सीमा क्षेत्र विकास योजना के तहत सीमाई क्षेत्र के तीन प्रखंडों के 202 गांव को मॉडल गांव बनाने का माइक्रो प्लान तैयार कर लिया गया है। जिला योजन विभाग द्वारा तैयार किये गये प्रस्ताव को राज्य सरकार ने स्वीकृति के लिए केन्द्र सरकार के पास भेज दिया है। जिला योजना पदाधिकारी आशीष कुमार पांडे ने कहा कि इस योजना के तहत वर्ष 2020-21 से वर्ष 2023-24 तक चयनित गांव का सर्वागीण विकास किया जाएगा।
इस योजना के तहत नेपाल की सीमा से सटे 10 किलोमीटर के रेंज में ठाकुरगंज प्रखंड के 76 गांव, दिघलबैंक प्रखंड के 71 गांव एवं टेढ़ागाछ प्रखंड के 55 गांव को शामिल किया गया है। ये सभी गांव सामरिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। प्रत्येक वर्ष औसतन 8.69 करोड़ राशि खर्च करने का एक्शन प्लान तैयार किया गया है। कार्यक्रम में अति आवश्यक योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर चयन किया गया है। कार्यक्रम के तहत नेपाल की सीमा को शून्य मानते हुए भारतीय सीमा क्षेत्र में 10 किलोमीटर के रेंज में आने वाले गांव या नगर निकाय को शामिल किया गया है।
जिला पदाधिकारी ने इस संबंध में बैठककर स्वीकृत योजनाओं को योजना एवं विकास विभाग बिहार सरकार ने स्वीकृति एवं राशि आवंटित करने के लिए केन्द्र सरकार को भेज दिया है। 2024 तक प्रायः आवंटन के आधार पर सीमा क्षेत्र का विकास होगा। कार्यक्रम के तहत कुल 40 योजनाओं को शामिल किया गया है। इसमें सामुदायिक भवन, विवाह भवन, सड़क, प्ले ग्राउंड, विद्यालय और शौचालय निर्माण किया जाएगा।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.