खेती-बाड़ी:सौर ऊर्जा से 5 एकड़ नर्सरी की हो रही सिंचाई व मिल रही रोशनी

बौंसीएक वर्ष पहले
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वन विभाग के द्वारा बनाई गई नर्सरी। - Dainik Bhaskar
वन विभाग के द्वारा बनाई गई नर्सरी।
  • सौर ऊर्जा की शक्ति से पांच एकड़ में हरियाली का मंजर, दर्जनों किस्म के लगाए गए पौधे

प्रखंड क्षेत्र के वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा संचालित रतन सार पौधा नर्सरी 5 एकड़ में फैली हुई है। यह भूमि पूरी तरह से बंजर इलाके की गिनती में आती थी। जिसे वन विभाग ने चयनित कर अब हरियाली का संसार बसा दिया है। विभागीय सूत्रों की मानें तो पूरे 5 एकड़ भूमि में महोगनी, गोल्ड मोहर, सागवान शीशम, नीम कटहल आम आंवला यूकेलिप्टस अनार पपीता अमरूद और सहजन जैसे पौधे लहलहा रहे हैं। पूरे भूमि पर लगाई गई नर्सरी के पौधे को बिजली की रोशनी एवं सिंचाई की सुविधा सौर ऊर्जा से संचालित सोलर प्लेट के माध्यम से की जाती है। वन एवं पर्यावरण विभाग बिहार सरकार के बांका बैौंसी द्वारा संचालित रतन सार नर्सरी में कृषि वानिकी योजना के तहत कृषकों को 10 रुपए प्रति पौधे का अनुदान पर पौधे प्राप्त होते हैं।

किसानों को दिए जा रहे 70 रुपए प्रति पौधे

योजना के अनुसार 3 साल तक पौधे को हरा भरा बनाने के बाद अनुदान के रूप में एकमात्र पौधे पर 70 रुपए तक का अनुदान राशि किसान को प्रसार के लिए दिया जाता है। अधिकारिक सूत्रों की माने तो बैंसी, बाराहाट, धोरैया और सबसे ज्यादा रजौन के किसान इस योजना पर काम कर रहे हैं, उन्हें सफलता भी मिल रही है। एक अन्य योजना के तहत 2020 से अब तक तीन से अधिक पौधे का वितरण नर्सरी द्वारा कृषक योजना, जीविका योजना आदि में किया जा चुका है।