अनुसंधान में आ रही दिक्कतें दूर करने की जरूरत:456 परियोजनाओं में 169 पूरी, 12 फसलों की 29 किस्म किसानों के लिए हुई तैयार

भागलपुर10 महीने पहले
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बीएयू में रिसर्च काउंसिल की बैठक का उद्घाटन करते व और अन्य अधिकारी। - Dainik Bhaskar
बीएयू में रिसर्च काउंसिल की बैठक का उद्घाटन करते व और अन्य अधिकारी।

बीएयू सबाैर में दाे दिवसीय 23वीं रिसर्च काउंसिल (खरीफ) की बैठक गुरुवार से शुरू हुई। वीसी डॉ. अरुण कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्य अतिथि और विशेषज्ञ के रूप में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्व महानिदेशक, कृषि अनुसंधान परिषद, शिक्षा विभाग, कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय के सचिव डाॅ. मंगला राय शामिल हुए। उन्हाेंने कहा कि विवि में फसल सुधार को लेकर हाे रहे अनुसंधान बेहतर हैं।

कतरनी की लंबाई छोटी करने वाला अनुसंधान भी अच्छा है। शोध से जुड़े वैज्ञानिकों को अनुसंधान कार्य में आ रही दिक्कताें काे दूर करने या सरल बनाने की जरूरत है। निदेशक अनुसंधान डॉ. पीके सिंह ने विवि में चल रहे विभिन्न शोध कार्यों का विवरण पेश कर कहा कि विवि से स्वीकृत 456 शोध परियोजनाओं में 169 काे पूरा कर लिया गया है। इसका रिजल्ट यह है कि विवि की ओर से 12 विभिन्न फसलों के 29 प्रभेद राज्य के किसानों के लिए तैयार किए गए हैं। इनमें अन्न, दालें, सब्जियां और फल के प्रभेद शामिल हैं। साथ ही 55 किसानोन्मुखी तकनीकों काे तैयार किया जा रहा है।
सहनिदेशक अनुसंधान डॉ. फिजा अहमद ने पिछली शोध परिषद पर आधारित हुए कार्याें की रिपाेर्ट प्रस्तुत की। इसके बाद जॉन 3ए, 3बी और दो के क्षेत्रीय शोध सलाहकार समिति की बैठक की रिपाेर्ट भी बिहार कृषि काॅलेज के प्राचार्य डॉ. एसएन सिंह, क्षेत्रीय निदेशक एआईआई पटना डॉ. रणधीर कुमार और मंडन भारती कृषि काॅलेज अगवानपुर सहरसा के प्राचार्य डॉ. उमेश सिंह ने प्रस्तुत की। मौसम संबंधी पूर्वानुमान की रिपाेर्ट सस्य विज्ञान विभाग के डॉ. सुनील कुमार ने पेश किया।
किसानों को किया गया सम्मानित
विवि में स्थित बौद्धिक संपदा अधिकार कोषांग की मदद से पौधा संरक्षण व किसान प्राधिकार नई दिल्ली के तहत विभिन्न फसलाें के प्रभेदाें काे संरक्षित कराने वाले किसानाें काे सम्मानित किया गया। पीआरओ डॉ. शशिकांत ने बताया कि किसान सत्यदेव सिंह, आलोक कुमार, आनंद मोहन सिंह और विवेकानंद सिंह काे सम्मानित किया गया।

बैठक का संचालन डॉ. धर्मशीला और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शैलबाला ने किया। उद्घाटन सत्र में डॉ. एनके सिंह, डॉ. अरुण कुमार, सभी डीन, निदेशक, रजिस्ट्रार, विभिन्न काॅलेजाें के प्राचार्य, क्षेत्रीय अनुसंधान निदेशक, कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रधान व विभिन्न विभागों के अध्यक्ष और वैज्ञानिक उपस्थित रहे।

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