स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाने के लिए नई कंपनी का चयन किया गया है। कंपनी जल्द ही अपना काम शुरू करेगी। स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाने वाली हाइरेंट कंपनी विरोध व शिकायतों से तंग आकर काम छोड़ दी है। शहर में 28 हजार 500 घरों में स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाया जाना था, लेकिन पुरानी कंपनी 3375 घरों में ही मीटर लगा पाई। इसी तरह नवीनगर में 3500 घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया जाना था, लेकिन 941 मीटर ही लग पाया। कंपनी जिले में स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगा रही थी।
उपभोक्ताओं ने मीटर लगाने के दौरान भारी विरोध किया। कई जगहों पर कंपनी के कर्मचारियों के साथ नोंकझोंक और धक्का-मुक्की भी हुई। लोगों का शिकायत था कि मैन्युअल मीटर से ज्यादा स्मार्ट प्रीपेड मीटर का बिजली बिल आ रहा है। िशकायत से तंग आकर कंपनी ने बीच में ही काम बंद कर दिया। कार्यपालक अभियंता चंदन कुमार ने बताया कि पुरानी कंपनी काम छोड़ चुकी है। नई कंपनी का चयन कर लिया गया है। जल्द ही काम शुरू होगा। उपभोक्ता बेहिचक स्मार्ट बिजली मीटर लगाएं। इससे फायदा होगा। अब किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी।
स्मार्ट बिजली मीटर का नुकसान
स्मार्ट बिजली मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को पहले पैसे देने होंगे। रिचार्ज करने पर ही बिजली मिलने की वजह से ढेरों ऐसे लोग भी बिजली से वंचित हो जाएंगे। जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उनके पास अगर बिजली रिचार्ज करने के लिए पैसे न हुए तो एक बड़े तबके को अंधेरे में गुजर बसर करने को मजबूर होना पड़ेगा।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर के ये हैं फायदे
सरकार ने बिजली चोरी को रोकने के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर योजना की शुरूआत की है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप जितना बिजली खपत करेंगे। उतने ही पैसे का भुगतान करना होगा। अगर बिजली कट जाती है। आप घर से कहीं बाहर जा रहे हैं तो मीटर ऑफ करने पर बिजली का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। इस प्रीपेड मीटर में एक और फीचर है।
25 फीसदी स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी, अब सुनने वाला कोई नहीं
शहर में पुरानी कंपनी ने 3375 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया गया है। इसके 25 फीसदी स्मार्ट प्रीपेड मीटरों में अलग-अलग तरह की गड़बड़ी है। कुछ जल गए तो कुछ में तकनीकी खराबी है। वहीं किसी में बिल ज्यादा आ रहा है। उपभोक्ता विद्युत विभाग में शिकायत कर रहे हैं, लेकिन विभाग कंपनी के भागने की बात कह रहा है। शहर के चितौड़नगर निवासी निरंजन कुमार ने बताया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर में पैसा खत्म होने का भी मैसेज नहीं आ रहा है।
जिससे अचानक बिजली गायब हो जा रही है। नागा बिगहा निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि प्रीपेड मीटर जल गया है। अब दूसरा मिल नहीं रहा है। नई कंपनी के आने के बाद देने की बात कही जा रही है। मैन्युअल भी नहीं लगाया जा रहा है।
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