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बिहार सरकार मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना योजना अंतर्गत सभी कार्य शत प्रतिशत निर्वाहन को लेकर कई ठोस नियम बनाए हैं। पर हसनगंज प्रखंड अंतर्गत मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर को शुद्ध नल का जल प्राप्त हो इस के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। बावजूद लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। कालसर पंचायत के भर्रा परती गांव वार्ड संख्या 08 में पाइप लाइन बिछे व नल सेट लगने से बरसों बीत गए है लेकिन आज तक शुद्ध पेयजल कहां है, इसका पता नहीं है। यहां तक की कई ऐसे नल हैं जिसमें टुटी भी नहीं लगाया गया है। आश तो क्या इस योजनांतर्गत स्थानीय ग्रामीणों का प्यास नही बुझ रही है लोग आयरन युक्त पानी पीने को विवश है। मौके पर सुभाष उरांव, जगदीश ऋषि, रीना देवी सहित ग्रामीणों ने बताया कि जल मीनार वार्ड संख्या 08 में खड़ा होने से एक वर्ष से भी ज्यादा हो चुका है, लेकिन आज तक शुद्ध पेयजल ला पता है। हम गांव वाले शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहे हैं। साथ ही हमलोग आज भी चापाकल से आयरन युक्त पानी पीने को मजबूर है। माने तो आयरन युक्त जल जहर के बराबर है। जो अन्य कई तरह के बीमारी को न्योता देता है। हमलोगों को कई बीमारी से बचने के लिए फिल्टर में पानी को छाककर पीना पड़ता है।
पेयजल की सुविधा नही मिलने से ग्रामीणों में रोष
आबादपुर | बारसोई प्रखंड क्षेत्र के आबादपुर पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय नल जल योजना से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नहीं मिलने से ग्रामीणों में धीरे धीरे आक्रोश व्याप्त हो रहा है। मजबूरन ग्रामीणों को आयरन युक्त पानी पीने को विवश हो रहे है। प्रखंड क्षेत्र के आबादपुर पंचायत के रमेश कुमार, विष्णु मोदक, बिंदु मोदक, ढेला शर्मा सहित दर्जनों ग्रामीणों ने बताया गया कि मुख्यमंत्री सात निश्चय नल जल योजना के तहत मिलने वाले ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल बीते कई माह से ठप है। ग्रामीणों ने शीघ्र जांच कर शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने की मांग जिला प्रशासन से की है।
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