सिखों के नवमें गुरु श्री तेगबहादुर साहिब जी महाराज के शहीदी गुरुपर्व पर बरारी प्रखंड के लक्ष्मीपुर स्थित श्री गुरुतेग बहादुर ऐतिहासिक गुरुद्वारे से मंगलवार को भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इस अवसर पर “धर्म हेत शाका जिन किया, शीस दिया पर सिर न दिया के धर्म वाणी से पूरा बरारी गूंज उठा। गुरु की शहादत की याद में उनके 346वें शहीदी गुरुपर्व के अवसर पर कार्यक्रम का शुभारंभ गुरुग्रंथ साहिब के अखंड पाठ व अरदास के साथ हुआ। अपराह्न बेला में गुरुद्वारा परिसर से विशाल शोभा यात्रा निकाली गयी। इस यात्रा का नेतृत्व हाथों में तलवार लिए पंज प्यारे कर रहे थे। वहीं इनके पीछे फूलों से सुसज्जित वाहन में पवित्र गुरुग्रंथ साहिब विराजमान थे। जिनके सेवा ऐतिहासिक गुरुद्वारा लक्ष्मीपुर के प्रमुख ग्रंथी जीवन सिंह कर रहे थे। शोभायात्रा में गुरुग्रंथ साहिब के वाहन के गुजरने से पूर्व साफ-सफाई के लिए हाथों में झाड़ू लिए युवक-युवतियों की टोली पंक्तिबद्ध होकर सड़क पर जुटे थे। पीछे-पीछे दूर-दूर तक सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष सिख श्रद्धालु गुरुवाणी का पाठ व भजन-कीर्तन के साथ परमात्मा से लौ लगाने में जुटे हुए थे।
लाठी-डंडे व तलवार के साथ युवक-युवतियों ने दिखाएं करतब | भाई जीवन सिंह के नेतृत्व में यात्रा में युवक-युवतियों के गतका पार्टी द्वारा तलवार व लाठी डंडे से खतरनाक व आश्चर्यचकित करने वाले करतब दिखाकर अपनी कला का प्रदर्शन करते दिखे। सरदार नगर लक्ष्मीपुर गुरुद्वारा से निकलकर यह शोभायात्रा बरारी हाट, गुरुबाजार, काढ़ा गोला स्टेशन बाजार आदि से गुजरती हुई पुन: गुरुद्वारा पहुंचकर समाप्त हुई। इस दौरान विभिन्न प्रमुख मार्गो व मोहल्ले में श्रद्धालुओं ने पंज प्यारे का श्रद्धा नत होकर स्वागत किया।
शोभायात्रा में थी इन संस्थाओं की सहभागिता
शोभायात्रा में खालसा युवक दल, म्यूजिशियन शम्मी सिंह ग्रुप के द्वारा भक्तिमय गीत गाया गया। वहीं शोभायात्रा में चल रहे श्रद्धालुओं के लिए बरारी हाट, गुरुबाजार, स्टेशन बाजार आदि कई जगहों पर स्थानीय लोगों के द्वारा चाय, काफी, शर्बत आदि से सेवा सत्कार में लोग जुटे देखे गए। वही अंतिम दिन बुधवार को काफी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें नामचीन लोग शिरकत करने वाले हैं।
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