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टीएमबीयू ने डिग्री काॅलेजाें से इंटरमीडिएट की पढ़ाई खत्म करने का फैसला लिया है। सिंडिकेट इसका प्रस्ताव राज्य सरकार काे भेजेगा। टीएमबीयू के 11 अंगीभूत और 13 एफिलिएटेड काॅलेजाें में हर सत्र में लगभग 29 हजार छात्र इंटर की पढ़ाई कर रहे हैं। अगर सरकार ने इस प्रस्ताव काे स्वीकृति दे दी ताे इस साल जुलाई से शुरू हाेने वाले सत्र में इन काॅलेजाें में इंटर का नामांकन बंद हाे जाएगा।
इससे 29 हजार छात्राें का दबाब इंटर और प्लस टू स्कूलाें पर पड़ेगा। लेकिन जिले के अधिकतर सरकारी इंटर व प्लस टू स्कूलाें में करीब 26 हजार सीटें हैं। इनमें 16 हजार छात्र पढ़ रहे हैं और 10 हजार सीटें खाली हैं। यानी अभी की स्थिति से आकलन किया जाए ताे 19 हजार छात्राें का नामांकन कहां हाेगा, इसके लिए काेई व्यवस्था नहीं है। सवाल यह भी उठता है कि क्या जिले के इंटर और प्लस टू स्कूल इसके लिए तैयार हैं?
टीएमबीयू: अभी 11 अंगीभूत व 13 एफिलिएटेड काॅलेजाें में हाे रही पढ़ाई
टीएमबीयू के 11 अंगीभूत काॅलेजाें में दस में आर्ट्स, साइंस व काॅमर्स की पढ़ाई हाेती है। केवल टीएनबी काॅलेज में काॅमर्स की पढ़ाई नहीं हाेती है। प्रत्येक फैकल्टी में 512 सीटाें के हिसाब से इन काॅलेजाें में 16384 सीटें हैं। एफिलिएटेड काॅलेजाें में प्रत्येक संकाय में 384 सीटें तय हैं। आठ एफिलिएटेड डिग्री काॅलेजाें में तीनाें संकाय और पांच में औसतन दाे संकायाें की पढ़ाई हाेती है। कुल 13 एफिलिएटेड काॅलेजाें में 13056 सीटें हैं।
पीयू में नहीं हाेती इंटर की पढ़ाई, वीकेएसयू भी इस बार नहीं लेगा 11वीं में नामांकन
टीएमबीयू से पहले पटना यूनिवर्सिटी में 10-12 साल पहले ही डिग्री काॅलेजाें से इंटर काे अलग कर दिया गया था। इधर करीब एक हफ्ता पहले वीकेएसयू आरा ने भी सत्र 2021-23 में इंटर में नामांकन नहीं लेने का निर्णय किया है। टीएमबीयू के शिक्षक और विभिन्न संघ यह मांग कर रहे थे। क्याेंकि सरकार ने इंटर की पढ़ाई बंद करने के हिसाब से शिक्षकाें के पद ताे घटा दिये थे, लेकिन पढ़ाई बंद नहीं की थी।
स्कूलाें में विज्ञान के शिक्षक नहीं, एक ही अलमारी में लैब भी और लेबाेरेट्री भी
जिले में सरकारी इंटर काॅलेज और प्लस टू स्कूल मिलाकर 211 संस्थान हैं। इनमें सीटें लगभग 26 हजार हैं। इन स्कूलाें में 16048 छात्र नामांकित हैं जबकि 10 हजार सीटें खाली हैं। संसाधन की कमी के कारण छात्र इन स्कूलाें में नामांकन नहीं लेते हैं। सिर्फ वैसे ही छात्र नामांकन लेते हैं जिनका दाखिला बड़े काॅलेजाें में नहीं हाे पाता है। अब टीएमबीयू में इंटर की पढ़ाई बंद हाेगी ताे छात्र यहां दाखिला लेने काे मजबूर हाेंगे, लेकिन उन्हें केवल डिग्री मिलेगी, उचित शिक्षा नहीं मिल पाएगी।
श्याम सुंदर हाईस्कूल- बायाे की शिक्षक पढ़ा रही फिजिक्स-केमेस्ट्री: श्याम सुंदर हाईस्कूल में कमरे कम हैं लाइब्रेरी और लैब बंद हैं। उपकरण रखने की जगह नहीं है। फिजिक्स और केमेस्ट्री के शिक्षक नहीं हैं। बायाेलाॅजी की शिक्षक किसी तरह फिजिक्स और केमिस्ट्री पढ़ाती हैं। लैब काे स्कूल का गाेदाम बना दिया गया है।
चांदीपट्टी हाईस्कूल- लाइब्रेरी में बैठने और लैब में प्रैक्टिकल करने की जगह नहीं: चांदीपट्टी हाईस्कूल में लाइब्रेरी और लैब काे एक ही अलमारी में जगह दी गई है। लाइब्रेरी में बैठने और लैब में प्रैक्टिकल करने की जगह नहीं है। प्राचार्य केसरी किशाेर ने कहा कि कमरे हैं ही नहीं। इसलिए एक ही अलमारी में लैब और लाइब्रेरी काे जगह दी गई है।
मारवाड़ी और जिला स्कूल- आउटडेटेड हैं कंप्यूटर, कई हैं खराब: मारवाड़ी पाठशाला में सभी कंप्यूटर आउटडेटेड हैं। नवस्थापित जिला स्कूल और गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल में भी एक-एक कंप्यूटर छाेड़ बाकी खराब हैं।
कृष्णानंद स्कूल- एक साल से नहीं हैं भूगाेल और उर्दू के शिक्षक: कृष्णानंद सूर्यमल इंटर स्तरीय विद्यालय सुल्तानगंज में भूगोल और उर्दू के शिक्षक जनवरी 2020 से ही नहीं हैं। इसलिए नामांकन नहीं हाे रहा है।
जरूरी संसाधन देने के लिए करेंगे प्रयास
स्कूलाें में इंटर की पर्याप्त सीटें हैं। छात्र दाखिले के लिए आवेदन भी करते हैं। लेकिन सुविधा के अभाव में स्लाइड अप के जरिए दूसरी जगह नामांकन ले लेते हैं। छात्र नामांकन लें और पढ़ें इसके लिए जरूरी संसाधन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। -संजय कुमार, डीईओ
पॉजिटिव- आज आर्थिक योजनाओं को फलीभूत करने का उचित समय है। पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी क्षमता अनुसार काम करें। भूमि संबंधी खरीद-फरोख्त का काम संपन्न हो सकता है। विद्यार्थियों की करियर संबंधी किसी समस्...
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