों की खोज में निकले सुरक्षा बलों पर विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम देने के नापाक मंसूबे को औरंगाबाद की पुलिस ने एक बार फिर नाकाम किया है। बुधवार को एक प्रेसवार्ता का दौरान औरंगाबाद पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सूचना प्राप्त हुई की औरंगाबाद-गया के सीमावर्ती क्षेत्रों के पचरुखिया, सिमराडाह, लडूइया वर्षीडीह, शिकारी कुआं, मोरगड्डी, भंडरवा सहित आसपास के जंगली क्षेत्रों में नक्सलियों के द्वारा सुरक्षा बलों पर हमले किए जाने की योजना बनाई जा रही है।
सूचना मिलते ही मेरे तथा कोबरा 205 के समादेष्ठा श्री कैलाश सीआरपीएफ 159 वाहिनी सीआरपीएफ 47वीं वाहिनी के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक अभियान मुकेश कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी लोकेश कुमार, सहायक कमांडेंट स्टील रोबोट 205 के सहायक कमांडेंट विनीत कुमार, अमित कुमार, राजेश कुमार सैनी, 45वीं सीआरपीएफ के आयुष कुमार, उप कमांडेंट ओपी यादव के सहयोग से सघन छापेमारी अभियान चलाया गया और उनके खतरनाक मंसूबों को नाकाम किया गया। एसपी ने बताया कि सुरक्षा बलों की कारवाई में नक्सलियों के पांव उखड़ गए और उन्हें जंगल को छोड़कर भागने को मजबूर होना पड़ा।
इस दौरान जंगलों में नक्सलियों द्वारा छुपाकर रखे गए हथियार गोला-बारूद भारी मात्रा में बरामद किए गए। एसपी ने बताया कि इस दौरान सुरक्षा बल के जवानों ने 5.56 एमएम इंसास के 1484 कारतूस 7.62 × 39 एमएम के 807 कारतूस, 7.62 एसएलआर के 956 कारतूस, 9mm के 251 कारतूस 315 बोर के 81 कारतूस, 1 यूबीजीएल, 4 फ्लैश कैमरा, कोडेक्स वायर सहित कई विस्फोटक सामग्रियां, नक्सली साहित्य एवं पिट्ठू बरामद किए गए। एसपी ने बताया कि 2 केन आईईडी को जंगल में ही विनष्ट किया गया।
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