मुंगेर में पंचायत चुनाव के दौरान बोगस वोटिंग को रोकने के लिए लगाए गए बायोमिट्रिक सिस्टम से बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा किया गया है। शातिर साइबर लुटेरों ने इस सिस्टम का इस्तेमाल कर एक बूथ पर वोट डालने आए लोगों के खाते से रुपए उड़ा लिए। वोटिंग के बाद लोग जब घर पहुंचे तो मोबाइल पर अकाउंट से रुपए निकलने का मैसेज आया था। यह देख कर उनके होश उड़ गए।
एक-एक कर जब ऐसे कई लोग वापस बूथ पर पहुंचे और शिकायत की, तब वहां मौजूद सदर SDM खुशबू गुप्ता का माथा ठनका। उन्होंने एक एक्सपर्ट से बात करने के बाद बूथ पर बायोमिट्रिक सिस्टम को ऑपरेट कर रहे शख्स को पकड़ा और सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में वह टूट गया और फिर जो जानकारी दी, उसने सबके होश उड़ा दिए।
बायोमिट्रिक सिस्टम से राज्य चुनाव आयोग को दी चुनौती
मामला सदर प्रखंड के नौवागढ़ी उत्तरी पंचायत का है। यहां आज 9वें फेज की वोटिंग मध्य विद्यालय चरौन भवन में बने बूथ नंबर 145 पर जारी थी। राज्य के सभी बूथों की तरह यहां भी फर्जी मतदान रोकने के लिए बायोमिट्रिक सिस्टम का प्रयोग किया था। राज्य निर्वाचन आयोग का ऐसा प्रयोग बिहार ही नहीं, देश में पहली बार किया जा रहा है।
इस सिस्टम के तहत मतदाता का आधार कार्ड और फिंगर प्रिंट लिया जा रहा है। इसी आधार कार्ड और फिंगर प्रिंट से ऑपरेटर ने वोटरों के खाते से रुपए उड़ा लिए। SDM खुशबू गुप्ता ने बताया कि पकड़ा गया सिस्टम ऑपरेटर हवेली खड़गपुर का रहने वाला राजकुमार सिंह है। उसने गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद paynearby ऐप का इस्तेमाल किया। मतदाताओं के आधार नंबर और फिंगर प्रिंट मिलने के बाद इस ऐप में डालता था और रुपए निकाल लेता था।
आज उसने 6 मतदाताओं के खाते से कुल 36 हजार रुपए निकाले हैं। इस ऐप से रुपए निकालने की अधिकतम लिमिट 10 हजार रुपए है। इसलिए किसी के अकाउंट से पूरे 10 हजार तो किसी के अकाउंट से 6 हजार और किसी से 4 हजार निकाले हैं।
चरौन गांव की निभा कुमारी के अकाउंट से 5 हजार निकले हैं। इसी तरह सोनी कुमारी, मधु देवी, जयराम चौधरी, विभा देवी और अमृता प्रीतम ने 10 हजार जबकि ऊषा कुमारी ने अपने अकाउंट से 4 हजार निकलने की शिकायत की है।
SDM ने बताया, 'जितने भी मतदाताओं के खाते से पैसे निकाले गए हैं, जांच के बाद उनके पैसे उन्हें लौटाए जाएंगे। इस गिरोह में कई जिले के लोग भी शामिल हैं। प्रथम दृष्ट्या बांका के लोग इसमें शामिल हैं। अब इस बात की जांच की जाएगी कि इसने अब तक कितने लोगों के खाते से रुपए निकाले हैं? इसके और भी साथी इस काम में शामिल हैं? इनका पूरा नेटवर्क खंगाला जाएगा।'
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