इंडो नेपाल बॉर्डर पर बन रहे सीमा सुरक्षा सड़क से इनरवा का कायाकल्प तो होगा ही, इनरवा को आकर्षक लुक भी मिलेगा। इनरवा में बन रहे इंडो नेपाल सैनिक सड़क 100 फीट चौड़ा है। सड़क का जब पूर्ण रुपेण निर्माण हो जाएगा तो बाॅर्डर इलाके में भी महानगर का लुक देखने को मिलेगा। व्यापार भी बढ़ेगा और सीमा की सुरक्षा भी होगी।
प्रोजेक्ट इंजीनियर अंशुल मिश्रा ने बताया कि बेतिया जिले के मैनाटांड़ प्रखंड में यह सड़क भंगहा से धुतहा तक बनाया जा रहा है। जो 100 फीट चौड़ा है। सड़क के दोनों साइड 10 फीट की नाली है। उसके बाद बची जगहों पर पेवर ब्लॉक लगाया जाएगा। इसके बाद वृक्षारोपण कर इसको बड़े शहर की तरह आकर्षक लुक दिया जाएगा। यह सड़क मदनपुर से पश्चिम बंगाल के आशनसोल तक बनाया जा रहा है।
अंशुल मिश्रा ने बताया कि यह सड़क सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इस सड़क को भंगहा से धुतहा तक बनाने में कुल 123 करोड़ रुपए की लागत है। इनरवा बजार के विंध्याचल प्रसाद ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य से ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि इंडो नेपाल सीमा सुरक्षा सड़क बन जाने से इनारवा का कायाकल्प होगा।
सड़क निर्माण में आ रही अड़चन
वाल्मीकिनगर से आसनसोल तक बनने वाली नेपाल बार्डर की सीमा सुरक्षा सड़क में जिले के बगहा-2, रामनगर, गौनाहा, मैनाटांड़ एवं सिकटा प्रखंड के क्षेत्र आ रहे हैं। सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण में अधिकारियों को तरह तरह के अड़चन का सामना करना पड़ रहा है। कहीं धार्मिक स्थल तो कहीं जमीन संबंधी पेच लगातार फंस रहे हैं। प्रोजेक्ट इंजीनियर अंशुल मिश्रा की मानें तो यह सड़क मई 2012 से बन रही है। आगे कब तक काम समाप्त होगा, इसका आंकलन अभी नहीं किया जा सकता है।
प्रोजेक्ट इंजीनियर अंशुल मिश्रा ने बताया कि इंडो नेपाल बाॅर्डर पर बन रहे सीमा सैनिक सड़क, भारत का सीमा सुरक्षा सड़क है। इंडो नेपाल बॉर्डर के सीमांकन के सुरक्षा के लिए इस सड़क का निर्माण किया जा रहा है। ताकि एसएसबी जवानों द्वारा सीमांकन किए गए जगहों की सुरक्षा की जा सके।
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